सरकार बदलने के बावजूद जिले के इन तीन थाना क्षेत्रों में अवैध कारोबार जोरों पर अवैध शराब गांजा खड़खड़ीया अवैध रेत उत्खनन क्यों पुलिस नहीं लगा पा रही लगाम खाकी से क्यूँ उठ रहा लोगों का विश्वास आखिर क्या हैं असल वज़ह जानें पढ़े पूरी खबर




सरकार तो बदल गई पर पुलिस पर लोगों का विश्वास क्यूँ लगातार कम हो रही हैं क्यूँ सिस्टम से खिलवाड़ कर बार बार कुछ पुलिस वाले उसी थाना पहुंच जाते हैं जहां से उनका ट्रांसफर हुआ होता हैं बिलासपुर जिले में अपराधी कानून को हाथ में लेकर बेखौफ होकर लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं हम बात कर रहे हैं बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लाक के तीनों थाना क्षेत्र की सीपत हो मस्तूरी हो या फिर पचपेड़ी इन तीनों ही थाना क्षेत्र में लगातार पब्लिक का विश्वास पुलिस के ऊपर से उठ रहा है और पब्लिक को बार बार थानो का घेराव करना पड़ रहा है इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण क्या है ? दरअसल इन तीनों ही थाना क्षेत्र में खुलेआम अवैध शराब बिक्री अवैध खनन की शिकायत लगातार मिल रही है पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति हो रही है पिछले दिनों ही साहू समाज के लोगों ने किसी मामले को लेकर सीपत थाने का घेराव कर दिया था वहीं महीनों पहले मस्तूरी थाने का भी पब्लिक द्वारा लगातार किसी मामले में घेराव किया गया था बात करें पचपेड़ी थाना क्षेत्र की तो यहां लगातार अवैध रेत खनन मुरूम की चोरी खड़खड़िया और अवैध शराब की बिक्री ने माहौल खराब कर रखा है ऐसा नहीं है कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है पर ऐसा भी नहीं है कि पुलिसिया कार्रवाई से अवैध गोरख धंधा बंद हो जाए जो अवैध कार्य हो रहे हैं वह रुक जाए ऐसा नहीं हैं,इसका सबसे बड़ा कारण है कि इन थानों में कई पुलिस वाले ऐसे हैं जो सालों से यहां जमे हुए हैं ट्रांसफर तो होता है पर कुछ महीने बाद ही वह फिर यहां लौट आते हैं बात पचपेड़ी थाना क्षेत्र की हो या मस्तूरी थाना क्षेत्र की आपको हर तीसरे गांव में अवैध शराब बिकता हुआ नजर आएगा ऐसा नहीं है कि निजाद कार्यक्रम का असर क्षेत्र में नहीं हुआ है पर यह भी सच है कि जितना शहरी क्षेत्र में निजाद कार्यक्रम का असर दिख रहा है उतना ग्रामीण क्षेत्र में बिल्कुल नजर नहीं आ रहा है इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है ऐसे पुलिस वाले जो कई वर्षों से थानों में जमे हुए है जो चाहते ही नहीं की उनकी आय का जो साधन है वह बंद हो जाए इसीलिए जिले के पुलिस कप्तान को कुछ तो करना होगा नहीं तो लगातार लोगों का विश्वास पुलिस पर से उठता जाएगा हाल ही में पचपेड़ी थाना क्षेत्र में एक गरीब परिवार पर कुछ सरदारों ने घर से उठा कर ले जा कर मारपीट किया था जिसकी मौत भी हो गईं परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि सरदारों के पिटाई के वजह से उसकी मौत हुई थी इसमे एफआईआर भी हुई पर कार्यवाही क्या हुआ ये कुछ ही लोगों को पता हैं वहीं मस्तुरी थाना क्षेत्र मे रामायण भोई नामक युवक ज़हर खा कर आत्महत्या कर लेता हैं पर मरने से पहले वीडियो बनाता हैं जो सोशल मीडिया मे वाईरल भी हो रहा हैं जिसमें वो बताता हैं की किसी पुलिस वाले ने फोन कर धमकाया था वो कौन हैं कहां से हैं ये तो जांच का विषय कुछ थाना ऐसे भी हैं जहां पुलिस वाले अवैध कारोबार मे लिप्त लोगों को आस्वास्थ्य करते हैं और बोलते हैं डरना मत हम है ना तो क्या ऐसे में सुधरेगा क्षेत्र का सिस्टम पुलिस विभाग का निर्माण ही लॉयन ऑर्डर बनाए रखने के लिए किया गया था ऐसा कोई भी कार्य जो गैरकानूनी हो जिससे समाज में अशांति फैले उस पर पुलिस द्वारा एक्शन लिया जा सकता हैं पर अब तो नाम और पहचान देखकर पुलिस कार्य करने लगी हैं पुलिस पब्लिक की रक्षक हैं भला रक्षक से कोई डरता हैं क्या पर पब्लिक डरती हैं क्यूँ डरती हैं ये किसी को बताने की जरूरत नहीं हैं मस्तूरी थाना क्षेत्र में बीते कुछ महीनों में बाइक चोरी की घटना इतनी तेज हो गई थी कि लोगों को अपनी गाड़ियों में डबल लॉक लगाने के लिए मजबूर होना प़डा था बाइक चोर पकड़ा गया या नहीं पकड़ा गया कहां से आते थे और कहां छूमंतर हो जाते थे कोई नहीं जानता क्षेत्र में कबाड़ी का धंधा भी जोरो से फल फूल रहा है आजकल आपको जगह-जगह कबाड़ी दुकान मिल जाएगा किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि कबाड़ी वालों को फायदा कहां से होता है और यह कहां-कहां हफ्ता देते हैं लोगों को नई सरकार से उम्मीद है कि कानून व्यवस्था में सुधार होगा क्योंकि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई है जो सुशासन के लिए जानी जाती है अब देखना होगा की नई सरकार के आने के बाद जिले में कितनी सुशासन लागू कर पाती है बीजेपी की नई सरकार ?