Love Story : 'पति का सुख कभी नहीं मिला', शादी के एक साल तक पति ने नहीं किया ये काम, फिर जैसे ही चला सच का पता, पत्नी के....
Love Story: 'Husband's happiness was never found', the husband did not do this work for one year of marriage, then as soon as the truth came to know, the wife's.... Love Story : 'पति का सुख कभी नहीं मिला', शादी के एक साल तक पति ने नहीं किया ये काम, फिर जैसे ही चला सच का पता, पत्नी के....




Love Story :
नया भारत डेस्क : मुझे बचपन से यही सिखाया गया था कि शादी एक पवित्र बंधन है, जिसे हर कीमत पर संजोकर रखना आपकी जिम्मेदारी है। इसका एक कारण ये भी था कि मेरे माता-पिता और भाई बहनों की मैरिड लाइफ बहुत ज्यादा खुशहाल थी। यही वजह भी है कि मैं इस तथ्य पर विश्वास करने लगी थी कि जिससे भी मेरी शादी होगी, उसके साथ मैं कदम से कदम मिलाकर चलूंगी। परंतु मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ। (Love Story)
समय के साथ मुझे समझ आया कि कैसे हम दूसरों की खुशियों की परवाह करते हुए खुद की खुशियां दांव पर लगा देते हैं। दरअसल, जब मेरी शादी हुई थी, तो उस समय मैं केवल 24 साल की थी। अपनी शादी को लेकर मैं बहुत ज्यादा उत्साहित थी। ये सब इसलिए भी था क्योंकि मुझे यकीन था कि मेरे माता-पिता की तरह मेरा वैवाहिक जीवन भी काफी अच्छा होगा। उन्होंने मेरे लिए एकदम सही इंसान चुना होगा, जिसके साथ मैं हमेशा खुश रहूंगी। लेकिन मैं नहीं जानती थी कि मेरी किस्मत में कुछ और ही लिखा था और मुझे पति को सुख कभी मिल ही नहीं सकता। (Love Story)
मैं यादगार बनाना चाहती थी वो रात
शादी से पहले मैं अपने होने वाले पति से केवल एक बार मिली थी। वो काफी शर्मीला और शिष्ट किस्म का इंसान था। उसे देखकर मुझे यही लगा कि वह मेरे लिए एकदम परफेक्ट है। मैं अपने फैसले से काफी ज्यादा संतुष्ट थी। मेरे पिता ने भी मेरी शादी बहुत अच्छे से की थी। लेकिन शादी की पहली रात मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसने मेरी जिंदगी को बुरी तरह से हिलाकर रख दिया। (Love Story)
सभी जानते हैं कि शादी की पहली रात हर कपल के लिए कितना मायने रखती है। इस अनुभव को यादगार बनाने के लिए मैंने भी खुद को तैयार कर रखा था। मेरे पति अंदर आए बैठे और मुश्किल से कुछ मिनट ही मुझसे बात की। उन्होंने ये कहकर बात खत्म कर दी कि वो थक गए हैं। मैंने भी यही सोचा कि शादी की रस्मों के कारण थकान हो गई होगी। इसलिए मैंने भी इस बात पर ज्यादा रिएक्ट नहीं किया लेकिन मैं भी सुहागरात वाली फिल चाहती थी जो मुझे नहीं मिली। (Love Story)
वो नहीं आना चाहता था मेरे पास
मेरी शादी को एक सप्ताह बीत चुका था और मेरे पति ने अभी तक मुझे अब तक छुआ तक नहीं था। मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था, लेकिन मैं अपनी तरफ से पहल नहीं करना चाहती थी। वैसे तो वो बहुत सभ्य व्यक्ति था। लेकिन एक चीज जो मुझे बार-बार परेशान कर रही थी वो ये कि उसे मेरे साथ संबंध बनाने में कोई दिलचस्पी क्यों नहीं हो रही थी। यही नहीं, जैसे-जैसे समय बीतता गया उनके साथ रहकर मुझे ऐसा लगने लगा था वह मेरे पति बनने के बजाए दोस्त बना रहना ज्यादा पसंद करते हैं। (Love Story)
