मितानिन दिवस में विधायक विकास उपाध्याय के निवास पर 1000 से भी ज्यादा मितानिन बहनें पहुँची... विधायक विकास उपाध्याय द्वारा सम्मानित करने से मितानिन बहनें गदगद हुईं.....

मितानिन दिवस में विधायक विकास उपाध्याय के निवास पर 1000 से भी ज्यादा मितानिन बहनें पहुँची... विधायक विकास उपाध्याय द्वारा सम्मानित करने से मितानिन बहनें गदगद हुईं.....

 

रायपुर। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय ने आज 23 नवम्बर मितानिन दिवस के अवसर पर अपने विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत सभी मितानिन बहनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं उनकी सहायिका को अपने निवास में एक कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया। विकास उपाध्याय ने मंच से कहा, स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी हैं मितानिन बहनें, जो कोविड संक्रमण दौर में उससे बचाव में लगी ड्यूटी या फिर कोविड टीका लगाने में लोगों को प्रेरित करने से लेकर टीकाकरण में अपना काम बखूबी निभाया है। ऐसे मितानिन बहनों का सम्मान करना उनके खुद के लिए सम्मान का विषय है। विधायक निवास पर आज शाम 1000 से भी ज्यादा महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर सम्मानित हुईं।

प्रतिवर्ष 23 नवम्बर को मितानिन दिवस मनाया जाता है। यह दिवस मितानिन बहनों के सेवा और सहयोग के लिये सामूहिक आभार प्रकट करने का अवसर होता है, परन्तु समय के साथ जिस तरह से मितानिन बहनों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व उनके सहयोगियों की प्रासंगिकता समाज में साबित हुई है, निश्चित तौर पर इतिहास में उनका योगदान याद रखा जाएगा। रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय इन मितानिन बहनों की समर्पण व सहयोग करने योगदान को करीब से देखा है, जब वे रायपुर में कोविड संक्रमण के भयावह दौर से लोगों के बीच सहयोग करने संघर्ष कर रहे थे तब यही मितानिनों ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक तरह से युद्ध के मैदान में काम कर रही थी। वह समय विधायक विकास उपाध्याय को हमेशा याद रहा और जब इस बार इस दिवस के समय कोविड के प्रकरण नहीं के बराबर हैं, ऐसे में उन सभी को अपने निवास में बुलाकर सम्मानित करना उचित समझा और यह सम्मान समारोह ऐसा कि मितानिन बहनों को हमेशा याद रहेगा।

विधायक विकास उपाध्याय मितानिन बहनों के लिये किस कदर समर्पित हैं इस आयोजन से समझा जा सकता है। जहाँ अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी 20 वार्डों से सभी मितानिन बहनों के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहयोगियों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया। इस पूरे कार्यक्रम में मितानिनों का उत्साह साफ देखा जा रहा था, जहाँ लगभग 700 से भी ज्यादा महिला मौजूद रहीं। विधायक विकास उपाध्याय ने इस कार्यक्रम में सभी मितानिनों को शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित तो किया ही, साथ ही सभी के लिये भोजन की व्यवस्था व सभी तरह की सुविधायें मुहैया कर एक परिवार के रूप में वातावरण निर्मित की। इन मितानिन बहनों के लिये भव्य स्टेज निर्मित था जहाँ एक-एक कर सभी का सम्मान हुआ एवं इस बीच संगीत का कार्यक्रम भी लगातार जारी रहा।

विकास उपाध्याय ने मंच से मितानिन बहनों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व उनके सहयोगियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता। एक समय वो था जब इन बहनों के पास लोगों की सेवा के अलावा और कोई काम नहीं था, जिनका जिस स्तर पर भी सम्मानित किया जाये कम है। आज उन सभी को मितानिन दिवस पर एक मेहमान की तरह अपने घर में पारिवारिक माहौल के बीच सम्मानित कर बड़ा गर्व महसूस हो रहा है। मैं आशा करता हूँ इनके योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा। साथ ही विकास उपाध्याय ने कहा, शासन स्तर पर जिस तरह की भी सहयोग इन्हें मिल सके वे अपने स्तर पर प्रयास करते रहेंगे। मंच पर उपस्थित विधायक पत्नि श्रीमती संजना विकास उपाध्याय ने भी मितानिन बहनों का दिल से अभिवादन किया जो वे सब मितानिन दिवस पर उनके घर उपस्थित हुई हैं।