केशकाल के बटराली, बोरगांव मध्य, फारेस्ट जमीन पर,अतिक्रमण हटाने के नाम पर भाजपा सरकार मे,महिला वन कर्मी द्वारा,बिना किसी नोटिस के पहुंची अतिक्रमण इलाका मे, गरीब बेबस आदिवासी महिला को डंडो के साथ मारपीट व गाली गलौच करना,बेहद निंदनीय पीड़ित के साथ कराया जाएगा शिकायत, अतिक्रमण हटाने की क्रिया है जांच का विषय बेहद निंदनीय,अमानवीय कृत्य - नरेन्द्र भवानी /छ. ग.यु. म.कांग्रेस पार्टी

केशकाल के बटराली, बोरगांव मध्य, फारेस्ट जमीन पर,अतिक्रमण हटाने के नाम पर भाजपा सरकार मे,महिला वन कर्मी द्वारा,बिना किसी नोटिस के पहुंची अतिक्रमण इलाका मे, गरीब बेबस आदिवासी महिला को डंडो के साथ मारपीट व गाली गलौच करना,बेहद निंदनीय पीड़ित के साथ कराया जाएगा शिकायत, अतिक्रमण हटाने की क्रिया है जांच का विषय बेहद निंदनीय,अमानवीय कृत्य - नरेन्द्र भवानी /छ. ग.यु. म.कांग्रेस पार्टी
केशकाल के बटराली, बोरगांव मध्य, फारेस्ट जमीन पर,अतिक्रमण हटाने के नाम पर भाजपा सरकार मे,महिला वन कर्मी द्वारा,बिना किसी नोटिस के पहुंची अतिक्रमण इलाका मे, गरीब बेबस आदिवासी महिला को डंडो के साथ मारपीट व गाली गलौच करना,बेहद निंदनीय पीड़ित के साथ कराया जाएगा शिकायत, अतिक्रमण हटाने की क्रिया है जांच का विषय बेहद निंदनीय,अमानवीय कृत्य - नरेन्द्र भवानी /छ. ग.यु. म.कांग्रेस पार्टी

केशकाल के बटराली, बोरगांव मध्य, फारेस्ट जमीन पर,अतिक्रमण हटाने के नाम पर भाजपा सरकार मे,महिला वन कर्मी द्वारा,बिना किसी नोटिस के पहुंची अतिक्रमण इलाका मे, गरीब बेबस आदिवासी महिला को डंडो के साथ मारपीट व गाली गलौच करना,बेहद निंदनीय पीड़ित के साथ कराया जाएगा शिकायत, अतिक्रमण हटाने की क्रिया है जांच का विषय बेहद निंदनीय,अमानवीय कृत्य - नरेन्द्र भवानी /छ. ग.यु. म.कांग्रेस पार्टी

केशकाल‌ के बटराली, बोरगांव मध्य वन विभाग के भूमि पर अतिक्रमण कर पिछले 7 वर्षो से रह रहें,लगभग 17 झोपडीयों को बरबरता पुर्वक, जे सी बी मशीने लगा कर तोडना, बदसुलुकी करना, यह कार्यवाही है जांच का विषय, 15 को नोटिस जारी करना बिना किसी विभाग के सील के, जांच का विषय, भरी बारिश मे कहा जाये यह गरीब भाजपा सरकार लेवें सुध - नरेन्द्र भवानी/छ. ग. यु. म/कांग्रेस पार्टी

जगदलपुर : मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच संस्थापक व कांग्रेस पार्टी के नेता नरेन्द्र भवानी व अनुसूचित जाती कांग्रेस प्रकोष्ठ के बस्तर जिलाध्यक्ष विक्रम लहरे दिनांक 20 जून को केसकाल ब्लॉक के ग्राम बटराली पीड़ित 17 झोपडीया जिसे वन विभाग द्वारा तोड़ा गया है, मुलाकात करने पहुंचे,घटना स्थल, जहां पीड़ितों द्वारा अपनी आप बीती बताई गई जो इस प्रकार है।

