Chhattisgarh Crime डबल मर्डर की मिस्ट्री सुलझी: दामाद ने सास का सिर पत्थर से कुचला, ससुर का गला घोंट दिया; पहचान ना हो इसलिए शव को भी जलाया,फिर जो हुआ...मामला जान रह जाएंगे दंग...
Chhattisgarh Double murder mystery solved नया भारत डेस्क : बलौदाबाजार जिले के कसडोल में डबल मर्डर का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।




Chhattisgarh Double murder mystery solved
नया भारत डेस्क : बलौदाबाजार जिले के कसडोल में डबल मर्डर का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी (41 वर्ष) ने अपने सास-ससुर को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। आरोपी ने सास का सिर पत्थर से कुचल दिया था, तो वहीं ससुर की गला घोंटकर हत्या करने के बाद लाश को जलाने की कोशिश की थी। मामला कसडोल थाना क्षेत्र का है।
जानिए पूरा मामला
कसडोल निवासी लक्ष्मी बाई(43) मानिकपुरी का शव पिछले दिनों सिद्ध खोल जलप्रपात मोड़ के पास मिली थी। शव के सर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी गई थी। इधर, लक्ष्मी बाई के पति नेहरु दास मानिकपुरी भी 20 मई से लापता था। कसडोल पुलिस लक्ष्मी बाई मानिकपुरी के हत्या और उसके लापता पति नेहरु दास की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर लक्ष्मी बाई के दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी (41) निवासी महामाया पारा कसडोल को हिरासत में लिया और पूछताछ की। संदेही लगातार बयान बदल कर पुलिस को गुमराह कर रहा था। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने सास और ससुर के हत्या की बात कबूल की।
उधारी की रकम बनी मौत का कारण
आरोपी ईश्वर दास मानिकपुरी ने बताया कि उसने सास ससुर को 5 लाख रुपये उधार दिए थे। 5 लाख रुपये दूसरे से गारंटर बनकर उधार दिलवाया था। 10 लाख रुपए उधारी लेने के बाद भी पैसा वापस नहीं मिल रहा था। उधारी रकम के लिए सास-ससुर के घर के चक्कर लगा लगा कर वो थक गया था। इसी दौरान एक दिन जब वह अपनी उधार दी हुई रकम मांगने अपने ससुर के घर पहुंचा तो उसने सास ससुर के द्वारा आपस में की जा रही बात को सुन लिया। ससुर आपस में बात कर रहे थे कि 'दामाद का पैसा है नहीं देने पर भी वह क्या करेगा। यह सुनकर उसे काफी गुस्सा आया और सास-ससुर के हत्या की प्लानिंग तैयार कर ली।
प्लानिंग के साथ की हत्या
20 मई को उसने अपने मोटरसाइकिल हीरो होंडा स्प्लेंडर क्रमांक सीजी 4 सीजे 1276 अपनी सास लक्ष्मी बाई मानिकपुरी को बहाने से बैठाकर कसडोल से आगे सिद्ध खोल जलप्रपात मोड़ के पास ले गया। वहां जाकर ईश्वरदास ने अपनी सास का मुंह दबाकर, पत्थर से मारकर हत्या कर दी। शव को घसीट कर झाड़ियों में छुपा दिया था। इसके बाद उसी दिन 20 मई को ही अपने ससुर को उसी स्प्लेंडर बाइक में जंगल में जड़ी बूटी लेने के बहाने बैठाकर पचपेड़ी जंगल ले गया और गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से ससुर के शव को जला दिया था। पुलिस ने मृतक नेहरु दास मानिकपुरी का चश्मा, कपड़ा और मोबाइल के टुकड़े बरामद कर लिए है। पुलिस ने आरोपी दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी पिता टुकेश्वर दास मानिकपुरी उम्र 41 वर्ष निवासी महामाया पारा कसडोल को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।