देखे वीडियो - सात दिनों बाद माओवादियों के गिरफ्त से रिहा पति अजय लकड़ा को देख पत्नी अर्पिता का छलका आंसू.देखे कैसे बढ़ाया पति का हौसला

देखे वीडियो - सात दिनों बाद माओवादियों के गिरफ्त से रिहा पति अजय लकड़ा को देख पत्नी अर्पिता का छलका आंसू.देखे कैसे बढ़ाया पति का हौसला

बीजापुर -सात दिनों बाद आज जनअदालत से माओवादियों ने अपहृत सब इंजीनियर अजय लकड़ा को रिहा किया। रिहाई के दौरान इंजीनियर की धर्म पत्नी अर्पिता लकड़ा भी मौजूद थी

सात दिनों बाद जब पति अजय लड़का को अपने सामने पत्नी अर्पिता ने देखा तो आंखो से आसूं छलक पड़े लेकिन अर्पिता ने अपने पति का साहस बढ़ते हुए कहा आप काफी स्ट्रॉन्ग है हमने अपने जिंदगी के 10 साल साथ में बिताए हैं हमारे जीवन में काफी परेशानियां आई हमने मिलकर सारी परेशानियों का सामना किया आगे भी करेंगे ये हमारी परीक्षा की घड़ी है

जब अजय लकड़ा ने अपने पत्नी से कहा मत रोइए आप तो अर्पिता ने भी मैं नही रोई मुझे भरोसा था आपको कुछ नही होगा। 

मीडिया के सामने इंजीनियर को रिहा किया गया। सात दिनों से लगातार मीडिया और समाज के प्रमुख अपील कर रहे थे। पत्नी के साथ मीडिया कर्मी लगातार जंगलो की खाक छान रहे थे।

 जंगल के अज्ञात स्थल पर जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने रिहा किया। सरकार से मांगें रखी। पुल, सड़क, कैम्प का विरोध किया। 

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विभाग के इंजीनियर अजय लकड़ा बीते कई दिनों से नक्सलियों के कब्जे में थे। इंजीनियर ऑफिस के एक चपरासी लक्षमण परतागिरी के साथ गोरना- मनकेलि में सड़क निर्माण कार्य का मेजरमेन्ट लेने पहुंचे थे। 

जहां से नक्सलियों ने दोनों का अपहरण कर लिया था। लेकिन दूसरे दिन चपरासी को नक्सलियों ने नगर के करीब बंडागुडा तालाब के पास छोड़ दिया था। लेकिन इंजीनियर को नक्सलियों ने नहीं छोड़ा और आज भी इंजीनियर नक्सलियों के कब्जे में ही था।

 इंजीनियर अजय लकड़ा को छुड़ाने के लिए मासूम बेटे के साथ पत्नी अर्पिता लकड़ा जंगलों की खाक छान रही थी।