Diesel-Petrol Shortage! क्या छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में डीजल-पेट्रोल की शॉर्टेज है?.... पेट्रोल-डीजल की सप्लाई 40 फीसदी घटी.... कई पेट्रोल पंप सूखे.... पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन ने बताई ये बड़ी वजह....
Diesel-Petrol Shortage, Petrol And Diesel Supply Reduced By 40 Percent In Madhya Pradesh And Chhattisgarh रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पेट्रोल-डीजल सप्लाई की अघोषित कटौती से संकट गहरा सकता है. कई पंप सूखने जैसी स्थिति में हैं. जिन पंपों पर ईंधन है भी, तो वहां तीन-चार दिन का ही स्टॉक बचा है. पेट्रोल पंप एसोसिएशन (Petrol Pump Association) का कहना है कि केंद्र सरकार (Central Government) के पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) घटाने के बाद तेल कंपनियों ने सप्लाई कम कर दी है.




Diesel-Petrol Shortage, Petrol And Diesel Supply Reduced By 40 Percent In Madhya Pradesh And Chhattisgarh
रायपुर. श्रीलंका की तरह भारत में पेट्रोल-डीजल की किल्लत पैदा हो सकती है, इसको लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है. इन अफवाहों का पुरजोर खंडन करते हुए इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने एक बयान जारी कर कहा है कि भारत में तेल आपूर्ति पूरी तरह सामान्य है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पेट्रोल-डीजल सप्लाई की अघोषित कटौती से संकट गहरा सकता है. कई पंप सूखने जैसी स्थिति में हैं. जिन पंपों पर ईंधन है भी, तो वहां तीन-चार दिन का ही स्टॉक बचा है. पेट्रोल पंप एसोसिएशन (Petrol Pump Association) का कहना है कि केंद्र सरकार (Central Government) के पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) घटाने के बाद तेल कंपनियों ने सप्लाई कम कर दी है.
यदि सप्लाई ठीक नहीं हुई तो आने वाले कुछ दिन के बाद स्थिति गंभीर हो सकती है. सबसे ज्यादा दिक्कत डीजल को लेकर है. छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर और कोंडागांव समेत कई जिलों में पंप सूखे हैं, पंप संचालकों का कहना है कि उन्होंने कंपनियों को एडवांस दे दिया है. इसके बावजूद कंपनियों सप्लाई नहीं कर रही हैं. पेट्रोल पंप संचालक ने कहा कि एचपीसीएल के 60 से 70 प्रतिशत पंप ड्राई हैं, एडवांस पेमेंट पर माल नहीं मिल रहा है.
कल से बीपीसीएल में भी यही देखने को मिल रहा है. मध्यप्रदेश में कुल 4900 पेट्रोल पंप हैं, जिसमें से राजधानी भोपाल में 152 पंप हैं. प्रदेश में हर रोज 2.77 करोड़ लीटर पेट्रोल-डीजल की खपत होती है. भोपाल में हर रोज साढ़े 9 लाख लीटर पेट्रोल और 12 लाख लीटर डीजल की खपत होती है. लेकिन पेट्रोलियम डीलर्स का कहना है कि तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की सप्लाई करीब 40% तक घटा दी है, जिससे लगभग 1000 पंप सूख रहे हैं.
राजस्थान में डीजल-पेट्रोल सप्लाई की अघोषित कटौती से बड़ा संकट खड़ा हो सकता है. खासकर डीजल की किल्लत पेट्रोल से भी ज्यादा है. 500 पेट्रोल पंप तो बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं. एक हजार से ज्यादा पंप सूख चुके हैं यानी इनके पास सिर्फ रिजर्व का ही तेल बचा हुआ हैं. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स ऐसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष सुनीत बगई ने बताया कि बीपीसीएल से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन एचपी के पंप पर पूरी सप्लाई नहीं दी जा रही हैं. हालात अभी नहीं सुधर रहे हैं.
यह भी कहा जा रहा है देश के कुछ राज्यों में डीजल और पेट्रोल कमी (Diesel Petrol Shortage) की बातें अफवाह हैं. असामाजिक तत्वों (Anti Social Elements) ने लोगों को परेशान करने के लिए इस तरह की खबरें फैलाई हैं. राजस्थान (Rajasthan), उत्तराखंड (Uttarakhand), गुजरात (Gujarat) और महाराष्ट्र (Maharashtra) जैसे राज्यों में लोग इन अफवाहों के शिकार भी बन गए. अफवाह फैलते ही लोग पेट्रोल पंपों (Petrol Pumps) पर लंबी-लंबी कतारें लगाकर खड़े हो गए. कुछ जगहों पर तो लोगों ने हंगामा कर दिया, जिसके बाद पेट्रोल पंपों को बंद करने की नौबत आ गई.