IPS ने मांगी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति :- ये IPS करना चाहती है कृष्ण की भक्ति….दोबारा पत्र लिखकर विभाग से मांगी अनुमति, गृह विभाग ने किया मंजूर…..23 साल की सर्विस में कई बार बटोरी सुर्खियां…ये 2 IPS पहले भी पकड़ चुके हैं भक्ति की राह……




अंबाला 25 नवंबर 2021। IPS भारती अरोड़ा VRS लेने की जिद पर अड़ी हुई है। पहली बार पुनर्विचार के लिए लौटायी गयी VRS की अर्जी के बाद अब दोबारा से अंबाला आईजी भारती अरोड़ा ने स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए आवेदन दे दिया है। 1998 बैच की आईपीएस भारती अभी अंबाला रेंज की आईजी है। वहीं उनके पति विकास अरोड़ा भी उसी बैच के ही IPS अफसर हैं। हालांकि इस बार उनका VRS तय माना जा रहा है। गृह विभाग से स्वीकृत होकर अब आवेदन सीएम सेक्रेटिएट भेज दिया गया है। अब मुख्यमंत्री इस बारे में आखिरी फैसला लेंगे। इससे पहले उन्होंने 24 जुलाई को भी डीजीपी को पत्र भेजकर प्रभू श्रीकृष्ण की साधना की इच्छा जताते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृति मांगी थी, लेकिन तब गृहमंत्री ने ये कहकर उनका आवेदन लौटा दिया था कि उनकी सेवा की प्रदेश को अभी जरूरत है, वो बेहद काबिल अफसर है।
पुनर्विचार के लिए लौटाये गये आवेदन के चार महीने बाद फिर से IPS भारती ने VRS के लिए आवेदन भेज दिया। भारती अरोड़ा ने अपने विभाग और ACS गृह को आवेदन भेजकर VRS देने का अनुरोध किया है। हालांकि इस बार उनकी अर्जी गृह विभाग ने स्वीकार करते हुए सीएम सचिवालय को भेज दी है। खुद गृहमंत्री अनिल विज ने कहा है कि आईजी की ओर से वीआरएस का आवेदन आया था।पिछली बार हमने उन्हें पुनर्विचार के लिए कहा था, लेकिन दोबारा आने के बाद अब उन्हें जबरदस्ती नहीं रोक सकते। वो अच्छी अफसर हैं बावजूद नौकरी को लेकर उनका निर्णय ही प्रमुख है। गृह विभाग ने अपनी तरफ से आवेदन को ओके कर मुख्यमंत्री को भेजा है. गृहमंत्री ने कहा कि कृष्ण भक्ति उनका व्यक्तिगत मामला है, उसमें हम दखल नहीं दे सकते।
करीब 23 साल की नौकरी के बाद भारती अरोड़ा का यह कदम चर्चाओं में है। हरियाणा की वे पहली महिला आइपीएस हैं, जिन्होंने वीआरएस मांगी है। भारती अरोड़ा का इससे पहले कैडर दूसरा था, जबकि बाद में उन्होंने हरियाणा कैडर को ज्वाइन किया।
भारती अरोड़ा 1998 बैच की आइपीएस अफसर हैं, जबकि सात सितंबर 1998 को अपनी सर्विस शुरू की थी। आइपीएस भारती अरोड़ा की फाइल पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार उनकी सेवानिवृत्ति की इच्छा पर क्या निर्णय लेती है, पता नहीं, लेकिन आज सरकार के फैसले पर सभी की निगाहें टिकी हैं। इस दिन सरकार उनकी प्रार्थना पर अपना निर्णय ले सकती है।
वर्ष 2004 से वृंदावन के प्रति भारती अरोड़ा के मन में मोह पैदा हुआ। उनका कहना है कि अब वृंदावन धाम में लोगों को भक्ति की राह दिखानी है। अपना जीवन वृंदावन धाम में ही अब बिताना है। वह अंबाला कैंट में रोजाना सत्संग में पाठ सुनने के लिए आती हैं। वीआरएस के लिए पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में आईजी भारती अरोड़ा ने लिखा है कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जुनून रही है लेकिन आगे का जीवन वह प्रभु चरणों में बिताना चाहती हैं।50 साल की आईपीएस अधिकारी ने इसके लिए सरकार से तीन महीने के नोटिस पीरियड में भी छूट देने का आग्रह किया है।
दो आईपीएस पहले भी पकड़ चुके हैं भक्ति की राह :
इससे पहले भी दो आईपीएस अधिकारी भक्ति की राह पकड़ चुके हैं। कृष्ण भक्ति में डूबकर राधा का रूप धारण करने वाले यूपी के पूर्व आईजी डीके पांडा 2005 में खूब चर्चा में थे. तब उन्होंने खुद को दूसरी राधा और कृष्ण की प्रेमिका घोषित किया था। स्त्रीवेश में अपनी साधना का स्वरूप भी उन्होंने सार्वजनिक कर दिया था. इसी तरह बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे अब वे गेरुए कपड़े में कथावाचक की भूमिका में आ गए हैं। हाल में गुप्तेश्वर पांडे ने कहा था कि उन्होंने अपने आपको भगवान को समर्पित कर दिया है।