पूर्व CM का निधन बिग ब्रेकिंग :- पूर्व राज्यपाल और पूर्व CM का निधन ,पिछले कई दिनों से थे अस्पताल में भर्ती….PM मोदी और शाह लगातार ले रहे थे अपडेट..89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस…….




लखनऊ 21 अगस्त 2021। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह नहीं रहे। अब से कुछ देर पहले उन्होंने लखनऊ के SGPGI अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। भाजपा में हिंदुत्व का बड़ा चेहरा रहे कल्याण सिंह की अयोध्या राम मंदिर की वजह से अलग पहचान रही।
अयोध्या राममंदिर को लेकर शुरू से ही जुड़े रहे कल्याण सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में ही बाबरी मस्जिद विध्वंस किया गया था।
कल्याण सिंह पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, मल्टी आर्गन फेल्योर होने की वजह से उनकी स्थिति लगातार बिगड़ रही है। क्रिटिकल केयर मेडिसिन, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी और एंडॉक्रिनलॉजी के वरिष्ठ डॉक्टर कल्याण सिंह की तबीयत पर लगातार नजर बनाए हुए थे, हालांकि कल्याण सिंह की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम यानी की वेंटिलेटर और डायलिसिस पर रखा गया था।
कल्याण सिंह की राजनीतिक जीवन यात्रा को जानिए-
5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ के मढ़ौली गांव में पैदा हुए
कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था। भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार होने वाले कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल भी रहे।
एक दौर में कल्याण राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे। उनकी पहचान हिंदुत्ववादी और प्रखर वक्ता के तौर पर थी।
यूपी में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बने
कल्याण सिंह 2 बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे। वह भाजपा के यूपी में पहले सीएम भी थे। पहले कार्यकाल में 24 जून 1991 से 6 दिसम्बर 1992 तक और दूसरी बार 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक मुख्यमंत्री रहे।
30 अक्टूबर, 1990 को जब मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी। प्रशासन कारसेवकों के साथ सख्त रवैया अपना रहा था।
ऐसे वक्त में भाजपा ने मुलायम का मुकाबला करने के लिए कल्याण सिंह को आगे किया। कल्याण सिंह भाजपा में अटल बिहारी वाजपेयी के बाद दूसरे ऐसे नेता थे, जिनके भाषणों को सुनने के लिए जनता सबसे ज्यादा बेताब रहती थी।