सिपाही और दारोगा ने SSP को 'हड़काया': बाइक चोरी की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे SSP को दारोगा-सिपाही ने जमकर हड़काया.... 'साथ में लेकर जाते, जहां गए थे'.... 'साहब' से ही कहा- हीरो मत बनो.... फिर जो हुआ.....




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डेस्क। बिहार पुलिस के सिपाही और दारोगा ने अपने जिले के एसएसपी को हड़का दिया। भागलपुर के एसएसपी बाबूराम ने बीते रात में बिल्कुल एक आम आदमी के भेष में शहर के कई थानों का औचक निरीक्षण किया। एसएसपी बाबू राम को रात में औचक निरीक्षण के दौरान जोगसर टीओपी में तैनात एसआई हित नारायन ने जमकर फटकार लगाई थी। एसएसपी ने उनसे बाइक चोरी की बात कहकर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बदले आम आदमी की तरह एसएसपी बाबू राम को एसआई ने हड़काते हुए अशोभनीय व्यवहार किया था। अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले जोगसर टीओपी में तैनात ओडी पदाधिकारी और गश्ती ड्यूटी पदाधिकारी से एसएसपी खासे नाराज दिखे।
एसएसपी की मानें तो निरीक्षण में क्रम में उन्होंने जोगसर टीओपी के पदाधिकारी से अपनी बाइक चोरी की शिकायत की थी, लेकिन शिकायत दर्ज करने के बजाय इन अधिकारियों ने उनके साथ अशिष्ट व्यवहार किया था| इसके बाद फिर क्या था, एसएसपी ने दोनों पदाधिकारियों को बुलाकर उनकी कॉउंसलिंग की और उनके अशिष्ट रवैया के कारण भविष्य में ऐसी गलती नहीं दोहराने की चेतावनी भी दी है। ड्यूटी पर तैनात पुलिस वाले अपने ही कप्तान को पहचानने में गच्चा खा गए। नतीजन एसएसपी को बीच चौराहे पर ना सिर्फ नसीहत मिली बल्कि कानून का पाठ पढ़ाया। साथ ही थानेदार ने कई तरह की नसीहत भी दे डाली।
एसएसपी ने कहा कि उनकी बाइक थाने के बाहर खड़ी थी जिसे किसी ने चुरा लिया है। इतना सुनते ही थाने में मौजूद दारोगा साहब को पहचान नहीं पाए और उनके इस बात पर भड़क गए। कहने लगे कि तुम झूठ काहे बोल रहे हो। कहीं और बाइक छोड़कर आए हो और कह रहे हो कि थाने के बाहर से बाइक चोरी हो गई है। उस वक्त थाने में सहायक अवर निरीक्षक पीके पांडेय, सिपाही धर्मेंद्र कुमार भी मौजूद थे। किसी ने एसएसपी को नहीं पहचाना। दारोगा के साथ-साथ सभी पुलिसकर्मियों ने इस दौरान एसएसपी को हड़काने लगे। किसी पुलिसकर्मियों को यह पता नहीं चला की उनके थाने में खुद एसएसपी साहब पहुंचे हैं। थानाध्यक्ष अजय अजनवी को इसकी जानकारी हुई वो भागे-भागे थाने पर पहुंच गए। जहां सभी पदाधिकारियों और सिपाहियों को उन्होंने खरी खोटी सुनाई।