CG - छात्रा की मौत : बालिका आश्रम में अज्ञात बीमारी से छात्रा की मौत, आधा दर्जन से अधिक बच्चियों की बिगड़ी तबीयत, मौके पर पहुंचे आला अधिकारी, मचा हड़कंप......

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के ग्राम कोलावल से बालिका आश्रम से छात्रा की मौत का मामला सामने आया है। रविवार को अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई।

CG - छात्रा की मौत : बालिका आश्रम में अज्ञात बीमारी से छात्रा की मौत, आधा दर्जन से अधिक बच्चियों की बिगड़ी तबीयत, मौके पर पहुंचे आला अधिकारी, मचा हड़कंप......
CG - छात्रा की मौत : बालिका आश्रम में अज्ञात बीमारी से छात्रा की मौत, आधा दर्जन से अधिक बच्चियों की बिगड़ी तबीयत, मौके पर पहुंचे आला अधिकारी, मचा हड़कंप......

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के ग्राम कोलावल से बालिका आश्रम से छात्रा की मौत का मामला सामने आया है। अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। वहीं इस अज्ञात बीमारी से प्रभावित 8 से 10 अन्य बच्चियों को डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। अज्ञात बीमारी से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। 

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसी ट्राइबल अधिकारी गणेश सोरी ने बताया कि बस्तर जिले के ग्राम कोलावल में स्थित बालिका आश्रम में पढ़ने वाले कुछ बच्चों ने आश्रम अधीक्षिका दुलारी से दो दिनों से तेज बुखार और सिर दर्द होने की शिकायत की थी। शिकायत मिलने के बाद आश्रम अधीक्षिका पीड़ित बच्चों को गांव में ही स्थित आयुष केंद्र लेकर पहुंची. प्राथमिक उपचार करने के बाद सभी पीड़ित बच्चों को सामान्य बीमारी बताते हुए उन्हें दवाईयां देकर वापस आश्रम भेज दिया गया। फिर रविवार की शाम अचानक 8 से 10 बच्चे ज्यादा बीमार हो गए। इसी दौरान इस अज्ञात बीमारी की वजह से आश्रम में पढ़ने वाली 10 वर्षीया एक बच्ची की मौत हो गई।

घटना की जानकारी मिलते ही जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद पीड़ित बच्चों को तत्काल ही सीएचसी बकावंड पहुंचाया गया। यहां पीड़ित बच्चों का सभी तरह के टेस्ट लिए गए। सभी बच्चों के टेस्ट रिपोर्ट नार्मल बताए गए। लेकिन अन्य टेस्ट और बेहतर इलाज के लिए सभी बच्चों को फिलहाल डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज जारी है। इसके साथ ही मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सक सभी बच्चों की हालत पर अपनी नजर बनाए हुए है। बताया जा रहा है सभी पीड़ित बच्चों की उम्र लगभग 6 से 10 साल के बीच है।