जैसे जैसे समय बितता गया मुझे हर रोज एक नई चीज का अनुभव होने लगा। लेकिन अब भी हमारे बीच न्यू कपल वाली फीलिंग नहीं थी। ऐसा लग रहा था कि शादी करना और इसे बनाए रखना उनकी मजबूरी बन गई थी। मैंने कभी उनसे शिकायत नहीं की। ऐसा इसलिए क्योंकि वो बेहद नेक दिल इंसान था। मुझे उनके साथ किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन इसके बाद भी मुझे लगता था कि मेरी शादी में एक कमी तो थी। (Love Story)
ऐसे सच आया सामने
इन सब में शादी को एक साल बीत गया और हमारे बीच छोटी सी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जो वास्तव में गंभीर लड़ाई में बदल गया। मेरे मन में गुस्सा था, तो मैंने कह दिया कि मैं एक पति के लिए तरस रही हूं, जो मुझे कभी नहीं मिला। जैसे ही मैंने ये शब्द बोले मेरे पति एकदम से चुप हो गए और बिस्तर के किनारे पर जाकर बैठ गए। मैंने जब उन्हें रोता हुआ देखा, तो मैं चुप हो गई। मैं दंग रह गई। (Love Story)
ऐसा इसलिए क्योंकि मैंने आज तक उन्हें मेरे सामने कभी इतना कमजोर नहीं देखा था। मैंने उन्हें परेशान देख दिलासा दिया, तभी उन्होंने मुझसे माफी मांगी और कहा कि उनका इरादा मुझे चोट पहुंचाने का नहीं था, लेकिन उन्हें महिलाएं पसंद नहीं है। मैं कांपते हुए अपनी जगह पर खड़ी हो गई। उन्होंने कबूल किया कि वह समलैंगिक है। मैं कुछ समझ नहीं पा रही थी। मैंने फिर पूछा कि आप समलैंगिक हैं, तो उसने मेरी तरफ देखा और कुछ नहीं कहा। (Love Story)
मेरी शादी बन गई सिर्फ दिखावा
मैं यही सोच रही थी कि मेरी शादी बस एक दिखावा है। मैं बिस्तर पर चुपचाप लेट गई और हकीकत से भागने के लिए सोने की कोशिश करने लगी। लेकिन मैं अच्छे से जानती थी कि ये सपना नहीं है। मेरे पति पुरुषों को पसंद करते हैं। मुझे ये बात हर हालत में स्वीकार करनी थी, लेकिन इस दौरान मेरी अपनी खुशी का क्या। मैंने अपनी खुशी की परवाह न किए बगैर उनके साथ जीवन भर शादी का ढोंग रचाने का फैसला किया। (Love Story)
हालांकि, मुझे धोखा देने के लिए उन्होंने मुझसे माफी मांगी। उन्होंने कहा वो सब कुछ मुझे बताना चाहते थे, लेकिन उन्हें लगा कि वैवाहिक जीवन में व्यस्त होने के बाद शायद वो बदल जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हमने फैसला किया कि अब ऐसा नहीं चल सकता। (Love Story)
मैंने उन्हें किया सपोर्ट किया
हमें किसी न किसी फैसले पर तो पहुंचना ही था। ऐसे में हमने तलाक की अर्जी दायर की, जिसकी वजह से हमारे परिवार के बीच संबंध खराब हो गए। लेकिन मेरे और मेरे पति के बीच दोस्त के रूप में रिश्ता बहुत मजबूत हो गया है। मैंने उन्हें समझा और उनकी भावना की कद्र की। वह चाहते थे कि मुझे ऐसा व्यक्ति मिले, जिसके साथ मैं हमेशा खुश रहूं। हमारा ये कदम उन बंधनों से मुक्त करने के लिए जरूरी था, जो हमें दुखी और अधूरा शादी में जोड़े रखना चाहते थे। लेकिन मुझे खुशी है कि हमने समाज की परवाह नहीं की बल्कि अपनी खुशी के बारे में सोचा। सच कहूं तो आज मैं बेहद खुश हूं । (Love Story)