जिले में मस्तूरी से लेकर बिल्हा तखतपुर से बेलतरा तक सरकारी कार्यालयों में आज कर्मचारियों की हड़ताल से पसरा रहा सन्नाटा पढ़े पूरी खबर

जिले में मस्तूरी से लेकर बिल्हा तखतपुर से बेलतरा तक सरकारी कार्यालयों में आज कर्मचारियों की हड़ताल से पसरा रहा सन्नाटा पढ़े पूरी  खबर
जिले में मस्तूरी से लेकर बिल्हा तखतपुर से बेलतरा तक सरकारी कार्यालयों में आज कर्मचारियों की हड़ताल से पसरा रहा सन्नाटा पढ़े पूरी खबर

बिलासपुर में कर्मचारियों के आंदोलन के चलते कई विभागों के दफ्तरों में सन्नाटा पसर गया है। रजिस्ट्री ऑफिस सहित अन्य विभागों में तालेबंदी के हालात बन गए हैं। नेहरु चौक में कर्मचारी नेताओं के साथ ही बड़ी संख्या में 'एकजुट होकर कर्मचारी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। इधर, आंदोलन को लेकर लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ अलग हो गया है। हड़ताल वापस लेने से नाराज पदाधिकारियों ने संघ के प्रदेश
अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है और आंदोलन में कूद गए हैं।दरअसल, अनिश्चित कालीन आंदोलन शुरू होने से ठीक एक दिन पहले रविवार की शाम लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ और भृत्य संघ ने आंदोलन से खुद को अलग कर लिया। इसके चलते प्रदेश के विभिन्न जिलों के पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष से नाराज हो गए हैं। गरियाबंद, धरमजयगढ़ सहित कई जिलों के नाराज पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, और आंदोलन में कूद गए हैं।नेहरू चौक में जुटी भीड़, सरकार के खिलाफ बोला हल्ला कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले आयोजित इस आंदोलन में प्रदेश के 96 संगठन शामिल हैं। सोमवार को दोपहर आंदोलन शुरू होने से पहले ही कर्मचारी अपने दफ्तर जाने के बजाए
नेहरु चौक में जुटने लगे थे। दोपहर 12 बजे तक कर्मचारी नेताओं के साथ ही बड़ी संख्या में आंदोलनकारी कर्मचारी
धरनास्थल पहुंच गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इससे पहले 25 से 30 जुलाई तक कामबंद आंदोलन किया गया था। इसके बाद राज्य सरकार ने 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का आदेश जारी किया है। फेडरेशन केंद्र सरकार की तरह महंगाई
भत्ते की मांग पर अड़ा है।दफ्तरों में सन्नाटा, गिने चुने कर्मचारी पहुंचे, कई ऑफिस में तालेबंदी इधर, कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा हुआ है। कंपोजिट बिल्डिंग के कई दफ्तरों में गिने-चुने कर्मचारी काम करते नजर आए। वहीं, रजिस्ट्री ऑफिस सहित कई विभागों में तालेबंदी की स्थिति है। कर्मचारियों के व्यापक आंदोलन को देखते हुए प्रशासन न तो कोई पहल कर पाई है और न ही कार्रवाई कर सकी है। पुलिस पहुंची, लेकिन भीड़ रोक नहीं पाई कर्मचारी फेडरेशन के हड़ताल को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात किया गया है। हालांकि, पुलिस बल ने कर्मचारियों को रोकने की कोशिश नहीं की। उनका कहना था कि सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाने के लिए उनकी ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों को रोकना मुश्किल है।