CG- सचिव ने की खुदकुशी: पंचायत सचिव ने फांसी लगाकर की आत्महत्या.... सुसाइड नोट में इन 2 बड़े अफसरों और कांग्रेसी नेता को बताया अपनी मौत का कारण.... सुसाइड नोट वायरल......

Panchayat secretary commits suicide note told these 2 senior officers and Congress leader

CG- सचिव ने की खुदकुशी: पंचायत सचिव ने फांसी लगाकर की आत्महत्या.... सुसाइड नोट में इन 2 बड़े अफसरों और कांग्रेसी नेता को बताया अपनी मौत का कारण.... सुसाइड नोट वायरल......

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कोरिया। पंचायत सचिव ने कल पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने जब शव को पेड़ से उतारा तो उसके पास से एक आत्महत्या नोट मिला, जिसमें जनपद पंचायत के सीईओ, पंचायत इंस्पेक्टर के साथ कांग्रेस के एक बड़े नेता पर प्रताडऩा के आरोप लगा कर उन्हें उसकी मौत का जिम्मेदार बताया गया है। मामला कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र का है। भरतपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम च्यूल निवासी छत्रपाल सिंह भरतपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत नेरूआ में ग्राम पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत था। 

वह शाम के समय घर से बिना बताये निकल गया था और फिर वापस रात में घर नहीं लौटा। दूसरे दिन घर से कुछ दूरी पर स्थित एक महुआ पेड़ पर पंचायत सचिव छत्रपाल सिंह का शव फांसी पर लटकते देखा गया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस मौके पर पहुंच कर शव का पंचनामा कराया। ग्रामीणों की मौजूदगी में मृतक के पास से एक आत्महत्या नोट मिला, जिसमें सीईओ, पंचायत इंस्पेक्टर और कांग्रेस के बड़े नेता के नाम लिखे थे, देखते ही देखते आत्महत्या नोट सोशल मीडिया में वायरल हो गया। जिसके बाद ग्रामीण निष्पक्ष जांच की मांग करने लगे।

आत्महत्या नोट में उल्लेख किया गया है कि मृतक ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यलन अधिकारी, पंचायत इंस्पेक्टर तथा कांग्रेस के बड़े नेता और एक पंचायत सचिव के नाम लिखा है। जिस सचिव का नाम लिखा, उससे सीईओ और पंचायत इंस्पेक्टर द्वारा पचास हजार लेकर उससे नेरूआ पंचायत से अतिरिक्त प्रभार लेकर भगाए, साथ ही कांग्रेस के बड़े नेता का नाम के साथ गांव का नाम व पद भी लिखते हुए नेता पर उसका वित्तीय प्रभार छिनने के कारण आत्महत्या करना बताया। नोट के दूसरे पन्ने में साफ लिखा है कि आत्महत्या का कारण सीईओ, पंचायत इंस्पेक्टर और कांग्रेस के नेता को जिम्मेदार बताते हुए उसकी जान लेना बताया गया है। एक तरफ यह भी लिखा है कि उसकी जान के लिए उसके बच्चों का कोई दोष नहीं है। वहीं पुलिस ने आत्महत्या नोट में अधिकारियों व जनप्रतिनिधि पर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के आरोपों की जांच में लिया है।