Indian Railways : रेलवे ने दिया यात्रियों को बड़ा तोहफा ! अब कंफर्म सीट मिलना हुआ आसान, चलती ट्रेन में होगी आपकी सीट कन्फर्म....जानिए क्या है...
Indian Railways: Railways gave a big gift to the passengers! Now it is easy to get a confirmed seat, your seat will be confirmed in the moving train… know what is it…




Indian Railways get confirmed seat in moving train :
देश के करोड़ों यात्रियों को रेलवे ने दिया बड़ा तोहफा. अगर आप भी ट्रेन से सफर (Train Travel) करते हैं तो अब से आपको चलती ट्रेन में भी कंफर्म सीट (Train Confirm Seat) मिलेगी यानी आपको अब से ट्रेन में सीट के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. रेलवे के इस कदम से चलती ट्रेन में यात्रियों को वेटिंग या आरएसी टिकट (RAC Ticket) को कन्फर्म करवाने के लिए टीटीई के चक्कर नहीं काटने पड़ेगें. (Indian Railways)
7000 यात्रियों को मिली कंफर्म सीट :
रेलवे की ओर से खास सुविधा शुरू की गई है, जिसका नाम हैंड-हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी डिवाइस) है. इस सुविधा के तहत रेलवे पिछले 4 महीनों में करीब हर दिन 7000 वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को कंफर्म सीट की सुविधा दे चुका है यानी अब से आपको ट्रेन में बहुत ही आसानी से मिनटों में कंफर्म सीट मिल जाएगी.
कैसे मिलेगी कंफर्म सीट?
आपको बता दें अगर कोई भी आरक्षित टिकट वाला यात्री आखिरी समय पर अपनी यात्रा को रद्द करता है या फिर नहीं पहुंचता है तो वह खाली सीट एचएचटी उपकरण में दिखाई देती है, जिससे TTE वेटिंग लिस्ट वाले यात्री या फिर रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन वाले यात्री को सीट दे देता है. (Indian Railways)
PTI ने जारी किए आंकड़े :
पीटीआई की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, यह योजना 4 महीने पहले शुरू की गई थी. अब तक लगभग 1,390 ट्रेनों के टीटीई प्रतिदिन ट्रेन में अपनी यात्रा के विभिन्न चरणों या अपनी यात्रा के कुछ हिस्सों में लगभग 10,745 एचएचटी ले जा रहे हैं. पिछले चार महीनों में औसतन 5,448 आरएसी यात्रियों और 2,759 प्रतीक्षा-सूची वाले यात्रियों को एचएचटी के माध्यम से प्रतिदिन सीट आवंटित की गई. (Indian Railways)
किस तरह से काम करती है टेक्नोलॉजी?
रेलवे की ओर से शुरू की गई एचएचटी उपकरण एक खास सुविधा है. यह आईपैड के आकार में होती है, जिसमें पहले से लोड किए गए यात्रियों का आरक्षण चार्ट दिया होता है. इस चार्ट को रियल टाइम अपडेट मिलता रहता है, जिसके जरिए टीटीई को सभी सीटों के बारे में अपडेट रहता है और वेटिंग या फिर आरएसी वाले यात्रियों को सीट मिल जाती है. साथ ही इसका अपडेट यात्री आरक्षण प्रणाली के केंद्रीय सर्वर से जुड़ा होता है तो इसके जरिए मिलने वाला अपडेट एकदम सही होता है. (Indian Railways)