छ.ग: कोरबा पुलिस ने बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए एक मुहिम शुरु की है.जिसमे बच्चों को साइबर क्राइम के प्रति जागरुक किया जा रहा है.

Chhattisgarh: In view of the increasing cybercrime,

छ.ग: कोरबा पुलिस ने बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए एक मुहिम शुरु की है.जिसमे बच्चों को साइबर क्राइम के प्रति जागरुक किया जा रहा है.
छ.ग: कोरबा पुलिस ने बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए एक मुहिम शुरु की है.जिसमे बच्चों को साइबर क्राइम के प्रति जागरुक किया जा रहा है.

NBL, 18/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Chhattisgarh: In view of the increasing cybercrime, the Korba Police has started a campaign. In which children are being made aware of cybercrime.

कोरबा पुलिस ने बढ़ते साइबर क्राइम (cyber crime in korba) को देखते हुए एक मुहिम शुरु की है. जिसमे बच्चों को साइबर क्राइम के प्रति जागरुक किया जा रहा है, पढ़े विस्तार से..। 

कोरबा : समाज में साइबर अपराध के विषय में व्यापक जागरूकता फैलाने के मकसद से जिला पुलिस एक अनूठे अभियान की शुरुआत करने जा रही है.जिसके तहत स्कूली बच्चों को साइबर अपराध की जानकारी दी जाएगी. जिला पुलिस ने इसके लिए बकायदा किताबों का प्रकाशन (book on cyber crime in korba) कराया है. किताब दो श्रेणियों में छापी गई है. पहली किताब छठवीं से दसवीं तक के बच्चों के लिए है. जबकि दूसरी किताब 11वीं और 12वीं के बच्चों को मिलेंगी.

अपराध से जुड़ी हर जानकारी : इस किताब में साइबर अपराध से जुड़ी हर एक बात पर बारीकी से फोकस किया गया है. हालांकि यह किताब स्कूल के सिलेबस में शामिल नहीं है, लेकिन पुलिस ने इसे किसी सिलेबस की किताब की तरह ही तैयार किया है. जिससे कि बच्चों में साइबर अपराध के संबंध में पर्याप्त जागरूकता फैलाई जा सके.

साइबर अपराध बड़ी चुनौती : रोजाना साइबर क्राइम के बढ़ते मामले पुलिस के लिए चुनौती है. हर दिन एक नए किस्म का साइबर क्राइम हो रहा है. वहीं बड़ी बात ये है कि अपराधी हाईटेक सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं. जबकि पुलिस पुराने तरीकों से जालसाजों को तलाशती है.ऐसे में पुलिस के लिए अपराधियों को पकड़ना आसान नहीं होता.

किताब कैसे करेगी मदद : पुलिस ने जिस किताब को तैयार (book on cyber of korba police)किया है. उसमे साइबर अपराध से परिचय, साइबर अपराध के प्रकार, सोशल मीडिया और इंटरनेट पर फेक ऐप और फेक न्यूज़ की पहचान, इंटरनेट नैतिकता, इंटरनेट लत, एटीएम धोखाधड़ी, ऑनलाइन खरीदारी से जुड़े खतरे, लॉटरी, ईमेल, मोबाइल फोन के सुरक्षा के अलावा मोबाइल एप्लीकेशन सुरक्षा यूएसबी स्टोरेज डिवाइस सुरक्षा, मोबाइल कनेक्टिविटी सुरक्षा के साथ ही अंत में साइबर स्पेस के लिए सुरक्षात्मक उपाय और साइबर अपराध की रिपोर्टिंग जैसे चैप्टर्स को कितान में शामिल किया गया है।

अपराध और कानून की जानकारी: किताब की मदद से बच्चे ये जान पाएंगे कि कम्प्यूटर और इंटरनेट के माध्यम से कैसे अपराध होते हैं. साथ ही फ्रॉड करने के क्या-क्या तरीके हैं.यही नहीं चाइल्ड पोर्नोग्राफी से लेकर डाटा हैक करके अपराध की जानकारी भी किताब में है. किताब के जरिए बच्चे ये भी जान पाएंगे कि समाज, व्यक्ति और संगठन में कैसे अपराध पनपता है. यही नहीं साइबर अपराध के विरूद्ध कार्रवाई के लिए कानूनी प्रावधान बनाए गए हैं. भारत में सूचना प्रौद्योगिकी कानून आईटी एक्ट 2000, आईटी संशोधन अधिनियम 2008 कानून के रूप में जाना जाता है.जिसकी जानकारी भी किताब में है.

कोरबा : ताकि लोग न हो साइबर क्राइम का शिकार, पुलिस ने उठाया ये कदम.. 

साइबर अपराध रोकने के लिए अभियान : कोरबा के एसपी भोजराम पटेल जिले में खाकी के रंग स्कूल के संग कार्यक्रम चला रहे हैं. जिसके तहत वह स्कूल में जाकर बच्चों को अपराध संबंधित जानकारी दी जाती हैं. इसमें साइबर सेल के जवानों के साथ महिला पुलिस की भी मदद ली जाती है. साइबर अपराधों के साथ ही महिला पुलिस स्कूली बच्चियों को आत्मरक्षा के गुर सिखा रहीं हैं।