VIDEO विजय पांडेय को लेकर राजनांदगांव लोकसभा सांसद ने अपने सगे भाइयों का नाम गिनाकर मंत्री अकबर पर साधा निशाना…देखे विडियो….

में हुए झंडा विवाद के बाद से जिले में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है झंडा विवाद के बाद से जिले के कद्दावर नेता कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर अपनी पूरी ताकत झोंक ते हुए अपने विधानसभा में नजर आ रहे हैं वहीं आए दिन अनेक राजनीतिक पार्टियों के व्यक्ति व पदाधिकारियों को कांग्रेश में शामिल करते हुए नजर आते है ऐसा ही एक मामला रविवार को बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक व राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय के चचेरे भाई विजय पांडेय कांग्रेस में शामिल हो गए।

VIDEO विजय पांडेय को लेकर राजनांदगांव लोकसभा सांसद ने अपने सगे भाइयों का नाम गिनाकर मंत्री अकबर पर साधा निशाना…देखे विडियो….
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नया भारत कवर्धा। पूर्व में हुए झंडा विवाद के बाद से जिले में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है झंडा विवाद के बाद से जिले के कद्दावर नेता कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर अपनी पूरी ताकत झोंक ते हुए अपने विधानसभा में नजर आ रहे हैं वहीं आए दिन अनेक राजनीतिक पार्टियों के व्यक्ति व पदाधिकारियों को कांग्रेश में शामिल करते हुए नजर आते है ऐसा ही एक मामला रविवार को बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक व राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय के चचेरे भाई विजय पांडेय कांग्रेस में शामिल हो गए।

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विजय पांडेय के कांग्रेस में शामिल होने के बाद जिले के कांग्रेसी नेता इस विषय को अपनी बड़ी उपलब्धि बता कर संसद के ऊपर निशाना साधने में लगे हुए हैं व सोशल मीडिया पर इन्हीं सब विषयों और बीजेपी को बड़ा झटका लगना बताया जा रहा है। इधर सांसद संतोष पाण्डेय ने इस बात का खण्डन किया है कि विजय पांडेय उनके चचेरे भाई है। जिसे कांग्रेस मेरा भाई बताकर वाहवाही बटोरने में लगी है। जबकि मेरे भाई का नाम सत्यनारायण पांडेय, संदीप पाण्डेय और संजय पांडेय है जो अपने अपने कार्य में व्यस्त हैं। संतोष पाण्डेय ने कहा कि जब से कवर्धा में झण्डा प्रकरण हुआ है और जिस प्रकार से उसमें अकबर का और अकबर के आदमियों का रोल रहा है और जिस प्रकार से रोहिंग्या और उनके लोगों ने ये फसाद किया है तब से वह भयभीत नजर आते हैं। यह भयाक्रांत है । एक बार तो कवर्धा में छः सात सौ गाड़ी लेकर आए थे ऐसा कोई भयभीत व्यक्ति ही कर सकता है। उन्हें डर है कि आगे वह विधायक बनेंगे की नहीं ये सब धरे के धरे रह जाएंगे और इस समय कवर्धा में ये चलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि 1983 से मैं यहां काम कर रहा हूं ठंड में गर्मी में बरसात में सब तरह के थपेड़ो को झेल कर यहां पहुंचा हूं तो एसे छोटे मोटे से ना मुझे कोई फर्क पड़ेगा और ना ही विशालकाय वटवृक्ष समान भारतीय जनता पार्टी को कोई प्रभाव पड़ेगा।