अखिल भारतीय क्षात्र धर्म पीठ के स्वामी श्री विश्वाधिराजा तिर्था का बस्तर में होगा दो दिवसीय आगमन..गुमड़ा(गीदम) एवं जगदलपुर में देंगे गीता का ज्ञान

अखिल भारतीय क्षात्र धर्म पीठ के स्वामी श्री विश्वाधिराजा तिर्था का बस्तर में होगा दो दिवसीय आगमन..गुमड़ा(गीदम) एवं जगदलपुर में देंगे गीता का ज्ञान

दंतेवाड़ा - बस्तरवासियों को गीता ज्ञान के प्रचार प्रसार व अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य हेतु ऊडुपी मठ, कर्नाटक (दक्षिण भारत) के स्वामी श्री विश्वाधिराजा तिर्था का बस्तर में दो दिवसीय कार्यक्रम हेतु गुरुवार को आगमन होना है। इस दौरान वे जगदलपुर से लेकर दंतेवाड़ा तक श्रद्धालुओं को ज्ञान व अमृत प्रवचन देंगे।

ऊडुपी मठ, कर्नाटक (दक्षिण भारत) के श्री राज राजेश्वर संस्थान अखिल भारतीय क्षात्र धर्म पीठ के स्वामी श्री विश्वाधिराजा तिर्था, पीठाधिश्वेर का दो दिवसीय बस्तर आगमन होना है। इस दौरान 25.11.2021 को वे गुमड़ा(गीदम) में "बस्तर सम्भाग महासभा" में 10वें स्थापना दिवस में गीता पर व्याख्यान- मार्गदर्शन करेंगे और शाम के दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा में संध्या आरती तत्पश्चात धर्मोपदेश देंगे। शुक्रवार 26.11.2021 को गुमरगुंडा आश्रम(दिव्य जीवन संघ) में प्रस्थान कर गीता पर ज्ञान-अमृत प्रवचन बारसूर एवं चित्रकोट होते हुए जगदलपुर प्रस्थान करेंगे। जहां पर दोपहर 12 से 02 बजे के मध्य दुर्गा मंदिर(शांति नगर) पर स्वामी जी का गोष्ठी होगा।

स्वामी श्री विश्वधिराज तीर्थ

जिन्होंने मनीपाल यूनिवर्सिटी कर्नाटक से एमटेक शिक्षा प्राप्त की एवं यूनाइटेड स्टेट में जॉब करते थे। यूनाइटेड स्टेट से अपने जॉब को त्याग कर धर्म अध्यात्म समाज सेवा, गौ सेवा ,पर्यावरण में रुचि के चलते वैराग्य धारण किया। जिन्हें कर्नाटक उडुपी में विश्व प्रसिद्ध मठ के स्वामी तेजावर जी (जिनसे शिक्षा दीक्षा प्राप्त करने वालो में उमा भारती सहित कई बड़े नाम शामिल है) उन्होंने 2012 में हैदराबाद में इन्हें दीक्षा प्राप्त की। क्षत्रियों में विशेष तौर पर गीता ज्ञान के प्रचार प्रसार व अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य हेतु अलग से अखिल भारतीय छात्र धर्म संस्था पीठ की स्थापना की जहां के पीठाधीश इन्हें बनाया गया स्वामी जी जन्म से क्षत्रिय हैं।