CG - बस्तर पुलिस ने हासिल की महत्वपूर्ण सफलता : लापता बच्चों और वयस्कों को ढूंढने में छत्तीसगढ़ में जिला बस्तर पुलिस ने पाया अव्वल स्थान, लापता हुए 943 व्यक्तियों के चेहरों पर लायी मुस्कान...




बस्तर पुलिस ने हासिल की महत्वपूर्ण सफलता।
लापता बच्चों और वयस्कों को ढूंढने में छत्तीसगढ़ में जिला बस्तर पुलिस ने पाया अव्वल स्थान।
01.04.2021 से 31.12.2023 के बीच लापता हुए 943 व्यक्तियों के चेहरों पर लायी मुस्कान।
वर्ष 2023 में 351 लापता बालक/बालिकाओं/वयस्कों में से 316 एवं पूर्व में लापता हुए 58 बालक/बालिकाओं/वयस्कों को किया दस्तयाब।
‘‘ऑपरेशन मुस्कान’’ के तहत 70 में से 69 मासूमों को ढूंढकर लौटाया परिजनों के पास।
बस्तर : बस्तर पुलिस लगातार आपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्यवाही कर नकेल कस रही है , वहीं दूसरी ओर संवेदनशीलता और जनसेवा की मिसाल पेश कर रही है। बस्तर पुलिस द्वारा ‘‘ ऑपरेशन मुस्कान ‘‘ के तहत महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गयी है। 01.04.2023 से 31.12.2023 के बीच लापता हुए 1003 बालक/बालिकाओं/वयस्कों से 943 की तलाश कर परिजनों से मिलाया है, इस प्रकार 94 प्रतिशत गुम हुए इंसानों की तलाश कर बस्तर पुलिस ने छत्तीसगढ़ राज्य में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। जिला पुलिस ने वर्ष 2023 में 351 लापता इंसानों (6 बालक, 64 बालिका, 193 महिला एवं 88 पुरुष ) में से 316 (6 बालक, 63 बालिका, 166 महिला एवं 81 पुरुष ) इंसानों को दस्तयाब किया, वहीं 2023 से पूर्व (01.01.2007 से 31.12.2022 तक) के 56 गुम बालक/बालिकाओं/वयस्का को तलाश कर कुल 407 परिवारों को लौटाया है।
दस्तयाब हुए प्रकरणों में वर्ष 2017 और 2019 के नाबालिग भी शामिल हैं, जिन्हें तकनीकी आधार पर तलाश कर गुजरात और मध्यप्रदेश से प्राप्त किया गया, साथ ही वर्ष 2012 में गुम हुए वयस्क को 48 वर्ष की उम्र में महाराष्ट्र से दस्तयाब किया गया।
बस्तर पुलिस की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि तत्कालीन उप महानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के कुशल नेतृत्व, लगनशीलता, परिजनों के प्रति संवेदनशीलता और बस्तर जिले के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों अथक प्रयास और परिश्रम का परिणाम रही।