बर्खास्त थानेदार का गजब जलवा: बर्खास्त थानेदार ने बेटी की शादी में 1.15 करोड़ कैश दहेज में दिए.... थाल में सजाए नोट.... दंग रह गए बाराती.... कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए शादी में बुलाए 800 मेहमान.....

बर्खास्त थानेदार का गजब जलवा: बर्खास्त थानेदार ने बेटी की शादी में 1.15 करोड़ कैश दहेज में दिए.... थाल में सजाए नोट.... दंग रह गए बाराती.... कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए शादी में बुलाए 800 मेहमान.....

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राजस्थान। भरतपुर जिले में एक बर्खास्त थानेदार ने अपनी बेटी की शादी में  दहेज में 1 करोड़ 15 लाख 101 रुपए नकद दिए हैं। इतना ही नहीं लाखों के गहने भी दिए हैं। जबकि खुद पुलिस बताती है कि दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध हैं। इतना ही नहीं इस दौरान थानेदार ने कोविड गाइडलाइन की भी जमकर धज्जियां उड़ाईं। मनाही के बाद भी शादी में 800 लोगों को बुलाया गया था। बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह ने एक लाख रुपए अलग से वर पक्ष को दिए। प्रत्येक बाराती को 511 नकद रकम भी दी गई। कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर हुई शादी में कांग्रेस के विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना, उनके पुत्र और प्रधान हिमांशु अवाना, पूर्व विधायक घनश्याम मेहर सहित कई कांग्रेस नेता शामिल हुए। 

इतनी बड़ी रकम जिसने भी देखा वो देखते ही रह गए। अब थानेदार की बेटी की शादी की खूब चर्चा भी हो रही है। उच्चैन कस्बे में शादी हुई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह ने अपनी बेटी की शादी बड़ी धूमधाम से की जिसमें सैकड़ों लोग एकत्रित हुए। करौली जिले के कैमरी गांव से अर्जुन सिंह के घर बारात आई। जहां उसने अपनी बेटी को सवा करोड़ रुपये से अधिक का दहेज भी दिया। जिसमें स्थानीय विधायक और अन्य नेता भी मौजूद रहे। यह शादी जिलेभर में इसलिए भी चर्चित है क्योंकि सरकारी रोक कि बावजूद इसमें 800 लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। 

इधर वायरल वीडियो के बाद अब कलेक्टर आलोक रंजन ने एसडीएम उच्चैन से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि कोरोना प्रोटोकाल का अगर ऊलंघन हुआ है तो कार्यवाही होगी। मामले में क्षेत्रीय विधायक जोगिंदर सिंह अवाना का कहना है कि वह वर-वधु को आशीर्वाद देने गए थे उस वक्त 100 से कम लोग ही शामिल थे, जहां तक सवाल दहेज राशि का है तो ना उन्होंने राशि गिनी, ना देखी, गुर्जर समाज में शादी विवाह समारोह में हंसी मजाक और ठिठोली होती है जो समाज के लोग कर रहे थे। मेरी विधानसभा के हर मतदाता के सुख-दुःख में शामिल रहता हूं। 

उल्लेखनीय है कि बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह को कामां की धिलावटी चौकी से पहले नवम्बर में वर्ष 2019 में दो लाख की रिश्वत के मामले में पहले सस्पेंड किया गया और बाद में जनवरी 2020 में बर्खास्त किया गया। दूल्हा दीपक राज्य आबकारी विभाग में इंसपेक्टर है। थानेदार अर्जुन सिंह को नवंबर, 2019 को रिश्वत में 2 लाख रुपए नहीं देने पर धिलावटी चौकी में मारपीट करने के आरोप में सस्पेंड किया गया था। फिर गैर हाजिर रहने पर जनवरी 2020 में उसे बर्खास्त कर दिया गया। करीब 30 साल से वह उच्चैन कस्बे में रह रहा है। उसके दो ऑलीशान मकान भी बने हैं। एक में बैंक को किराए पर दिया हुआ है।