घुसखोर SDM गिरफ्तार : SDM दफ्तर में चला रहे थे घूसखोरी का गैंग …. रिश्वत लेते SDM, OSD और आपरेटर पकड़ाये….SDM पकड़े जाने पर बोला- अस्थमा पेशेंट हूं, सांस नहीं ले पा रहा….फिर जो हुआ…जाने मामला…..




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रायसेन 31 दिसंबर 2021। मप्र में एसडीएम की घूसखोर गैंग का खुलासा हुआ है। मामला रायसेन जिले का है। गैरतगंज के एसडीएम अपने एसडीओ और कम्प्यूटर ऑपरेटर के साथ मिलकर घूसखोरी कर रहे थे। तीनों ने व्यापारी से क्रेशर को अनुमति देने के एवज में एक लाख की रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप कर उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। एसडीएम ने भागने की भी कोशिश की। पकड़े जाने पर बोला- अस्थमा का मरीज हूं। सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
घूसखोर SDM और उनकी गैंग को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। रिश्वतखोर SDM क्रशर के लिए जमीन डायवर्सन के नाम पर रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त की टीम ने एसडीएम, उसके ओएसडी और कंप्युटर आपरेटर को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। एसडीएम ने जमीन डायवर्सन करने के नाम पर 1 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी। जिसकी शिकायत फरियादी ने लोकायुक्त से की और लोकायुक्त ने जाल बिछाकर रिश्वतखोर एसडीएम, उनके ओएसडी और कंप्यूटर ऑपरेटर को रंगेहाथ 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते धरदबोचा। रिश्वत लेते पकड़ाने पर एसडीएम की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रेफर कर दिया गया।
तीनों ने रिश्वत के रुपयों का बंटवारा कर लिया था। एसडीएम ने इसमें 30 हजार रुपए लिए। 15 हजार रुपए ओएसडी और ऑपरेटर ने लिए थे। लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि तनवीर पटेल ने शिकायत की थी कि उनके भाई सईद अहमद कुरैशी के ग्राम अगरिया कला में क्रेशर की अनुमति जारी करने के लिए एसडीएम गैरतगंज के ओएसडी दीपक श्रीवास्तव, कम्प्यूटर ऑपरेटर राम नारायण अहिरवार एक लाख रुपए मांग रहे हैं। जांच के लिए लोकायुक्त ने डिजिटल वॉइस रिकॉर्डर तनवीर को दिया। इसमें एसडीएम का ओएसडी 45 हजार रुपए बुधवार को पहुंचाने के लिए कह रहा है।
लोकायुक्त के निर्देश पर डीएसपी संजय शुक्ला के साथ टीम ने गैरतगंज एसडीएम कार्यालय में ट्रैप की रणनीति बनाई। तनवीर अहमद ने पहली किस्त के तौर पर जैसे ही 45 हजार रुपये की रिश्वत रामनारायण को दी, लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम कार्यालय में इस पर कार्यवाही जारी है। इस दौरान एसडीएम मनीष जैन की तबियत खराब हो गई और वह अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद एसडीएम मनीष जैन ने बड़ी मासूमी दिखाते हुए इस मामले से अपने को अंजान बताने का प्रयास किया। जिला अस्पताल में मीडिया से एसडीएम ने कहा कि मैं तो बीमार हो गया था, मुझे नहीं मालूम क्या हुआ है। ये लोग मुझे यहां ले आए।