CG DEO की क्लास में मास्टर जी फेल मामला: फेल मास्टर जी को चेतावनी.... अंत्येष्टि नहीं लिख पाए थे.... बच्चे किताब नहीं पढ़ सके.... लापरवाही पर प्रधान पाठक को फटकार.... दो टीचरों की वेतन वृद्धि रोकी.... आदेश जारी.... देखें VIDEO......




कवर्धा 8 अगस्त 2021। कवर्धा में जिला शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण में बच्चों के साथ-साथ पढ़ाने वाले मास्टर जी भी फेल हो गए हैं। हिंदी में MA पास गुरुजी को 'अंत्येष्टि' लिखना नहीं आता है। DEO के निरीक्षण के दौरान हुई फजीहत के बाद अब भी टीचरों का संकट कम नहीं हो रहा है। अब बच्चों को पढ़ाने में लापरवाही और अनुपस्थित होने पर DEO ने फटकार लगाते हुए प्रधान पाठक सहित 4 शिक्षकों को चेतावनी पत्र जारी किया है। साथ ही दो टीचरों की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए हैं।
लोहारा ब्लॉक के ग्राम रक्शे स्थित प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक नेमदास झारिया को दिए गए चेतावनी पत्र में कहा गया है कि आपकी ओर से बच्चों की अध्यापन व्यवस्था में लापरवाही बरती जा रही है। इससे स्पष्ट होता है कि कर्तव्य सही से नहीं निभाया जा रहा है। साथ ही चेतावनी दी गई कि दोबारा ऐसा होता है तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। दूसरे आदेश में कहा गया है कि 4थी में पढ़ने वाली छात्रा अपनी ही कक्षा की किताब का पहला पाठ नहीं पढ़ सकी। न वह पहली की किताब पढ़ पाई और न 2 का पहाड़ा सुना सकी।
इससे पता चलता है कि सहायक शिक्षक रेखलाल साहू ने गुणवत्ता के लिए कुछ नहीं किया। जो कि शिक्षण कार्य में उदासीनता है। इसका स्पष्ट जवाब भी नहीं मिला। ऐसे में एक वेतन वृद्धि रोकी जाती है। DEO ने अपने आदेश में कहा है कि निरीक्षण के दौरान शिक्षक निलेंद्र वर्मा का अर्जित अवकाश आवदेन नहीं मिला। प्रभारी प्राचार्य काशीराम धुर्वे ने दो माह से बिना उपस्थिति प्रमाण पत्र और अवकाश स्वीकृति के वेतन आहरण किया। यह वित्तीय अनियमित्ता है। इसके लिए एक वेतन वृद्धि रोकी गई।
वहीं एकाउंटेंट को भी इसके लिए चेतावनी पत्र दिया गया है। DEO राकेश पांडेय लोहारा ब्लॉक के ग्राम रक्शे स्थित प्राथमिक स्कूल पहुंच गए। कुछ दूरी पर ही मोहल्ला क्लास चल रही थी। DEO वहां पहुंचे तो गुरुजी बातें करने में लगे थे और बच्चे खेल रहे थे। अफसरों को देखते ही हिंदी की किताब निकालने का फरमान जारी किया। DEO ने 7वीं के एक बच्चे को खड़ा किया। उसे चौथी क्लास की हिंदी की किताब दी, लेकिन पढ़ नहीं सका।
चौथी क्लास की बच्ची, पहली कक्षा की किताब नहीं पढ़ सकी। एक बच्ची को खड़ा कर 5 का पहाड़ा सुनाने को कहा। उसने मना किया तो 2 का कहा, पर वह भी नहीं सुना सकी। फिर एक बच्ची से कविता सुनी तो उसकी प्रशंसा भी की। मास्टर कि क्वॉलिफिकेशन MA हिंदी है। इस पर कॉपी-पेन देकर उनसे अंत्येष्टि शब्द लिखने को कहा। पर मास्टर जी नहीं लिख सके। बच्चों और शिक्षकों की स्थिति देखकर DEO ने फटकार लगाई। निरीक्षण के दौरान पता चला कि कई शिक्षक क्लास में पहुंचे ही नहीं थे।
देखें वीडियो