LIVE VIDEO- CG में मालदीव के सिंगर्स ने गाया बीड़ी जलइले: न्यूजीलैंड और सर्बिया ने भी अपनी प्रस्तुति से जीता दिल, विदेशी कलाकारों की परफॉर्मेंस पर खूब झूमे लोग, कर्मा नृत्य से हुई तीसरे दिन की शुरुआत, देखें कार्यक्रम का सीधा प्रसारण......
Chhattisgarh National Tribal Dance Festival, Maldivian singers sang bidi jalile, 3rd day live video रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आज तीसरा दिन है। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला ढिधौरी से पहुंचे कलाकार। कृषि कर्म प्रधान नृत्य करमा, फसल कटाई और कृषि पर आधारित है। यह बैगा जनजाति का लोकप्रिय नृत्य है।मांदर की थाप पर ,सिर में रंगीन पगड़ी और मोरपंख से सुसज्जित ,लाल व काले परिधान में उत्साह के साथ प्रस्तुति दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य की झलक दिखी। महिलायें गहरी नीली साड़ी पहने और सिर में कलगी लगाए आदिवासी परम्परा की पहचान को सरंक्षित रखते हुए। सामूहिक, सामजंस्य और एकता का संदेश देते हुए। वाद्य यंत्रों में भी छत्तीसगढ़ की झलक। निशान बाजा,मोहरी, मांदर, टिमटिमि बाजा का प्रयोग करते हुए कर्णप्रिय संगीत के साथ सुंदर प्रस्तुति।




Chhattisgarh National Tribal Dance Festival, Maldivian singers sang bidi jalile, 3rd day live video
रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आज तीसरा दिन है। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला ढिधौरी से पहुंचे कलाकार। कृषि कर्म प्रधान नृत्य करमा, फसल कटाई और कृषि पर आधारित है। यह बैगा जनजाति का लोकप्रिय नृत्य है।मांदर की थाप पर ,सिर में रंगीन पगड़ी और मोरपंख से सुसज्जित ,लाल व काले परिधान में उत्साह के साथ प्रस्तुति दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य की झलक दिखी। महिलायें गहरी नीली साड़ी पहने और सिर में कलगी लगाए आदिवासी परम्परा की पहचान को सरंक्षित रखते हुए। सामूहिक, सामजंस्य और एकता का संदेश देते हुए। वाद्य यंत्रों में भी छत्तीसगढ़ की झलक। निशान बाजा,मोहरी, मांदर, टिमटिमि बाजा का प्रयोग करते हुए कर्णप्रिय संगीत के साथ सुंदर प्रस्तुति।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव परंपरा और आधुनिकता का संगम बना। मुख्यमंत्री के दर्शक दीर्घा में आगमन के साथ ही छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के नारों से कार्यक्रम स्थल गूंज उठा। इसी बीच मालदीव के कलाकारों द्वारा नृत्य प्रदर्शन के बाद हिंदी बॉलीबुड गाने ने सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। इसके बाद बारी आयी सर्बिया की राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में करीब 4 हजार किलोमीटर दूर सर्बिया से आये 10 सदस्य कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कौशल को देख दर्शक काफी उत्साहित हूये। देखें लाइव......
सर्बिया के कलाकार ट्रेडिशनल डांस का प्रदर्शन किए। सर्बिया के कलाकारों ने प्यानो और शहनाई नुमा वाद्य यंत्रों से अलग-अलग धुनों में मधुर संगीत लहरियां प्रस्तुत कर दर्शकों का मनोरंजन किया। मधुर धुन की ताल पल पर महिला और पुरुष कलाकारों के थिरकते कदम आकर्षक दृश्य तो वही पुरुष फर का कैप लगाए एक हाथ मे डंडा पकड़ कर नृत्य किये। इन कलाकारों ने ‘‘सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया’’ का उदघोष कर मुख्यमंत्री सहित अतिथियों का अभिवादन किया।
न्यूजीलैंड के आदिवासी कलाकार अपनी पारम्परिक वेशभूषा में मंच पर पहुंचे। अपने विशिष्ट रीति रिवाज के अनुसार नृत्य की प्रस्तुति देने के पहले छत्तीसगढ़ को मित्र बनने की परंपरा को प्रतीक के रूप में निभाया। उन्होंने अपनी भाषा में छत्तीसगढ़ के साथ मित्रता की घोषणा की। न्यूजीलैंड के कलाकारों ने भी किया ‘‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’’ का नारा लगाकर छत्तीसगढ़वासियो और अतिथियों का अभिवादन किया। न्यूज़ीलैंड की टीम द्वारा हाका लोकपरम्परा में छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि से मैत्री और छत्तीसगढ़ की भूमि वंदना की गयी।
मंगोलिया के कलाकार अपनी पारम्परिक वेश भूषा में संगीत की तेज धुन पर ऊर्जा और उत्साह के साथ जोश से ओतप्रोत लयबद्ध नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों के बीच रोमांच जगाने में सफल रहे। गुलाबी ठंड में भी लोग डटे रहे। मंगोलियाई कलाकारों द्वारा शांति और समृद्धि का पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। इंडोनेशिया के कलाकारों ने के पारम्परिक नृत्य के प्रारम्भ में ही दर्शकों ने हर्ष ध्वनि कर उनका स्वागत किया। रंग बिरंगे परिधान, श्रृंगार के साथ उनकी नृत्य शैली बरबस ही दर्शकों को मुग्ध की। रंगबिरंगी रोशनी, चमकदार पोशाक में तेजी से बदलती संगीत की धुन पर आसान से स्टेप के साथ थिरकते कलाकारों के साथ दर्शक भी नृत्य संगीत का भरपूर आनंद लिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्शक दीर्घा में बैठकर आदिवासी नृत्य महोत्सव का आनंद लिया। समारोह में मालदीव, सर्बिया, मंगोलिया, न्यूजीलैण्ड और इंडोनेशिया के नर्तक दल ने मनमोहक प्रस्तुति दी। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में करीब 4 हजार किलोमीटर दूर सर्बिया से आए 10 सदस्यीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कौशल को देखकर दर्शक काफी उत्साहित हुए। न्यूजीलैण्ड के नर्तक दल ने शंख बजाकर नृत्य की शुरूआत करते हुए लोक नृत्य हाका से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
न्यूजीलैण्ड के आदिवासी कलाकार अपने पारंपरिक वेश-भूषा में मंच पर पहुंचे और अपने विशिष्ट रीति-रिवाज के अनुसार नृत्य की प्रस्तुति देने से पहलेे छत्तीसगढ़ राज्य को मित्र बनाने की परंपरा को प्रतीक के रूप में निभाया। उन्होंने अपनी भाषा में छत्तीसगढ़ राज्य से मित्रता की घोषणा की। नर्तक दल के कलाकारों ने एक सुर में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का उद्घोष कर मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का अभिवादन किया।