चलती ट्रेन में मौत: कॉर्नर सीट पर बैठा था यात्री, ट्रेन में सफर कर रहे यात्री की गर्दन के आर-पार हुई लोहे की रॉड, ट्रेन रुकने से पहले मौत, रेलवे में मचा हड़कंप....

Death of a passenger in a moving train, iron rod crossed the neck of the passenger traveling in the train, Death In Train: लोहे की रॉड गर्दन में घुस जाने से यात्री की मौत हो गई। घटनास्थल पर रेलवे के स्तर से निर्माण कार्य हो रहा था। इसी दौरान लोहे की रॉड ट्रेन के कोच के शीशे को तोड़ते हुए सीट पर सवार यात्री की गर्दन में जा घुसी। दिल्ली से आ रही नीलांचल एक्सप्रेस में सवार सुल्तानपुर के एक यात्री की सोमना और डांबर रेलवे स्टेशन के बीच लोहे की रॉड गर्दन में घुस जाने से मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रेन में खलबली मच गई। 

चलती ट्रेन में मौत: कॉर्नर सीट पर बैठा था यात्री, ट्रेन में सफर कर रहे यात्री की गर्दन के आर-पार हुई लोहे की रॉड, ट्रेन रुकने से पहले मौत, रेलवे में मचा हड़कंप....
चलती ट्रेन में मौत: कॉर्नर सीट पर बैठा था यात्री, ट्रेन में सफर कर रहे यात्री की गर्दन के आर-पार हुई लोहे की रॉड, ट्रेन रुकने से पहले मौत, रेलवे में मचा हड़कंप....

Death of a passenger in a moving train, iron rod crossed the neck of the passenger traveling in the train

 

Death In Train: लोहे की रॉड गर्दन में घुस जाने से यात्री की मौत हो गई। घटनास्थल पर रेलवे के स्तर से निर्माण कार्य हो रहा था। इसी दौरान लोहे की रॉड ट्रेन के कोच के शीशे को तोड़ते हुए सीट पर सवार यात्री की गर्दन में जा घुसी। दिल्ली से आ रही नीलांचल एक्सप्रेस में सवार सुल्तानपुर के एक यात्री की सोमना और डांबर रेलवे स्टेशन के बीच लोहे की रॉड गर्दन में घुस जाने से मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रेन में खलबली मच गई। 

 

यात्री की पहचान सुल्तानपुर के हरिकेश दुबे पुत्र संतराम निवासी गोपीनाथपुर सुल्तानपुर के रूप में हुई है। वे दिल्ली से सफर कर रहे थे। मामले में रेलवे मृतक के परिजन को 15 हजार रुपए का मुआवजा दे रहा है, जिसे पीड़ित परिवार ने ठुकरा दिया है। मृतक के परिजन का कहना है कि एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए और सरकारी नौकरी भी मिले। परिजन का कहना है कि वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।

 

मृतक के परिजनों और रेलवे अधिकारियों के बीच मुआवजे की मांग को लेकर नोकझोंक व हंगामा हुआ। मृतक के पिता संतराम दुबे ने कहा कि बीते दिन उनका पुत्र हरकेश दुबे दिल्ली से सुल्तानपुर नीलांचल एक्सप्रेस से जा रहा था, तभी डावर सोमना रेलवे स्टेशन के बीच लोहे की रॉड शीशा तोड़ते हुए ट्रेन में पहुंच गई और हरकेश की गर्दन के आरपार हो गई। इससे हरकेश की मौके पर ही मौत हो गई। हरकेश के 2 छोटे बच्चे हैं। घर में कोई कमाने वाला भी नहीं है।