ग्रामीणों की शिकायत के बाद संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने खाद्य निरक्षको की बैठक अपने आवास में ली .. कहा सभी को मिले राशन जनता न हो परेशान...

संदीप दुबे✍️✍️✍️

ग्रामीणों की शिकायत के बाद संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने खाद्य निरक्षको की बैठक अपने आवास में ली .. कहा सभी को मिले राशन जनता न हो परेशान...
ग्रामीणों की शिकायत के बाद संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने खाद्य निरक्षको की बैठक अपने आवास में ली .. कहा सभी को मिले राशन जनता न हो परेशान...

Nayabharat

संदीप दुबे✍️✍️✍️

भैयाथान -  क्षेत्र में भ्रमण के दौरान राशन न मिलने की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा लगातार मिल रही थी जिस संबंध में संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने विधान सभा के सभी खाद्य निरीक्षकों की बैठक अपने निवास पर बुलाकर राशन दुकानों की भौतिक सत्यापन कर हितग्राहियों को राशन मिल जाए ऐसा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

मिली जानकारी अनुसार भटगांव विधायक व संसदीय सचिव पारस नाथ राजवाड़े को क्षेत्र भ्रमण के दौरान राशन नहीं मिलने की शिकायत मिल रही थी जिस पर संसदीय सचिव ने विधानसभा के सभी खाद्य निरीक्षकों को अपने निवास पर तलब कर उनसे कहा कि ग्रामीणों को विक्रेताओं के द्वारा कई स्थानों पर राशन नहीं दिया जा रहा है। राशन दुकान संचालक हितग्राहियों को यह कह कर वापस कर दे रहे हैं कि राज्य सरकार से चावल नही आया है सरकार ने कटौती कर दी है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है जो बिल्कुल बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। सभी खाद निरीक्षकों को निर्देशित किया कि राशन दुकान में जाकर भौतिक सत्यापन करें और यह पता करें कि वर्तमान में उस दुकान में स्टॉक कितना  है बताया जाता है कि विक्रेताओं के ऊपर काफी मात्रा में रिकवरी लंबित है। जो 2017 से अभी तक राशन दुकानों के पास काफी मात्रा में चावल स्टाक में है जिसकी भरपाई दुकान संचालक से की जानी है। यही कारण है कि कटौती के चावल की भरपाई ना कर तरह-तरह के जुगत लगा रहे हैं। जिसमें कई स्थानों पर ई पोस मशीन में अंगूठा लगाकर चना शक्कर तो दे देते हैं लेकिन चावल बाद में आने की बात कह कर हितग्राही को घर भेज दे रहे हैं कुछ दुकानदार तो यह भी कहते हैं कि अंगूठा लगाने के बाद ही चावल आएगा कहना गलत है।ऐसे मामलों का खाद्य विभाग अच्छे से जांच करे ताकि कोई भी ग्रामीण राशन से वंचित ना हो सके। सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली में दुकान संचालको के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा मिल रही शिकायत के मामले को लेकर संसदीय सचिव काफी गंभीर हैं।

खाद्य निरीक्षकों को विधायक की दो टूक जरूरत पड़े तो करें एफ आई आर
राशन दुकान के ऐसे संचालक जो दुकान छोड़ चुके हैं और स्टॉक की भरपाई अभी तक नहीं किए हैं ऐसे सभी संचालको से भरपाई हेतु नोटिस काटकर निश्चित समयावधि पर राशन जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। वही वर्तमान में राशन दुकान का संचालन कर रहे विक्रेताओं को भी स्टॉक में दिख रहे चावल का भरपाई कराएं साथ ही जमा नही करने पर ऐसे दुकानों को अन्य दुकान में संलग्न करें और ऐसे संचालकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करें।