बजट 2023: देश प्रगति के पथ पर चलना चाहता है, लेकिन देश के विपक्षी दलों के नेताओं को देश की जनता को मुफ्त में रेवड़ी बांटने की चिंता सता रही है, जिससे देश दिन-ब-दिन आर्थिक रूप से कमजोर और कमजोर होता जाएगा.
Budget 2023: The country wants to walk on the path of progress




NBL, 01/02/2023, Lokeshwer Prasad Verma, Raipur CG: Budget 2023: The country wants to walk on the path of progress, but the leaders of the opposition parties of the country are worried about distributing Revadi to the people of the country for free, due to which the country will become economically weaker and weaker day by day.
देश के हर भारतवासी देश में प्रगति चाहते हैं, अच्छी शिक्षा का विस्तार हो, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सड़क चमाचम हो देश के टेक्नोलाजी हर स्तर से मजबूत हो, देश के कोई भी धर्म समाज के व्यक्ति बेरोजगार व आर्थिक स्थिति से कमजोर ना हो उनके अपने उन्नति के राह में पीछे ना हो देश के हर घर परिवार में सुख शांति हो और इस तरह का अच्छे सोच देश के हर एक राजनीतिक पार्टी दल नेताओं की होनी चाहिए, सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के साथ।
कुंठित राजनीति का खेल अब देश में नहीं चल पायेगा धर्म के नाम पर जाति समाज के नाम पर जबकि सब भारतवासी अपने आप से अपने धर्म की प्राथमिकता को बहुत करीब से जानते है, हमारे धर्म हमें क्या सिखाया है, और हम अपने धर्म के प्रमुखता को बढ़ाए व बनाये रखने के लिए एक मानव जाति दूसरे मानव जाति के साथ कैसा संबंध हमारे होनी चाहिए, जो हमें जोड़ती है, अब हर भारत वासी अपना विकास चाहते हैं, धर्म कर्म के प्रपंच में फसना नहीं चाहते, लेकिन करे तो क्या करें ये राजनीतिक नेता बाज नही आते कभी हिंदू धर्म के धर्म ग्रंथ को लेकर विवाद करते हैं, कभी छोटी जाति बड़ी जाति के भेदभाव पैदा कर विवाद देश के अंदर कर एक धर्म की बुराई कर दूसरे धर्म के वक्तियों को अपने ओर लाने का पुरजोर प्रयास करते हैं, लेकिन करे तो क्या करें इन नेताओं के चंगुल में विक्षिप्त दिमाग वाले कुछ लोग फंस ही जाते हैं, गलत या सही है आजके दौर में इन नेताओं की बातों में आना या ना आना उसका निर्णय सही समय में नहीं ले पाते देश के कुछ भोले भाले लोग। आज इन्ही सब कारणों से जेल ठसा ठस भरा हुआ है इन बेगुनाह लोगों से, केवल और केवल इन नेताओं के चक्कर में पड़कर।
देश के पुरानी पार्टी कांग्रेस देश में बहुत सालों तक राजसत्ता में काबिज था और उसका प्रमुख स्लोगन था देश की गरीबी हटाओ, लेकिन देश की गरीबी को हटा नहीं पाया उतने सालों तक राजसत्ता में होने के बाद भी, जबकि कांग्रेस पार्टी देश मे, बिजली पानी शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ साथ टेक्नोलाजी को भी लाया देश मे ये परम सत्य है, इसे झुठलाया नहीं जा सकता, कांग्रेस की बहुत सा योजना जन हित में कारगर साबित हुआ, जो आज भी अटल है। पूर्व के कांग्रेस नेताओं का देश हित दूरदृष्टि को देश के लोगों के द्वारा निभाया और उनको अपने सर आँखों में देश के लोगों ने जगह दी। तब कांग्रेस इतने सालों तक देश के राजगद्दी पर विराजमान रहे, बहुत सालों के बाद विपक्षी पार्टियां कांग्रेस के नीति और नियत पर सवाल उठाये तब कही जाकर धीरे धीरे कांग्रेस पार्टी का क्रेज गिरा और फिर देश के लोगों का झुकाव अन्य राजनीतिक दल पार्टीयो के नेताओं की कार्यनीति व देश हित योजना का नियम धीयम समझ में आया, उनमें से एक पार्टी आज बीजेपी है।
