. साल 2008 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गुजरात के मुख्यमंत्री थे. जानकार बताते हैं कि तब मुख्यमंत्री के तौर पर पुलिस की मनाही के बावजूद नरेंद्र मोदी विस्फोट वाली जगह गए थे और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी.




NBL, 18/02/2022, Lokeshwer Prasad Verma,... Ahmedabad Bomb Blast: इस मामले में कोर्ट ने आठ फरवरी को 49 आरोपियों को दोषी ठहराया था और 28 अन्य को बरी कर दिया था. शहर 26 जुलाई 2008 को एक के बाद एक हुए धमाकों से दहल गया था, पढ़े विस्तार से..।
Ahmedabad Bomb Blast: गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) में साल 2008 में हुए बम धमाकों के मामले में कोर्ट ने आज 38 दोषियों को सजा-ए-मौत और 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. इन बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हो गयी थी और 200 से अधिक घायल हो गए थे. साल 2008 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गुजरात के मुख्यमंत्री थे. जानकार बताते हैं कि तब मुख्यमंत्री के तौर पर पुलिस की मनाही के बावजूद नरेंद्र मोदी विस्फोट वाली जगह गए थे और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
साल 2008 का वो किस्सा...
26 जुलाई को जब अहमदाबाद ब्लास्ट हुए तो मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस कमिश्नर से अहमदाबाद जाकर स्पॉट विज़िट करने के की इच्छा जाहिर की थी. इस पर तत्कालीन कमिश्नर पीसी पांडे ने कहा था कि बम कहीं भी रखा हो सकता है, इसलिए गांधीनगर से अहमदाबाद आना सुरक्षित नहीं होगा. इसके बाद भी नरेंद्र मोदी और उस समय गुजरात के गृह मंत्री अहमदाबाद आए और पुलिस कमिश्नर के ऑफ़िस में बैठक की।
तब सीएम मोदी ने अपराधियों पर बड़ा एक्शन लेते हुए पुलिस अधिकारियों से कहा था, ''आप ब्लास्ट करने वालों को पकड़ो, यही देश की सेवा होगी." इसके बाद पुलिस जांच में पूरे मॉडयूल का पर्दाफ़ाश भी हुआ. जिन दोषियों को सज़ा मिली है, वह देश के आठ राज्यों से हैं।
अहमदाबाद धमाकों की रिपोर्टिंग के लिए मैं दिल्ली से अहमदाबाद पहुँचा था, उस रात एक से दूसरे स्पॉट को कवर करते हुए मुझे पता चला कि सीएम @narendramodi पुलिस कमिश्नर के ये कहने के कि “आपका अहमदाबाद आना सुरक्षित नहीं हैं बम कहीं भी रखा हो सकता है” यहाँ आ रहे हैं, उस रात की तस्वीरें.
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एक के बाद एक हुए धमाकों से दहल गया था अहमदाबाद बता दें कि इस मामले में कोर्ट ने आठ फरवरी को 49 आरोपियों को दोषी ठहराया था और 28 अन्य को बरी कर दिया था. शहर 26 जुलाई 2008 को एक के बाद एक हुए धमाकों से दहल गया था. अदालत ने पिछले साल सितंबर में 77 आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई पूरी की थी. कुल 78 आरोपियों में से एक गवाह बन गया था।