समय की जिसने कीमत लगाई वही पार हो गया - सन्त बाबा उमाकान्त महाराज

समय की जिसने कीमत लगाई वही पार हो गया - सन्त बाबा उमाकान्त महाराज
समय की जिसने कीमत लगाई वही पार हो गया - सन्त बाबा उमाकान्त महाराज

समय की जिसने कीमत लगाई वही पार हो गया - सन्त बाबा उमाकान्त महाराज

जो साधक होगा वह बाधा वाली चीजों से अपने को बचाएगा

उज्जैन (म.प्र.)। जिस एक चीज को प्राप्त करने से इस दुनिया की सभी चीजें प्राप्त हो जाती हैं उस नामदान की अमोलक दौलत लुटाने वाले, दुनिया बनाने वाले को प्राप्त करने का तरीका बताने वाले, साधक के लक्षण बताने वाले, आदेश पालन करने वाले भक्तों के काम बनाने वाले, समय की कीमत लगाने वाले और लगाने की शिक्षा देने वाले, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, लोकतंत्र सेनानी, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त ने 30 अक्टूबर 2020 दोपहर उज्जैन आश्रम  में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जो एकदम नए लोग हो, इन सारी बातों को आप नहीं समझ पाए होंगे। थोड़ी बहुत मतलब की बात आपके समझ में आई होगी। लेकिन अभी तक जो समझे, समझे। जो न समझे तो धीरे-धीरे समझ जाओगे। अब जो (नामदान) बताने जा रहा हूं इसको आप समझ करके करोगे तो आप सब समझ जाओगे, आपको ज्ञान हो जाएगा, आपकी बुद्धि प्रखर हो जाएगी, आपके पास सारी चीजें हो जाएगी। जब आपको दुनिया बनाने वाले मिल जाएगा तो आपको किसी चीज के लिए रोना-धोना नहीं लगा रहेगा, सारी चीजें आपके पास हो जाएगी। चार पदारथ करतल ताके, अर्थ धर्म काम मोक्ष, आपकी मुट्ठी में होगा।

जो साधक होगा वह बाधा वाली चीजों से अपने को बचाएगा

बाबा उमाकान्त  ने 16 मार्च 2020 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि जो साधक होगा पहले तो अपनी साधना पूरी करेगा। उसके बाद उसके आचार विचार आहार व्यवहार बदलेंगे और अपने को बचाएगा, दुनिया के लोगों से बचाएगा। जो साधक होगा वो मान-सम्मान से, गलत खान-पान से, दूसरों के अन्न से बचेगा। साधक की तो अलग पहचान हो जाती है। साधक की पहचान हो गई लोगों को, बोले भाई यह तो (उपरी लोकों में) आने-जाने लग गया। बहुत से लोग जो गुरुजी के नजदीक में थे, उनमें से कुछ लोगों में अंदर-अंदर जलन पैदा होने लगी। जलन किसको कहते हैं? देखो यह हमसे आगे निकल गया, किसी भी मामले में। उसको लोग पसंद नहीं करते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। खुश होना चाहिए कि कम से कम भाई हम नहीं जा पा रहे तो यह तो जा तो रहा है, ये कर तो रहा है।

समय सीमा के अंदर आदेश का पालन करने की कोशिश करो

बाबा उमाकान्त  ने 30 अगस्त 2021 प्रातः दईजर आश्रम जोधपुर राजस्थान में बताया कि देखो पैदा होने के पहले जो मां के स्तन में दूध भर देता है, देता वो है, परवरिश वह करता है। काम कैसे बिगड़ेगा? यह तो आदमी का भूल और भ्रम है कि काम बिगड़ जाएगा। और भक्तों का जब काम बिगड़ जाएगा तो बनेगा किसका? इसलिए बच्चे और बच्चियों आप जैसे भी हो, जो भी आदेश हो, समय के अनुसार चलो। कोई भी आदेश हो, कोई भी काम हो, समय पर करने की कोशिश करो क्योंकि वो समय जब निकल जाएगा तब उतनी कामयाबी नहीं मिलेगी। 

समय की जिसने कीमत लगाई वही पार हो गया

बाबा उमाकान्त  ने 19 दिसंबर 2022 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि बेला तू यही रटता रहा। वाह रे भाई अलबेला न वक्त देखा न बेला, वाह रे भाई अलबेला। यही रटता रहा। तब उन्होंने कहा न वक्त देखा न बेला, उसी का तो काम हो गया, उसी की तो (अंतर साधना में) चढ़ाई हो गई। जब भी वक्त मिला तब याद कर लिया। समय की जिसने कीमत लगाई, वही पार हो गया। नहीं तो समय किसी का इंतजार नहीं करता है और समय निकलता चला जाता है। इसलिए कहा गया एक घड़ी आधी घड़ी आधी में पुनि आध। जो भी समय मिले, एक घड़ी, आधी घड़ी, उसी में (प्रभु को) याद करना चाहिए। पलटू सिमरन सार है घड़ी न बिसरे एक। पलटू साहब ने कहा कि एक घड़ी (भी प्रभु को) नहीं बिसरना चाहिए।