जवानों,स्कुल के बच्चो एवं ग्राम वासियो ने राष्ट्र की सुरक्षा, एकता और अखंडता को मजबूत करने शपथ ली




सुकमा - राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर 150 बटा0 केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा बी०वी० राव, पुलिस उपमहानिरीक्षक (चिकित्सा),एस०एस० हॉकिप, द्वितीय कमान अधिकारी, श्रीनिवास मामेडी (मेडीकल आफिसर), कृष्ण कुमार, सहा0उप० कमाण्डेंट 150 बटा0 के मार्गदर्शन में भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और लौहपुरूष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146 वी जन्म जयंती के अवसर पर देशवासियों के बीच भारत को अखंड ओर एकजुट बनाने में व केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा जिला पुलिस बल के प्रति विश्वास का सामन्जस्य स्थापित कर, दोरनापाल के बीच “Run for Unity" रैली स्थापित कर ग्राम वासीयो के साथ राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर स्कुल के छोटे-छोटे बच्चो एवं ग्राम वासियो ने हिस्सा लिया। एस०एस० हाउकिप, द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा स्कुल के छोटे-छोटे बच्चो एवं ग्राम वासियों को संदेश दिया कि यह अवसर हमें राष्ट्र की सुरक्षा, एकता और अखंडता को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने का एक उत्तम अवसर प्रदान करता है। और साथ ही सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी के बारे बताया कि उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था,
वह आजादी के बाद देश के पहले उपप्रधानमंत्री व ग्रह मंत्री रहे। उन्होने भारत की आजादी के साथ-साथ इसे एक मजबूत संघ बनाने में सबसे बड़ा योगदान दिया है, भारत को आजाद हुए आज 75 वर्ष से भी अधिक हो चुके है, सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत को एक यूनाइटेड कंट्री बनाकर दुनिया के सामने एक ऐसे देश का मिसाल पेश करना चाहते थे, जहां सभी धर्म, जाति, भाषाओं के बोलने वाले लोगों को बराबर का अधिकार दिया जाए ।
हम भारतवासियों ने उनके इस विचार पर चलकर ही भारत का नाम पूरे विश्व भर में रोशन किया है, और दुनिया के सामने एक ऐसे देश का मिसाल पेश की है, जहां विभिन्न भाषाओं के कहने वाले एवं विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोगो ने बड़े ही सुख और शांति से एक दूसरे के साथ रहते हैं। भारत को एक सूत्र में बांधने के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा किये गए प्रयासो की याद में गुजरात के केवंडिया में Statue of Unity बनाई गई है। जिसका उद्घाटन 31 अक्टूबर 2018 को किया गया था। इसकी ऊँचाई 182 मीटर हैं तथा यह विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा है।