NAGRI : विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी और प्राचार्य देवपुर ने मिलकर किया फर्जीवाड़ा..कलेक्टर से किया शिकायत.. पढ़िए पूरी खबर...
छत्तीसगढ़ धमतरी...
छत्तीशगढ़ टीचर्स असोसिएसन जिला धमतरी के जिलाध्यक्ष डॉक्टर भूषण लाल चंद्राकर ने विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी और प्राचार्य देवपुर द्वारा जांच के नाम पर फर्जीवाड़ा कर संगठन के खिलाफ षड्यंत्र करने की जांच कर ,,इन दोनों अधिकारियो पर कड़ी कार्यवाही करने का मांग किया है।
विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय नगरी में वर्ष 2019 में हुए भारी आर्थिक अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत कर अधिकारियो पर कार्यवाही हेतु शिकायत की गई,,जिस पर जांच उपरांत जिलाधीश महोदय धमतरी और जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी द्वारा कार्यवाही की गई है,,,इसी कार्यवाही से सम्बंधित एक प्रकरण की जांच हेतु जिलाधीश महोदय धमतरी द्वारा, जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी को जांच हेतु निर्देशित किया गया है। जिसको संदर्भित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी द्वारा विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी और प्राचार्य देवपुर को जांच अधिकारी नियुक्त कर ,उभय पक्षो का बयान लेकर तथ्यात्मक प्रतिवेदन देने का निर्देश जारी किया गया,,जिस पर विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी और प्राचार्य देवपुर द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी के आदेश की अवहेलना कर बिना जांच किये ,मनमानी कर जांच प्रतिवेदन भेजा गया है,,इनके द्वारा किसी भी प्रकार से बयान ना लेकर दूषित मानसिकता के साथ कार्यवाही कर, प्राकृतिक न्याय के मार्गदर्शी सिद्धान्तों का किसी भी प्रकार से पालन नही किया गया है,,और गम्भीर विषय होने पर भी बिना जांच के प्रतिवेदन जमा किया गया है,,जिसके बाद जिला शिक्षा धमतरी द्वारा दिनांक 1.9.2021 को नोटिस जारी कर इस सम्बंध में पदाधिकारियों से जवाब मांगा है,,इस पर संगठन द्वारा 8.9.2021 को ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय धमतरी द्वारा मामले में 2019 में आवेदक पर की गईं कार्यवाही का कारण और किसके शिकायत पर कार्यवाही की गई है,इसकी जानकारी मांगी गयी है,,इसके बाद ही उक्त नोटिस का जवाब दिये जाने की जानकारी दी गई है,,इस हेतु समय सीमा पूर्व जानकारी के लिए निवेदन किया गया है,पर जानकारी अभी नही दिया गया है। 2014 -15 में प्रभारी विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी रहे श्री संतोष कुमार प्रजापति (वर्तमान में प्राचार्य देवपुर)के विरुद्ध अनियमितता की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय धमतरी और मुख्यकार्यपालन अधिकारी धमतरी द्वारा जांच उपरान्त , इनके विरुद्ध गोपनीय चरित्रावली चेतावनी कार्यवाही का आदेश जारी किया गया था,,तब से आज पर्यंत इनके द्वारा संगठन और इनके पदाधिकारियों के विरुद्ध व्यक्तिगत दुर्भावना और द्वेष रखते हुए,, वर्तमान में जांच अधिकारी रहते हुए,,कूटरचना कर जांच प्रतिवेदन भेजा गया है,जो कि इनकी निष्ठा को उजागर करता है।जिस प्रकरण की जांच कर रहे हैं,उसमे आवेदक इनके कार्यकाल में स्थापना प्रभारी रहे हैं,और उस समय विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी रहते हुए गलत जानकारी और नियम बताकर अपने कार्यालय में कार्यरत कुछ कर्मचारियों को नियम विरुद्ध आर्थिक लाभ दिया गया है,,जिसमे लाखों रुपयों की शासन को आर्थिक नुकसान पहुचाया गया है,,जिसकी जांच आज पर्यंत लम्बित है और आहरण संवितरण अधिकारी होने के कारण आर्थिक अनियमितता के लिए ये जिम्मेदार है।पर आज पर्यंत कार्यवाही नही की गयीं है,,और मामला के उजागर होने के भय से वर्तमान मामले को भी बिना जांच के वर्तमान विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी के साथ मिलकर फर्जीवाडा किया गया है।
जुलाई 2019 में ही संगठन द्वारा विकाशखण्ड नगरी के शिक्षकों से कई शालाओ के लघु मरम्मत कार्य हेतु आये धनराशि में से कई शालाओ के शिक्षकों से हजारों रुपये का राशि विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय नगरी के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा वसूली किया गया जिस पर जिलाधीश महोदय धमतरी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को कार्यवाही हेतु निर्देश देने पर ,जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी द्वारा श्री संतोष कुमार प्रजापति प्राचार्य देवपुर को ही जांच अधिकारी बना दिया गया,,जिनके द्वारा केवल दो ही स्कूल का केश बुक का जांच एवं बयान लेकर,, वसूली के आरोप को गलत बताकर ,,शिक्षको के विरुद्ध प्रतिवेदन दिया गया हैं,, जबकि प्राचार्य महोदय के स्वयं के संस्था के लघु मरममत के प्रभारी शिक्षक द्वारा लिखित शिकायत संगठन को दिया गया है एवं कई अन्य शिक्षक का भी लिखित शिकायत दिया गया हैं जिसका उल्लेख करते हुए संगठन द्वारा शिकायत किया गया था,,इस मामले को भी प्राचार्य द्वारा दुर्भावना और मामले को दबाने के उद्देश्य से जांच किया गया है, संगठन के पदाधिकारियों,,विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी और कार्यालय सहित शिकायत में उल्लेखित स्कूल का जांच बयान नही किया गया,और इस प्रकार एक और दोष पूर्ण जांच कर कार्य को अंजाम दिया गया है।
इस प्रकार छत्तीशगढ़ टीचर्स असोसिएसन नगरी द्वारा किये गए शिकायत एवं संगठन संबंधित मामलों में वर्तमान प्राचार्य देवपुर को ही मामला जांच हेतु प्रेषित किया जाना भी जाँच का विषय है।छत्तीशगढ़ टीचर्स असोसिएसन विकाशखण्ड नगरी के समस्त पदाधिकारियों सहित जिला अध्यक्ष भूषण चंद्राकर ने ऐसे मामलों में कूट रचना करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कार्यवाही का मांग जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी से करने के लिए,, लगातार संगठन द्वारा समय लिया जा रहा है,पर उनके द्वारा इतने गंभीर मामले पर भी संगठन को समय नही दिया जा रहा है साथ ही मनमानी कार्यवाही को संरक्षण प्रदान किया जाना प्रतीत होता है,जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा जांच के नियम कायदों को नही जानने वाले दूषित मानसिकता के साथ कार्य करने वाले अधिकारियों से जांच करवाकर मामला का लीपापोती करवाने का प्रयाश किया जाना निंदनीय है संगठन हमेशा निष्पक्ष न्याय का पक्षधर रहा है और न्याय व्यवस्था के लिए हर प्रकार के जांच के लिए तैयार है।अन्याय पूर्वक की गयी कार्यवाही पर संगठन द्वारा जल्द ही जिलाधीश महोदय धमतरी को ज्ञापन देकर फर्जीवाड़ा में शामिल अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्यवाही कर निष्पक्ष जांच की मांग की गया,जिसमे पूरी सत्यता के साथ जांच कर कार्यवाही होना बताया
