आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज का 66 वीं महासभा का शानदार आयोजन....विधायक डाँ.लक्ष्मी ध्रुव ने संस्कृति को बनाए रखने के साथ युवाओं को स्वरोजगार अपनाने की दी सलाह...




नगरी...तहसील आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज नगरी,सिहावा की दो दिवसीय 66 वीं महासभा श्री महादेव मंदिर प्राँगण कर्णेश्वर धाम देऊरपारा में बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुई ।श्रीबुढ़ादेव मंदिर में इष्ट देव की पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ हुए इस आयोजन में पारंपरिक वेशभूषा धारण किए हुए युवक-युवतियों ने प्रवेश द्वार पर समस्त सामाजिक जनों के उन्नत ललाट पर पीले चावल का टीका लगाकर भाव भरा अभिनंदन किया।परंपरा अनुसार समाज के पांचों वंश का कलश व ध्वज स्थापना किया गया।अर्जी सेवा के तुरंत बाद समाज के पचरंगी ध्वज का आरोहण किया गया।शुभारंभ के मुख्य अतिथि सिहावा विधायक डाँ. लक्ष्मी ध्रुव उपाध्यक्ष मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण छ.ग.शासन का पगड़ी बांध कर स्वागत किया गया साथ ही पुरोधाजनों ने समाज की ओर से अभिनंदन पत्र भेंट किया गया।मुख्य अतिथि की आसंदी से उद्बबोधन के दौरान डाँ.ध्रुव ने सामाजिक कार्यक्रम में सम्मिलित युवक युवतियों की उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में युवक युवतियों को समय का सदुपयोग कर अपने आपको प्रतिस्थापित करना होगा। उन्होंने युवक युवतियों को कौशल शिक्षा ग्रहण करने पर जोर देते हुए कहा कि यह एक ऐसी शिक्षा है जिसे ग्रहण करते ही स्वरोजगार स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने आदिवासी संस्कृति पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि हमें अपनी विश्व प्रसिद्ध आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कटिबद्ध रहना होगा क्योंकि संस्कृति से ही समाज की पहचान है। उन्होंने श्री बुढ़ा देव मंदिर परिसर पर विधायक निधि से दस लाख रुपये से निर्माण होने वाले सामुदायिक भवन का भूमिपूजन किया साथ ही समाज की सभी मांगों को शीघ्र पूरा करने की घोषणा भी की। वहीं समापन की अवसर पर पहुंची विशेष अतिथि जनपद पंचायत नगरी की अध्यक्ष श्रीमती दिनेश्वरी नेताम ने सामुहिक तथा व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टा पर प्रकाश डाला।उन्होंने सामुदायिक व व्यक्तिगत अधिकार पट्टा के लिए हर समय सहयोग करने की बात कही। समाज के समस्त उपक्षेत्रीय अध्यक्षों तथा अन्य वक्ताओं ने भी कौशल शिक्षा पर जोर देते हुए शिक्षा,संस्कृति,पेशा कानून,मंहगी शादी को रोकने,मद्यपान से दुर रहने, समाजिक सहभागिता तथा अन्य कुरुतियों को दुर करने विषयों पर प्रकाश डाला।इस आयोजन में 11 सामाजिक प्रकरणों का रुढ़ीप्रथा से निराकरण भी किया गया। समापन के अवसर पर आकर्षक सामूहिक रेला पाटा नृत्य प्रस्तुत किया गया।परंपरा अनुसार इस वर्ष आयोजन की संपूर्ण जिम्मेदारी उपक्षेत्रीय स्तर पर डोंगरडुला के द्वारा की गई ।महासभा कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान लखनलाल ध्रुव पीसीसी सदस्य,भूषण साहू अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नगरी,तुलाराम ओटी,गजरू राम मरकाम,धन सिंह नेताम, गजाधर सिंह ध्रुव,दुर्गेश्वरी पालेश्वर,रामजी मरकाम, मालती ध्रुव,पुष्पा देवी ध्रुव,जागेश्वर ध्रुव,शशि ध्रुव,भुनेश्वरी नेताम, बिसंतीन बाई पालेश्वर, मालती ध्रुव,पुष्पादेवी ध्रुव,दुर्गेश्वरी पारलेश्वर,अमृत नाग, राजेंद्र ठाकुर,सविता सोन,लोकेश मरकाम, भांवत राम ध्रुव,नरेश छेदैहा,सुरेश ध्रुव,माखन ध्रुव,टीकम गंगेश,हुलास सूर्याकर,सुरेन्द्र राज ध्रुव,परसादी राम चंद्रवंशी,मधुसुर्याकर,सुरेन्द्र ध्रुव,महेंद्र कुमार नेताम, बुधियारिन बाई ध्रुव, अमोल ध्रुव,कृष्ण कुमार मंडावी,रामस्वरूप ध्रुव, सुरेंद्र सोरी,नारद ध्रुव, चिंताराम ध्रुव,सीता राम नेताम,चमरू राम ध्रुव, सियाराम नेताम,पाल सिंह मरकाम,अवध राम मरकाम,ईश्वर ध्रुव,मंगतूराम नेताम, केदारनाथ मंडावी,धनराज ध्रुव,हेमंत सलाम,अमर सिंह ध्रुव,कृपा राम मरकाम,स्कंद ध्रुव,अरविंद नेताम,संत कुमार नेताम,पुरन नेताम,जितेंद्र ध्रुव,टिकेश्वर ध्रुव,अमर सिंह छेदैहा,नरसिंह मरकाम,जितेंद्र ठाकुर, कुंता नाग,सुखू राम छेदैहा, चंद्रभान नेताम,कैलाश मरई,विष्णु भास्कर,नीलू छेदैहा,नूतन कुंजाम,कंजन सिंह ध्रुव,युवराज ध्रुव,बुधन्तीन, नेताम,अनीता ध्रुव,लक्ष्मी ध्रुव,आरती नेताम,पंकज ध्रुव,टेश्वर ध्रुव,अनीत ध्रुव,अतुल ध्रुव,मुनेन्द्र ध्रुव,अशोक ध्रुव,श्रीराम ध्रुव,चंद्रभान मरकाम,ओम प्रकाश नाथ महेंद्र सोरी,मदन मंडावी,लागेश्वरी ध्रुव,अनीता मरकाम, नारायण ध्रुव,चिंतामणि मरकाम,संतोष गंगेश, रामकुमार नागवंशी, मानिक लाल नेताम , सत्यप्रकाश ठाकुर,ऋचा ध्रुव,सोनेंद्र ध्रुव,शशांक ध्रुव,हरि राम छेदैहा,सुरेन्द्र कुमार नेताम,मन्नुलाल कौशल,भगवानी ध्रुव,मनोज ध्रुव,भारत ध्रुव, ढोला कुंजाम के सहित 17 मुड़ा क्षेत्र के समाजिकजन महापर्व में एतिहासिक भीड़ के साथ सम्मिलित हुए।