भवानी नें कहा एक महिला नें कहा की 13 जून को वन कर्मी की टीम बसें यह छोटी सी बस्ती मे आए, यह महिला अपने दो साल की बेटी के साथ झोपडी अंदर थी, उक्त महिला वन कर्मी जिसका नाम ध्रुव बताया गया उनके द्वारा उस महिला को घर के अंदर से हाथ पकड़ के खींचा गया,बहार नहीं निकलने की स्थिति मे उसे पीठ मे डंडो के साथ मारा गया, और खिंच कर बाहर निकाला गया, और उसका झोपडी तोड़ दिया गया, अतः महिला वन कर्मी द्वारा उसी पीड़ित महिला को कहा गया की क्यूँ इतना बच्चा पैदा करते हो जब पालने का अवकात नहीं है, जमीन घर का ठिकाना नहीं, तुम दोनों आदमी औरत को जेल भेज देंगे और तुम्हारे बच्चों को बिकवा देंगे, जैसा शब्द कहा गया और यह कहना खुद पीड़ित आदिवासी महिला का कहना है, यह सुनकर ही बेहद शर्म आजाता है की वास्तव गरीब बेबस लोगो के साथ ही ऐसा क्यूँ होता,और इस कृत्य का हम कड़ी निंदा करते है एवं पीड़ित के साथ मामले कार्यवाही का आवेदन भी जल्द जिम्मेदार पुलिस अधिकारी तक करेंगे ऐसे कृत्य करने वालों पर लगाम बहुत जरुरी वही भावानी नें आगे इस घटना पर प्रकाश ड़ालते हुवे कहा है की यह घटना दिनांक 13 जून को हुवा, जबकि 13 जून तक वन विभाग के जमीन का अतिक्रमण हटाने का किसी प्रकार का कोई नोटिस नहीं भेजा गया था, तो यह वन कर्मी महिला किसके आदेश से यह बस्ती आई थी और झोपडी तोड़कर पीड़ित आदिवासी महिला के साथ झड़प कर मार पिट कर अपशब्दों का प्रयोग किया गया क्यूँ और किसके आदेश से यह कृत्य सम्पूर्ण रूप से जांच का विषय है, जल्द ही हमारी टीम फारेस्ट बस्तर संभाग सी. सी. एफ, से मुलाक़ात कर मामले मे विभागी कार्यवाही की भी आवेदन देकर मांगे करेंगे।

भवानी नें आगे कहा की वही जब हम पीड़ितों की आप बीती सुन रहें थे तब हमें जानकारी प्राप्त हुवा की लगभग 17 लोगो के नाम नोटिस जारी हुवा जिसमे से 10 लोग आदिवासी बाकि कुछ एस. सी. एवं अल्पसंख्य भी रहें इस अतिक्रमण भूमि पर झोपडी बना के रह रहें थे, इन सबके नाम नोटिस आता है दिनांक 15 जून को 18 जून तक अतिक्रमण हटाने का स्पष्ट आदेश, नहीं हटाने पर जबरन सम्बंधित विभाग द्वारा उचित कार्यवाही करने का आदेश नोटिस के माध्यम से मिला भी, और यह कार्यवाही करना नहीं करना यह विभाग की जिम्मेदारी यह भाग ऊन पर छोड़ भी दिया जाए तो उपर्युक्त पूरी घटना को ध्यान से देखने पर हमें लगा की पहला जो नोटिस जारी किया गया उस नोटिस पर किसी प्रकार का कोई विभागीय सील नहीं था, और आदेश कॉपी केसकाल वन परिक्षेत्र के नाम से जारी किया गया था जो की जांच का विषय है, जिसके बाद दिनांक दिन अनुसार गांव की बड़ी भीड़ के साथ विभाग द्वारा जे. सी. बी. मशीन लगाकर बने झोपडीयों को तोड़ दिया गया सबके समान चारो तरफ बिखरे पड़े हुवे थे, और सब गरीब छोटे छोटे बच्चों के साथ भरी बारिश मे बेघर होगए, और आज भी वह गरीब लोग इस बारिश के मौसम मे भी अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ वही पे है, क्यूंकि उनका और कोई आसरा नहीं, क्या भाजपा की सरकार इतनी छोटी दिल की हो गई है की इन गरीबो का आशिना छिना जा रहा है, बेहद शर्मनाक अमानवीय कृत्य इसका हम निंदा करते है और अब आगे कही विभाग कानूनी चालान कर कार्यवाही करने का प्रयास भी करेगी तो मान के चलिए भाजपा सरकार मे फिर गरीब लोगो का कोई जगह नहीं यह सरकार सिर्फ गरीबो का वोट तक लेने तक साथ है बादमे तू कौन जैसा डायलॉग को चरितार्त करने काम यह सरकार करती है।

भवानी नें आगे कहा है स्थानीय भाजपा विधायक अपने मतदाताओ की परेशानी का समाधान करने हेतु संज्ञान लेवें यह घटना को, क्यूंकि राज्य मे भाजपा की सरकार है पर ऐसी स्थिति मे बारिश के समय मे यह गरीब जो झोपडी बनाकर रह रहें है कहा जाएंगे, जिन्हे रोज कमा के रोज खाना है, पुरे घटना का कार्यप्रणाली जांच का विषय है, जल्द ही मामले पर सम्बंधित अधिकारी को ज्ञापन आवेदन देकर संज्ञान मे लाया जाएगा।