लोकतंत्र सेनानियों का 10-11 जून को लखनऊ में भारी संख्या में होगा सम्मान, समारोह में सभी सादर आमंत्रित




लोकतंत्र सेनानियों का 10-11 जून को लखनऊ में भारी संख्या में होगा सम्मान, समारोह में सभी सादर आमंत्रित
जैसे महाभारत पहले ही हो गया था, अर्जुन ने श्रेय लिया, ऐसे ही आप सतयुग लाने के अच्छे काम में अपने सामर्थ्य के अनुसार लग कर श्रेय ले लो
जिस दिन से गौ हत्या बंद होगी, सतयुग का नजारा सामने दिखाई पड़ने लगेगा
पुणे (महाराष्ट्र)। केवल एक-दो की मदद करने के बजाय पूरा का पूरा सतयुग ही इस धरती पर लाकर सम्पूर्ण मानव जाति को सुख पहुंचाने के विशाल उद्देश्य में 24x7 लगने वाले, सब काम तो खुद पूरा कर चुके हैं लेकिन अपने भक्तों को भी इसमें लगने की प्रेरणा देकर उन्हें श्रेय दिलाने वाले, गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने, गौ ह्त्या के लिए फांसी की सजा का प्रावधान बनाने की प्रार्थना करने वाले, इस समय के महापुरुष जिन्हें लोग अभी पहचान नहीं पा रहे हैं, ऐसे पूरे समरथ सन्त सतगुरु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, लोकतंत्र सेनानी, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज ने 27 मई 2023 प्रातः पुणे (महाराष्ट्र) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि अब अजमेर (राजस्थान) में तीर्थराज पुष्कर में पूर्णिमा का कार्यक्रम होगा। फिर गुरु महाराज का मंदिर जहां बन रहा, उनका नाम-काम आगे बढ़ रहा है, बावल, रेवाड़ी (हरियाणा) जाने का विचार है। फिर 10 और 11 जून को उत्तर प्रदेश, जहां भारी संख्या में लोकतंत्र सेनानी हैं, वहां लखनऊ में जाऊंगा। उत्तर प्रदेश के सभी लोकतंत्र सेनानी वहां इकट्ठा होंगे, प्रेमियों ने सबको आमंत्रित किया है। वहां भी सतसंग, नामदान कार्यक्रम और सम्मेलन भी है।
अच्छा समय को लाने में सबको सहयोग करना चाहिए
प्रेमियों ! आपको भी गुरु महाराज के नाम-काम को बढ़ाने में लगना चाहिए। जल्दी से अच्छा समय आ जाए, सब सुखी हो जाएँ, समय पर जाड़ा गर्मी बरसात होने लग जाए, भाई-भाई में, पिता-पुत्र में प्रेम हो जाए, पति-पत्नी अच्छे से अपने-अपने फर्ज को समझने लग जाएं, इंसान-इंसान में प्यार मोहब्बत हो जाए, लोग ईश्वरवादी खुदा परस्त बन जाएँ। इस काम में आप लोगों को यथाशक्ति, जिसके अंदर जो भी, जिस भी तरह की ताकत शक्ति दिल दिमाग, शरीर में ताकत, धन का बल है, अपने-अपने हिसाब से इसमें प्रेमियों लगने की जरूरत है।
महाभारत तो पहले ही हो गया था
देखो काम तो हो जाएगा, श्रेय लेना रहता है। कृष्ण जी ने अर्जुन से क्या कहा था? चलो गांडीव उठाओ। बोले, हम महाभारत में लड़ाई लड़ने नहीं जाएंगे। सब हमारे अपने हैं। इनको मार करके मैं नर्क नहीं जाना चाहता हूं। भगवान ने अर्जुन के कर्मों को साफ किया, तीसरी आंख खोले तो अर्जुन देखते हैं, बड़े-बड़े योद्धा महारथी सब मरे पड़े हुए हैं। बोले महाभारत तो हो गया, निमित्त बनना है, श्रेय ले लेना है।
महाभारत में चक्र सुदर्शन चल रहा था किसी का हाथ पैर तक नही हिला
महाभारत खत्म हुआ। अर्जुन को तो मालूम था किसने किया, कैसे हुआ, किसने मारा लेकिन बाकी पांडवों को नहीं मालूम था। तो जैसे कोई कार्यक्रम शादी ब्याह सफल होने पर तारीफ करते हैं कि बहुत बढ़िया रहा, ऐसे ही अब पांडव भीम नकुल आदि कहने लगे मैंने किया, मैंने मारा। कृष्ण जी ने कहा वो बताएगा जिसने पूरा महाभारत देखा है। बर्बरीक ने पूरा महाभारत देखा था। यही वरदान उसने मांगा था। तब कृष्ण ने कहा, इतिहास ही फेल हो जाएगा। जो नहीं किया, वह श्रेय ले लेगा। फिर क्या मर्यादा इतिहास की रह जाएगी इसको क्लियर करना जरूरी है। ले गए बर्बरीक के पास, पूछा बता क्या देखा। बोला मैंने देखा सुदर्शन चक्र चल रहा है, बड़े-बड़े योद्धाओं का सिर काटता चला जा रहा है। पूछे और ये जो योद्धा वीर कह रहे कि मैंने मारा, मैंने गिराया, उनका क्या? बोला ये सब हिंजड़े की तरह से खड़े हुए थे, किसी का हाथ-पैर भी नहीं हिल रहा था। सब काम सुदर्शन चक्र कर रहा था।
प्रेमियों श्रेय ले लो
काम हो जाता है। गुरु महाराज के संकल्प से प्रेमियों काम हो जाएगा। श्रेय लेने की जरूरत है। सतयुग तो आएगा लेकिन जैसे गोवर्धन कृष्ण ने उठाया, ग्वालों ने केवल लकड़ी लगाई तो आज भी उनकी रास लीला रचाई जा रही है। काम राम भगवान ने किया और आज बंदर भालू का भी नाम हो रहा है। इसलिए उनका भी नाम कीर्ति हो गए, उनका भी मंदिर बन गए। इसी तरह से। काम अगर आप-हम नहीं कर पाएंगे तो कोई दूसरा आएगा, वह करेगा। वह तो जो- होनी है वो होकर रहे, मेट सके ना कोई। वह तो होना ही है। समय पर सब नजारा दिखाई पड़ने लग जाएगा।
सतयुग आने का संकेत आपको दे दिया गया है
जिस दिन से गौ हत्या बंद होगी, सतयुग का नजारा सामने दिखाई पड़ने लगेगा। आज मैं आपको बता करके जा रहा हूं, एक समय ऐसा आएगा कि गौ हत्या बंद हो जाएगी। किसी भी पशु-पक्षी की हत्या कोई नहीं करेगा। कश्मीर से कन्याकुमारी तक अंडा मछली मांस शराब की दुकान नहीं होगी। समय पर जाड़ा गर्मी बरसात होने लगेगी। कुदरत जब खुश हो जाएगी तब धन-धान्य से धरती को परीपूर्ण कर देगी। उस वक्त को देखने के लिए आपको काबिल बनना है और लोगों को भी बनाना है।