बीजेपी के पीएम मोदी देश में विकास की बात करते हैं और विपक्षी पार्टी कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश में न्याय की बात करते हैं, अब देखना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में देश का लोकतंत्र कौन सा सफर तय करेगा।
BJP's PM Modi talks about development in the country




NBL, 22/02/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: BJP's PM Modi talks about development in the country and opposition party Congress leader Rahul Gandhi talks about justice in the country, now it remains to be seen which journey the country's democracy will take in the 2024 Lok Sabha elections. पढ़े विस्तार से...
विपक्षी दलों के नेताओं को अपनी सत्ता के सुख की अधिक भूख है, यही कारण है कि वे देश में साम, दाम, दंड जैसे भेदभाव का प्रयोग करते नजर आते हैं, ताकि हम फिर से सत्ता हासिल कर सकें। लेकिन देश का लोकतंत्र देश में विकास चाहता है, विनाश नहीं, इसलिए 1947 से पहले अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति, जो आजादी के बाद भी देश की पूर्व सत्ता में बैठे कुछ प्रमुख नेताओं के बीच प्रचलित थी, जो उनके पुरखे, वैसे ही रहो. वंशवाद की राजनीति करने वाले उनके परिवार के सदस्यों में वही गुण हैं जो आज भी इन विपक्षी दलों के वंशवादी नेताओं में देखने को मिलते हैं,
कभी जाति को लेकर, कभी रोज़गार को लेकर, कभी बढ़ती महंगाई को लेकर बल्कि अपने शासन-प्रशासन को लेकर भी. अतीत में कितना विकास हुआ, उनका डेटा, इन विपक्षी दलों के पूर्व नेता जिन्होंने सरकार चलाई, इन नेताओं के पास देश में कोई ठोस डेटा नहीं है, पिता ने ऐसा किया, दादा परदादा-दादी ने वैसा किया, ऐसा करने से देश का हित उनकी पिछली पीढ़ियों के द्वारा किया गया था. उनके द्वारा किए गए कुछ अच्छे कार्यों को गिनाते रहते हैं और देश में वोट बैंक की राजनीति करते रहते हैं, लेकिन उनके पास अपने बल पर देश के लिए किए गए अच्छे कार्यों को गिनाने का कोई ठोस तर्क नहीं है।
नहीं बता सकती क्योंकि ये अपने शासन काल में भ्रष्टाचार घोटालों भी किया देश में जो उनका निजी मामला है और अब इस वक्त वो बीजेपी के पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की दुश्मन बन गई हैं. इन विपक्षी दलों के नेताओं के लिए विपक्षी दलों के काले कारनामे आज देश में उजागर हो रहे हैं, यही आज उनका सबसे बड़ा सिरदर्द है। इसलिए विपक्षी दलों के नेताओं के लिए पीएम नरेंद्र मोदी सरकार हिटलर है तानाशाही है जो बीजेपी पीएम मोदी इनके राजसत्ता को छीन लिया और भूखे बना कर देश में छोड़ दिया अब इन विपक्षी दलों के नेता करे तो करे क्या बस तोड़ खोजते रहते हैं पीएम मोदी सरकार को कमजोर बनाने के लिए लेकिन पीएम मोदी तो एक भी मौका नही देता जो विपक्षी दल नेता देश के लोकतंत्र को अपने पक्ष में ला सके और अपनी गिरती राजनीतिक गरिमा को बचा सके, पीएम मोदी के विकास नीति के सामने इन विपक्षी दलों के नेताओं की राजनीतिक स्तर इतना गिरते जा रहे हैं कि अब उठ सकता हैं कि नही अब देश के लोकतंत्र के उपर इनके राजनीतिक निर्भरता टिकी हुई है।
किसी तरह सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने एक गठबंधन बनाया जिसे I. N. D. I. A नाम दिया गया, जिसे आज I. N. D. I ( Indi ) कहा जाता है, लोकसभा चुनाव से पहले उनकी इंडी भी बिखर रही है, सीटों के बंटवारे को लेकर इन इंडि गठबंधन की आपसी सहमति नहीं बन पा रही है,और देखा जाए तो उनका इंडी गठबंधन टूट चुका है,समझिए। अपने राजनीतिक किले को बचाने के लिए अपनी पूर्व सत्ता या वर्तमान सत्ता में बैठे विपक्षी दल अपने मजबूत क्षेत्रों में अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतार रहे हैं। वे सभी गठबंधन पार्टी एक दूसरे की अनदेखी कर रहे हैं, जैसे उन्हें खुद पर भरोसा नहीं है कि पीएम मोदी लहर से बच पाएंगे या नहीं।
