राजस्थान के साजिद बन रहे पूरे भारत के वास्तुकारों की बुलंद आवाज़




-सम्पूर्ण भारत के वास्तुकारों एवं वास्तुकार छात्रों कीमुखर आवाज़ बन कर उभर रहे साजिद
-साजिद के अथक प्रयासों से वास्तुकारों की अहम मांगों को जनप्रतिनिधियों ने लोकसभा में उठाया
-छात्रों और वास्तुकारों के हितों की आवाज़ कर रहे बुलंद
-भीलवाड़ा जिले से साजिद का काफी गहरा नाता
जयपुर। राजस्थान से संबंध रखने वाले साजिद अपने कॉलेज समय से ही छात्रों और वास्तुकारों के हितों की आवाज़ बुलन्द करते आ रहे है। इसी कड़ी में अब साजिद सम्पूर्ण भारत के वास्तुकारों एवं वास्तुकार छात्रों की मुखर आवाज़ बन कर उभर रहें हैं। हाल ही में साजिद के अथक प्रयासों से वास्तुकारों की अहम मांगों को जनप्रतिनिधियों ने लोकसभा में उठाया है,
जो इस प्रकार है -
1. वास्तुकार अधिनियम में संशोधन हो अथवा नया कानून लाया जाए, जिससे कि फर्जी वास्तुकारो पर लगाम लग सके।
2. जरूरतमंद वास्तुकला के छात्रों के लिए भी स्कॉलरशिप शुरु की जाए।
3. भारतीय वास्तुकर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर कि संस्थाओं से गठबंधन हो।
4. देश के विभिन्न क्षेत्रो में वास्तुकर ट्रेनिंग एवम रिसर्च सेंटर खोले जाएं, जिससे वास्तुकला के प्रति लोगो कि जागरूकता बढ़े।
राजस्थान के साजिद के इन प्रयासों के लिए संपूर्ण भारत में वास्तुकला जगत से जुडे लोग उनके प्रयासों कि सराहना एवं धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। ★आपको बता दें कि साजिद ने अपनी शिक्षा राजस्थान के बहुप्रतिष्ठित MBM इंजीनियर कॉलेज जोधपुर से रजत पदक के साथ पूर्ण कि है। साजिद आर्किटेक्ट कॉलेज के छात्रसंघ के अध्यक्ष एवं सचिव भी रह चुके है।
कोविड-19 में भी दे चूके है अपनी बेहतरीन सेवाएं
साजिद का भीलवाड़ा जिले से काफी गहरा नाता है, सामाजिक जीवन में भी बहुत सक्रिय हैं, इसके अलावा कोरोना महामारी की पहली लहर में मांडल निवासी साजिद ने ग्राम मांडल (जिला भीलवाड़ा) में एसडीएम के सहायक के रुप में अपनी उत्कृष्ट सेवाऐं भी दी थी, जिसकी सराहना आमजन आज भी क्षेत्र में करता है। साजिद अभी लोकसभा सचिवालय के प्रशिक्षण संस्थान मे प्रशिक्षु है।