नगरी सांकरा सिहावा बेलरगांव क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा सट्टा कारोबार...पुलिस प्रशासन गहरी नींद में....जिसके जिम्मेदार कौन...शासन प्रशासन या जनप्रतिनिधि...पढ़िए पूरी खबर....!

नगरी सांकरा सिहावा बेलरगांव क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा सट्टा कारोबार...पुलिस प्रशासन गहरी नींद में....जिसके जिम्मेदार कौन...शासन प्रशासन या जनप्रतिनिधि...पढ़िए पूरी खबर....!

छत्तीसगढ़ धमतरी.... जिलें के नगरी में जुआ सट्टा का अवैध व्यापार तेजी से पनप रहा है...कार्रवाई नहीं होने के कारण सटोरियों के हौसले बुलंद होते चले जा रहे हैं...इससे सैकड़ों परिवार प्रतिदिन बर्बाद हो रहे हैं.. नगरी ब्लाक के ,साकरा सिहावा ,बेलरगांव, गड्डोंगरी,घठुला, सांकरा में कभी चोरी-छिपे चलने वाला सट्टा बाजार आजकल कानून की ढीली पकड़ की वजह से खुलेआम संचालित हो रहा है...ओपन, क्लोज और रनिंग के नाम से चर्चित इस खेल में जिस प्रकार सब कुछ ओपन हो रहा है...उससे यही प्रतीत होता है कि अब नगरी ब्लाक में कानून का कोई खौफ नहीं रह गया है....

 नगरी,सिहावा थाना क्षेत्र में इस खेल के बढ़ते कारोबार का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि युवाओं पीढ़ी भी दिन-रात अंकों के जाल में उलझे रहते हैं.. नगरी में जुआ-सट्टा का खेल खुलेआम खेला जा रहा है... नगरी ब्लाक के , सांकरा सिहावा ,बेलरगांव, गड्डोंगरी,घठुला, साकरा में सत्ता पक्ष के प्रभावशाली कुछ लोगों के समर्थक अवैध सट्टे का कारोबार पुलिस के नाक के नीचे चला रहे हैं। स्थानीय पुलिस को जब शिकायत की जाती है तो थाना प्रभारी द्वारा शिकायतकर्ताओं से ही पूछा जाता है कि कौन से गांव में कौन-कौन सट्टा व जुआ का काम कर रहा है बताएं, तो हम कार्रवाई करेंगे...जब शिकायतकर्ता पुलिस को नामजद शिकायत करते हैं तो पुलिस शिकायतकर्ता का नाम अवैध कारोबारियों, जुआ-सट्टा चलाने वाले को बता देती है..इस तरह का माहौल नगरी ब्लाक का बना हुआ है.......नगरी ब्लाक के ,साकरा सिहावा ,बेलरगांव, गड्डोंगरी,घठुला, सांकरा पुलिस के संरक्षण में ही में जुआ-सट्टा का खुलेआम कारोबार चल रहा है...

कोड वर्ड में चलता है धंधा...

सट्टा कोड वर्ड का अवैध करोबार है..मसलन कोई युवा 22 नंबर लगाता है तो वह खाईवाल से जाकर कोड वर्ड में बता देगा..कोडवर्ड में काम होने से आसपास बैठे व्यक्ति को इसकी भनक तक नहीं लगती है। मालूम पड़ा है कि एक से लेकर 99 तक नंबरों के कोड वर्ड रखे गए हैं..एक नंबर खाना लगाने वाले का होता है बाकी के खाने खाईवाल के पास होते हैं। नंबर बताने की प्रक्रिया भी बेहद गोपनीय होती है....

पुलिस कार्रवाई नहीं होने से नगरी सिहावा में नए खाईवालों की इंट्री...

नगरी ब्लाक में सट्टे का कारोबार परवान चढ़ रहा है, जिसके चलते सट्टा खाईवाल की तादात बढ़ती जा रही है। युवा पीढ़ी सट्टा बाजार में खाईवाल द्वारा दिखाए जाने वाले रंगीन सपनों के जाल में फंसते जा रहे हैं। पुलिस की संरक्षण से गांव में सट्टे का खेल चल रहा है..इसके बावजूद पुलिस के कानों तक इसकी आवाज नहीं पहुंच रही है....रातों रात अमीर बनने के चक्कर में युवा से लेकर बूढ़े इस कारोबार में फंसकर अपनी कीमती कमाई गंवा रहे हैं।