CG- डिप्टी रेंजर पर रेप का आरोप: डिप्टी रेंजर ने कर्मचारी की पत्नी से किया दुष्कर्म.... दवाई देने के बहाने ले गया.... फिर धमकी देकर करता रहा रेप.... 3 महीने से फरार.... FIR दर्ज......

CG- डिप्टी रेंजर पर रेप का आरोप: डिप्टी रेंजर ने कर्मचारी की पत्नी से किया दुष्कर्म.... दवाई देने के बहाने ले गया.... फिर धमकी देकर करता रहा रेप.... 3 महीने से फरार.... FIR दर्ज......

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कांकेर 18 जनवरी 2022। डिप्टी रेंजर पर रेप का गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि कांकेर में वन विभाग के डिप्टी रेंजर ने अपने ही कर्मचारी की पत्नी से दुष्कर्म किया। पहली बार दवाई देने का झांसा देकर महिला को ले गया। फिर पति को जान से मारने की धमकी देकर डराया। इस दौरान पति की ड्यूटी बाहर लगा देता और महिला से दुष्कर्म करता। पूरा मामला कोयलीबेड़ा वन परिक्षेत्र का है। 6 महीने बाद हिम्मत कर महिला ने पति को सारी बात बताई तो कोयलीबेड़ा थाने में FIR दर्ज हुई। इसके बाद पता चला कि डिप्टी रेंजर 3 माह से लापता है। डिप्टी रेंजर गणेश राम साहू पर विभाग के ही एक बीट गार्ड की पत्नी ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। 

वारदात जुलाई 2019 की है। महिला ने बताया कि वह फॉरेस्ट कॉलोनी में खेल रहे अपने बच्चे को लेने के लिए निकली थी। इस दौरान डिप्टी रेंजर मिल गया और पूछताछ करने लगा। इस पर महिला ने बताया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है और वह बच्चे को लेने के लिए जा रही है। आरोप है कि इस पर डिप्टी रेंजर गणेश राम साहू ने उससे क्वार्टर में दवाई होने की बात कही और साथ चलने के लिए कहा। इस पर महिला ने मना कर दिया। डिप्टी रेंजर के बार-बार कहने पर महिला तैयार हो गई। आरोप है कि उसके साथ क्वार्टर में पहुंची तो डिप्टी रेंजर ने उसके साथ दुष्कर्म किया। 

इसके बाद किसी को बताने पर पति को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद महिला डर गई। और डिप्टी रेंजर दबाव बनाकर बार-बार दुष्कर्म करने लगा। आरोप है कि इसके लिए आरोपी डिप्टी रेंजर अपने कर्मचारी की ड्यूटी बार-बार बाहर लगा देता या फिर उसे काम से कहीं भेज देता। इस बीच उसकी पत्नी से दुष्कर्म करता था। इसके बाद अचानक डिप्टी रेंजर ड्यूटी से गायब हो गया। महिला ने हिम्मत करके सारी जानकारी अपने पति को दी और 16 जनवरी को पति-पत्नी कोयलीबेड़ा थाना पहुंचकर डिप्टी रेंजर के खिलाफ FIR दर्ज कराया। अरोपी रेंजर तीन माह से अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचा है। वह फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। मामला सामने आने के बाद से ही वन विभाग के अफसरों में खामोशी छा गई है।