जब भी बीजेपी के देश हित कार्य योजना में कही पर भी धांधली करते नजर आयेगा देश के अंदर तो इनके जो आज क्रेज बढ़ा हैं वह भी एक दिन वही हाल होगा जो आज कांग्रेस का है, राहुल गाँधी के पूर्वज ने जो अच्छे देश हित काम किया देश में उनको बता कर वह भी अपने कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं, वैसे आजके पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट माँगेंगे बीजेपी लेकिन ऐसा देश हित नेता नहीं होगा तो बीजेपी भी उस दौर से गुजरेगा जो आज कांग्रेस गुजर रहा है देश के अंदर एक दो राज्यों में अपने कांग्रेस को स्थापित देखकर संतुष्ट व उम्मीद लगा कर नेता गिरी कर रहे हैं आजके कांग्रेस पार्टी वैसा ही हाल बीजेपी का भी हो जायेगा।
अब देश के लोगों को मालूम चल गया है, अब देश को मजबूत बनाने के लिए कैसा देश हित नेता चाहिए, अब परिवारिक नेताओं के उपर देश के लोगों को अब उतना भरोसा नहीं रह गया है। जैसे आजके नेता पीएम नरेंद्र मोदी जो फूलटाईम देश के बारे में बात करते हैं, और उनके देश हित राजनीति देश के लोगों को भा गया है। अब भारत के कोई भी व्यक्ति को गुलामी पसंद नहीं है, अब देश को तरक्की करते हुए देखना चाहते हैं, जो देश दुनिया के लोग भारत को सलाम करे भारत के उपर निर्भर रहे। अब गुलामी का दिन गया भारत का अब गुलाम बनाने का दिन आने वाले है, रोटी कपड़ा देकर।
अब देश के बहुत से आबादी को मुफ्त में खाने का शौक चला गया है, अब तो मेहनत कर अपना विकास उन्नति कर आगे बढ़ना चाहते हैं, लेकिन देश का स्थिति ऐसा हो की देश पूरे विश्व में हीरे की तरह दमकते रहे चमकते रहे ऐसा देश चाहते हैं, राजनीतिक नेताओं या उनके मुफ्त की रेवड़ी खाने से बचना चाहते हैं, अब देश को अपने हिस्से का रुपिया टैक्स के रूप में देकर देश का विकास चाहते हैं। और देश के कुछ गरीब लोगों को सरकार अनाज व उनके स्वास्थ्य व रोजगार तो सरकार दे ही रहा है, अब सब मुफ्त में या कम दामो में सरकार आपको देगी तो आपको अच्छे से सड़क व स्वास्थ्य सेवा के लिए अच्छे आधुनिक हास्पिटल व आपके बच्चों के लिए अच्छा शिक्षा के लिए अच्छा स्कूल कहा से बन पायेगा, जब सरकार के पास धन रहेगा तभी तो देश का उन्नति कर पायेगा और वह धन देश के नागरिको से आता है, तो देश को तरक्की की ओर ले जाना चाहते हो तो आप मुफ्त का सुविधा लेना छोड़ दो नहीं तो हमारे देश के पड़ोसी देशों की तरह हाल बेहाल हो जायेगा।
जो राजनीति मुफ्त या जरूरत से ज्यादा महंगाई घटाने की बात करते हैं, उन राजनीतिक नेताओं या उनके पार्टी को केवल और केवल देश के राजसिहांसन चाहिए भले ही देश का विकास रुक जाएं और देश दुनिया में हँसी के पात्र बन कर रह जाय देश के आवाम त्राहि माम त्राहि माम करते हुए एक इंसान दूसरे इंसान से लड़े झगड़े अपने आप से यह सब मुफ्त की माल खाने वाले का हाल होता है, देश में। हम जैसे भी है लेकिन दुनिया के अन्य देशों के लोगों से कही बेहतर है हम भारतीय। आने वाले समय में और बेहतर रहेंगे। हमारे घर का चूल्हा कब जलता है जब हम मेहनत कर अपने आप से खाते है तो हमें ज्यादा सुख मिलता है इसलिए गरीब बनकर मुफ्त में हम भारतवासी ना खाये बल्कि जड़ से ही अपना गरीबी रेखा को हटाए और हम गर्व से कहे हम भारतवासी अमीर है। और सदियों से मजाक बना कर रख दिया हम गरीब को लेकर गरीबी हटायेंगे ऐसा राजनीतिक पार्टी व उनके नेताओं का बहिष्कार करें और उनके सामने अपने आप को गरीब दिन हिन ना कहे तो आप गरीब नहीं रहोंग।
आज भारत के पीएम नरेंद्र मोदी अपने देश को उन्नति की ओर ले जा रहे हैं, और सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के साथ अपने उनके सरकार के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन देश में आज बजट पेश किया जो ना खट्टी है ना ही ज्यादा मिठी है, बल्कि पुरा पुरा देश हित उन्नति में है और देश के लोगों के हित में है। और यह बजट पूरे दुनिया देश में अपने भारत देश को ऊचाई तक ले जाने वाले बजट है।