पुलिस कस्टडी में मौत: थाने में मौत के बाद बवाल.... थाना फूंका.... पुलिसकर्मी की मौत.... 'थाने में मौत के लिए मधुमक्खी जिम्मेदार'... बेकसूर पुलिसकर्मी की मॉब लिन्चिंग......

Ruckus after death in police custody police station blew policeman died Bettiah News

पुलिस कस्टडी में मौत: थाने में मौत के बाद बवाल.... थाना फूंका.... पुलिसकर्मी की मौत.... 'थाने में मौत के लिए मधुमक्खी जिम्मेदार'... बेकसूर पुलिसकर्मी की मॉब लिन्चिंग......

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Bihar Police: बिहार में पश्चिम चंपारण के बेतिया में पुलिस कस्टडी में लिए गए एक व्यक्ति की मौत हो गई। शख्स की मौत से गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया और आक्रोशित ग्रामीणों ने मिलकर थाना फूंका दिया। घटना बेतिया के बलथर पुलिस थाने की है। इस बवाल में हवलदार की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा पुलिस जवानों के घायल होने की खबर है। होली की दोपहर से पश्चिम चंपारण ऐसा सुलगा कि उसकी आंच अब तक बरकरार है। फिलहाल तो हवाओं में खामोशी है, लेकिन सड़क पर जलकर खाक हुई गाड़ियां... पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिए गए हवलदार की लाश, सड़क पर बिखरे पत्थर और ईंट के टुकड़े साफ बता रहे हैं कि यहां क्या हुआ होगा। 

 

अगर थाने के कैम्पस में ही किसी हवलदार की मॉब लिन्चिंग कर दी जाए तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे इलाके का लॉ एंड ऑर्डर कैसा रह गया होगा। पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बेतिया में भीड़ ने पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के बाद बलथर पुलिस थाने में आग लगा दी। गुस्साईं भीड़ इतनी उग्र हो चुकी था कि पहले तो उन्होंने जमकर उपद्रव किया। फिर थाना और पुलिस गाड़ियों को आग में झोंक दिया। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। लोगों के कहर से बचने के लिए पुलिसकर्मियों जान बचाने के लिए खेतों में दौड़ते दिखाई दिए। बवाल में मारे हुए पुलिसकर्मी का नाम राम जतन सिंह बताया जा रहा है। 

 

साथ ही 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल भी हैं। उपद्रव की सूचना के करीब चार घंटे बाद पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा, जहां अधिकारियों ने भीड़ को पीछे हटाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने और उन्होंने फिर से पत्थरबाजी शुरू कर दी। भीड़ को काबू में करने के लिए पहले पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग करते हुए लोगों के अंदर दहशत बनाई, तब जाकर करीब छह घंटे बाद भीड़ काबू हो पाई। पुलिस एक शख्स को डीजे बजाने पर थाने ले आ गई थी। जहां पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई।

 

वहीं परिवार ने आरोप लगाया कि उसे बट से बेरहमी से पीटा गया, इस कारण उसने दम तोड़ दिया। जैसे की शख्स की मौत की खबर आग की तरह फैली परिजनों के साथ भारी संख्या में ग्रामीणों ने पुलिस थाना का घेराव कर दिया और देखते ही देखते भीड़ ने बवाल का रूप धारण कर लिया। इसी दौरान बेतिया के बलथर थाना इलाके की पुलिस टीम थाने के नजदीक के ही गांव आर्या नगर पहुंची। खबर थी कि गांव में कुछ नौजवान डीजे बजा कर नाच गाना कर रहे हैं। लेकिन जिले में होली के दिन डीजे पर प्रशासन ने रोक लगा रखा था और ये आदेश जिलाधिकारी की तरफ से था। सूत्र बता रहे हैं कि कहीं से इसकी खबर थाने को दी गई।


इसके बाद पुलिस की वो टीम अनिरुद्ध यादव को उठाकर थाने लौट गई। आरोप था कि अनिरुद्ध ही डीजे बजा रहा था। लेकिन दोपहर 3 बजे ये खबर जंगल में आग की तरह फैल गई कि युवक को हाजत में पुलिस ने पीटा और इसी वजह से उसकी मौत हो गई। इसके बाद उपद्रव शुरू हो गया। पुलिस का कहना है कि कुछ लोग डीजे बजा रहे थे, उन्हें बलथर थाने लाया गया था। थाने के कैम्पस में ही मधुमक्खियों ने छत्ता लगा रखा था, इन्हीं ने आरोपी को काट लिया इसके बाद थाने की टीम आरोपी को फौरन इलाज के लिए सिकटा पीएचसी ले जाया गया


जिसमें समय मधुमक्खियों ने काटा उस वक्त युवक के जानने वाले और उसी गांव के कई लोग वहां मौजूद थे- SP। पुलिस की पिटाई से मौत का भ्रम फैलाया गया- SP। गांववालों के मुताबिक दोपहर 3 बजे के आसपास वो लोग अनिरुद्ध को छुड़ाने के लिए बलथर थाने पहुंचे। तब उन्हें पता चला कि अनिरुद्ध की मौत हो गई।लेकिन गांववालों का कहना है कि कस्टडी में अनिरुद्ध की बेरहमी से पिटाई की गई और बंदूक की बट से उसके सिर पर मारा गया। जिससे उसकी मौत हो गई।