Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर्व आज.... महाशिवरात्रि पर शुभ संयोग.... 6 राजयोग में मनाई जाएगी महाशिवरात्रि.... इन शुभ मुहूर्तोंं में पूजा से होगा लाभ.... जानें मुहूर्त और पूजा विधि.....

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Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर्व आज.... महाशिवरात्रि पर शुभ संयोग.... 6 राजयोग में मनाई जाएगी महाशिवरात्रि.... इन शुभ मुहूर्तोंं में पूजा से होगा लाभ.... जानें मुहूर्त और पूजा विधि.....

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डेस्क। भोलेनाथ के भक्तों के लिए महाशिवरात्री का दिन किसी महापर्व से कम नहीं होता. इस वर्ष महाशिवरात्रि आज 1 मार्च के दिन है. महाशिवरात्रि के दिन भक्त शिवजी की पूरे मन से पूजा-अर्चना करते हैं. माना जाता है कि जो लड़कियां महाशिवरात्री के दिन भगवान शिव का व्रत रखती हैं उन्हें अच्छे और योग्य वर की प्राप्ति होती है. हालांकि, शिवजी की पूजा लड़के भी बड़े चाव से करते हैं. शिवरात्री के दिन हरा रंग पहनना सबसे शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन हरा पहनने वालों से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. हरे रंग के सूती कपड़ों के अलावा लाल, सफेद, पीला और संतरी रंग पहनना भी शुभ माना जाता है. 

महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है. कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी को बिल्कुल पसंद नहीं हैं. लड़कों का इस दिन धोती पहनना भी शुभ माना जाता है. फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का महापर्व मनाया जाता है. भगवान शिव की उपासना के लिए इसे सबसे उत्तम दिन माना गया है. महाशिवरात्रि का पर्व इस साल बेहद खास रहने वाला है. भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि पर इस बार शिव योग बनेगा. इसके अलावा शंख, पर्वत, हर्ष, दीर्घायु और भाग्य नाम के राजयोग भी बन रहे हैं. 

साथ ही मकर राशि में पंचग्रही योग का भी निर्माण हो रहा है. इस दिन मकर राशि में शनि मंगल, बुध, शुक्र और चंद्रमा एकसाथ रहेंगे. पंचग्रही योग में भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को बड़ा लाभ होगा. शिवरात्रि पर सितारों की ऐसी स्थिति लंबे समय के बाद देखी गई है. शिवरात्रि पर मध्य रात्रि की पूजा विशेष फलदायी होती है. इसके लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें. उनके समक्ष घी का एक दीपक जलाएं. इसके बाद उन्हें पुष्प अर्पित करें, भोग लगाएं. इस दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना बिल्कुल ना भूलें. मंत्र जाप के बाद अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें.

महाशिवरात्रि पुर शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि पर सुबह 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. इसके बाद दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से 02 बजकर 53 मिनट तक विजय मुहूर्त रहने वाला है. पूजा या कोई शुभ कार्य करने के लिए ये दोनों ही मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ हैं. इसके बाद शाम को 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 12 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त रहेगा.

ध्यान रखें ये बातें

महाशिवरात्रि के दिन लड़कियां बेहद शौक से तैयार होना पसंद करती हैं. ऐसे में पूजा करने मंदिर जाते हुए उन्हें कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए. 

माना जाता है कि बहुत ज्यादा मेकअप करके पूजा नहीं करनी चाहिए. आप जितने सादे-भाव से पूजा करते हैं उसे उतना ही अच्छा माना जाता है. 

नए वस्त्र धारण करने को अनिवार्य नहीं माना जाता लेकिन पूजा के लिए बिना धुले कपड़े पहनकर जाने को गलत कहते हैं. 

भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे शिवलिंग पर चढ़ायी गई सामग्री का सेवन ना करें क्योंकि मान्यताओं के अनुसार इसे अशुभ कहा गया है. 

जो व्रत रखते हैं उन्हें काले के साथ-साथ डार्क रंग के कपड़े पहनने से भी मना किया जाता है. 

महाशिवरात्रि पूजा विधि

महाशिवरात्रि की विधि-विधान से विशेष पूजा रात्रि काल में होती है. हालांकि भक्त चारों प्रहर में से अपनी सुविधानुसार यह पूजन कर सकते हैं. साथ ही महाशिवरात्रि के दिन रात्रि जागरण का भी विधान है. इस दिन मिट्टी के पात्र या तांबे के लोटे में जल, मिश्री, कच्चा दूध डालकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए. इसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, आंकड़े के फूल, चावल आदि अर्पित करना चाहिए. इस दिन महामृत्युंजय मंत्र या शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए.

महाशिवरात्रि 2022 मंत्र

शिव गायत्री मंत्र
ओम तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।
इसका जाप सुख, समृद्धि आदि की प्राप्ति के लिए करते हैं.

- महामृत्युंजय मंत्र
ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

- शिव आरोग्य मंत्र
माम् भयात् सवतो रक्ष श्रियम् सर्वदा।
आरोग्य देही में देव देव, देव नमोस्तुते।।
ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
उत्तम स्वास्थ्य के लिए इस मंत्र का भी जाप करते हैं.

धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए शिव मंत्र
ओम हृौं शिवाय शिवपराय फट्।।