हैकर्स के लिए बड़ा हथियार बना ChatGPT! आपका डेटा चुराने के लिए 'गलत कोड' बनाने में कर रहे इस्तेमाल.
ChatGPT became a big weapon for hackers! Using
NBL, 09/01/2023, ChatGPT became a big weapon for hackers! Using 'false code' to steal your data.
ChatGPT : आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) से चलने वाले चैटजीपीटी (ChatGPT) को इन दिनों साइबर क्रिमिनल्स भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
वे इसके जरिये आपका डेटा चुराने के लिए हानिकालक टूल्स तैयार कर रहे हैं। एक रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है। इन दिनों चैटजीपीटी खासा सुर्खियों में हैं। इसकी खास बात यह है कि यह बिल्कुल इंसानों की तरह प्रश्नों के उत्तर देता है।
आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साइबरक्रिमिनल्स (cybercriminals) के द्वारा गलत इरादे से कोड्स लिखने के लिए ChatGPT के इस्तेमाल का पहला मामला चेक प्वाइंट रिसर्च (Check Point Research) यानी CPR के रिसर्चर्स ने पकड़ा है। इससे क्या बना रहे हैं हैकर्स हैंकिंग फोरम्स से जुड़े लोग "इन्फोस्टीलर्स" (जानकारियां चुराने वाले), इनक्रिप्शन टूल्स बना रहे हैं और फ्रॉड एक्टिविटी को अंजाम दे रहे हैं। रिसर्चर्स ने चेतावनी दी है कि गलत गतिविधियों को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाने के लिए साइबरक्रिमिनल्स की चैटजीपीटी में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। Twitter के 23 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डेटा लीक, जानिए हैकर्स ने कहां पोस्ट कर दीं अहम डिटेल्स चेक प्वाइंट में थ्रेट इंटेलिजेंस ग्रुप मैनेजर सर्गेई शाईकेविज ने कहा, साइबरक्रिमिनल्स को ChatGPT खासा लुभा रहा है।
हाल के हफ्तों में हमें ऐसे प्रमाण मिले हैं कि हैकर्स ने दुर्भावनापूर्ण कोड लिखने के लिए इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया है। ChatGPT की तेज गति के चलते हैकर्स को अच्छी शुरुआत मिल रही है। कैसे हुआ था खुलासा जिस तरह से चैटजीपीटी से डेवलपर्स को अच्छे काम के लिए कोड लिखने में मदद मिलती है, उसी तरह से इसे गलत कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है। 29 दिसंबर को एक अंडरग्राउंड हैकिंग फोरम पर "ChatGPT - Benefits of Malware" नाम की एक थ्रेड नजर आई। इस थ्रेड के पब्लिशर ने खुलासा किया कि वह चैटजीपीटी के साथ मालवेयर स्ट्रेन्स तैयार करने के लिए प्रयोग कर रहा था। Cyber Attack: लखपति या करोड़पति बनाने वाले लिंक या वेबसाइट, कर सकते हैं कंगाल, इन तरीकों से पहचानें फेक वेबसाइट खबरों के मुताबिक, ChatGPT की डेवलपर ओपनएआई (OpenAI) 30 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर पूंजी जुटाने की कोशिश कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने 1 अरब डॉलर में ओपनएआई को खरीदा था और अब वास्तविक जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए ChatGPT एप्लीकेशंस को बढ़ावा दे रही है।