बेहतर होगा कि हम अपनी ही पार्टी का उम्मीदवार खड़ा करें ताकि हमें दस की जगह दो सांसद मिलें और हम दिल्ली पहुंचें. इस सीट बंटवारे के कारण हमारी पार्टी अपना खाता खोलने में असमर्थ न हो जाए और हम शून्य कि स्थिति में न आ जाए हैं और हमारी पार्टी का अस्तित्व समाप्त न हो जाए और आज यही विपक्षी दलों के गठबंधन नेताओं का सबसे बड़ा डर है।
जब लोकसभा चुनाव होंगे और सभी विपक्षी दलों के आंकड़े सरकार बनाने की ओर अग्रसर दिखेंगे तब भारतीय गठबंधन का एकीकरण देखने को मिलेगा कि कौन सा दल देश का प्रधानमंत्री बनेगा, कौन सा विपक्षी दल सबसे ज्यादा संख्या में सांसद अपना दावा पेश करेंगे लेकिन पूर्ण बहुमत के लिए विपक्ष की अन्य पार्टियां देश का प्रधानमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी, लेकिन कई शर्तों के साथ और भले ही वह देश का प्रधानमंत्री बन जाए. वह एक अपाहिज प्रधानमंत्री होगा जो कमजोर और देशहित में कड़े फैसले नहीं ले पाएगा। वे कड़े कार्रवाई करने में असमर्थ होंगे और देश में फिर से भ्रष्टाचार और घोटाले होंगे जिन्हें गठबंधन सरकार रोकने में असमर्थ होगी।
आज बीजेपी देश के सभी राज्यों में अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारती है, अपने दम पर देश में अपना मजबूत सरकार बनाती है। लेकिन कांग्रेस पार्टी देश के सभी राज्यों में इतने उम्मीदवार नहीं उतार पाती कि वह अपने दम पर सरकार बना सके. जिस तरह पहले कांग्रेस मजबूत सरकार बनाती थी, उसी तरह अब कांग्रेस अपने उम्मीदवार भी नहीं उतार पा रही है. उनके अंदर कोई ताकत नहीं है और वह देश में एक पंगु सरकार ही बना पाएंगे, जिसे देश ने देखा और झेला है।
आज भाजपा की पीएम नरेंद्र मोदी सरकार देश के विकास और लोकतंत्र के हित में और देश के लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर दिन और हर पल सार्थक विकास कर रही है और देश का लोकतंत्र वैसा ही दिखाई भी दे रहा है जैसा पिछली कांग्रेस सरकार के समय था। भारत के लोकतंत्र में देश के अंदर भ्रष्टाचार, घोटाले, बम विस्फोट और आतंकवादी हमले देखने को मिलते थे, लेकिन आज बीजेपी की पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में विकास के साथ-साथ देश के लोकतंत्र भी मजबूत हुआ है. यह दिखाई दे रहा है. और वे भ्रष्टाचार और घोटालों में लिप्त भ्रष्ट लोगों पर अंकुश लगाने में सफल रहे और पूर्व में घोटाले करने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसा, जिसे देश का लोकतंत्र इन लोगों के घरों से करोड़ों रुपये की नकदी निकलते हुए देख रहा है।
आज कांग्रेस के नेता अपने भाषणों में एक ही बात बार-बार कहते हैं, एक अडानी, एक अंबानी। इसके अलावा इन कांग्रेस नेताओं के पास पीएम नरेंद्र मोदी और देश के लोकतंत्र के विकास के बारे में कहने के लिए कोई बड़ा शब्द नहीं है. पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान देश के लोकतंत्र में एक के बाद एक बड़े घोटालों के नाम सुनने को मिलते थे।
लेकिन आज बीजेपी के शासनकाल में देश के लोकतंत्र को पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के जरिए सिर्फ विकास ही नजर आ रहा है. जो दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है. कुछ राज्यों को नई-नई सौगातें मिल रही हैं तो कुछ राज्यों में हर दिन विकास उत्सव मनाया जा रहा है, जिससे पीएम नरेंद्र मोदी सरकार का राजनीतिक ग्राफ बढ़ रहा है और इसका फायदा उनकी पार्टी बीजेपी को देश के लोकतंत्र से मिल रहा है. इसलिए देश में एक मजबूत सरकार का होना बहुत जरूरी है और अभी देश में बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी की विकास यात्रा और
कांग्रेस की न्याय यात्रा चल रही है. अब देश के लोकतंत्रवादी तय करेंगे कि वे किस यात्रा में शामिल होंगे और इसका नतीजा लोकसभा चुनाव के बाद ही देखने को मिलेगा कि किस यात्रा में किस पार्टी के नेता में कितना दम था।