छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला शतरंज संघ द्वारा निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए

छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला शतरंज संघ द्वारा निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए
छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला शतरंज संघ द्वारा निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए

मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला शतरंज संघ द्वारा निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इस भीषण गर्मी में जहां पर शारीरिक खेल खेलना कष्टदायक होता है और इसी मौसम में बच्चे परीक्षाओं से फुर्सत होकर अवकाश में रहते हैं ऐसे क्षणों में शतरंज जैसे खेल सरलता पूर्वक खेले जा सकते हैं और यदि कहीं प्रशिक्षण की व्यवस्था हो जाए वही भी निशुल्क व्यवस्था हो जाए तो यह सोने में सुहागा कहलाता है। 

      मनेंद्रगढ़ जिला शतरंज संघ द्वारा दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल मनेंद्रगढ़ के सहयोग से गत माह एक निशुल्क प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया था। इस शिविर में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने शतरंज कैसे खेलते हैं बोर्ड कैसे रखते हैं मोहरों के नाम क्या हैं मोहरे कैसे चाल चलते हैं शतरंज लिखकर कैसे खेलते हैं और वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय शतरंज खेलने के क्या-क्या नियम है। मनेंद्रगढ़ जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार जैन नेशनल आर्बिटर मनेंद्रगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि

    ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से बच्चों को शतरंज के प्राथमिक नियम उप नियमों की जानकारी प्रदान की गई। मनेंद्रगढ़ शतरंज संघ का प्रयास है कि विभिन्न विकास खंडों में इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाए विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों को शतरंज संबंधी प्रशिक्षण दिया जाए। शतरंज मूलतय भारतीय खेल है। परंतु शतरंज के महत्व को रूस ने पहचाना उन्होंने इसे राष्ट्रीय खेल का दर्जा दिया और शतरंज को बच्चों के स्कूल स्तर के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया उन्होंने यह प्रमाणित कर दिया है कि बच्चों के दिमाग के विकास के लिए शतरंज सहायक है और विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षणों में यह बात प्रमाणित हो चुकी है कि जो बच्चे शतरंज खेलते हैं अपेक्षाकृत वह लोग अधिक कुशाग्र होते हैं गणित में अच्छे होते हैं और उनके परीक्षाओं में अपेक्षाकृत प्रतिशत अंक अधिक आते हैं जिस प्रकार अन्य खेलों को खेलने से शारीरिक विकास होता है उसी प्रकार शतरंज खेलने से मानसिक विकास में सहायता मिलती है।

     छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ द्वारा मुख्यमंत्री ट्रॉफी का आयोजन रायपुर में किया जा रहा है इसी प्रकार अखिल भारतीय शतरंज संघ द्वारा चेन्नई में ओलंपियाड आयोजित हो रहा है जिसमें पूरे विश्व के ख्याति लब्ध खिलाड़ी अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के नेतृत्व में विभिन्न प्रकार के स्वयं सेवकों को इस खेल में अपनी सेवाएं प्रदान करने का अवसर भी प्रदान किया जा रहा है।

      भारत सरकार के खेल विभाग के सहयोग से आयोजित होने वाला यह चीज ओलंपियाड एक ऐतिहासिक आयोजन है और इस आयोजन के पश्चात पूरे भारतवर्ष में शतरंज के प्रति रुझान में वृद्धि होगी बच्चे शतरंज के महत्व को समझेंगे शतरंज के प्रशिक्षण की व्यवस्था शतरंज संघ करेंगे और शतरंज के प्रचार प्रसार में गति मिलेगी ऐसी आशा है।

      इस कोलांचल में जहां पर वनवासी अपेक्षाकृत सघन जंगलों में निवास करते हैं वहां पर शतरंज जैसे खेल के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाई जा रही है ग्रामीण स्तर पर शतरंज खेल के प्रचार प्रसार के लिए लगातार सतत संपर्क किए जा रहे हैं साथ ही साथ विभिन्न प्रकार की शतरंज के प्रशिक्षण शतरंज की प्रतिस्पर्धा है एवं खिलाड़ियों को राज्य स्तर राष्ट्रीय स्तर यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल प्रदर्शन के लिए शतरंज संघ सक्रिय हैं और बच्चों को खिलाड़ियों को भरपूर सहायता पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।