CG Assembly Elections 2023 : दो दिन से बस्तर के खतरनाक इलाकों में फंसी कई बूथों की पोलिंग पार्टियां, मतदान कर्मियों में नाराजगी, CEO रीना कंगाले ने कहा.....
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को संपन्न हो चुका है पर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों के 29 मतदान केंद्रों के कुछ पोलिंग पार्टियां अभी भी जिला मुख्यालय नहीं पहुंच पाई है। नक्सली दहशत के चलते मतदान कर्मियों को लाना फोर्स के लिए चुनौती मानी जा रही है।
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को संपन्न हो चुका है पर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों के 29 मतदान केंद्रों के कुछ पोलिंग पार्टियां अभी भी जिला मुख्यालय नहीं पहुंच पाई है। नक्सली दहशत के चलते मतदान कर्मियों को लाना फोर्स के लिए चुनौती मानी जा रही है।
बता दें कि पहले चरण के चुनाव में 29 अति संवेदनशील मतदान केंद्रों में हेलीकॉप्टर से मतदान कर्मियों को पहुंचाया गया था। उन्हें हेलीकॉप्टर से वापस लाने की प्रक्रिया जारी है। मतदान कर्मियों को लाने में देरी के चलते मतदान कर्मियों में नाराजगी है।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि एयरफोर्स के हेलिकाप्टरों को मतदान कर्मियों को लाने के लिए युद्ध स्तर पर लगा दिया गया है। ओरछा से 28, अकबेड़ा से 22 और धनोरा से 13 मतदान कर्मियों को आज सुबह वापिस लाया गया है। रीना बाबा ने बताया, नारायणपुर और बीजापुर में 98 लोग बचे हैं। उन्हें हेलिकाप्टर से लाया जाएगा। उन्होंने अश्वस्त किया कि किसी को पैदल नहीं लाया जाएगा और इन सभी 98 लोगों को शाम तक चौपर से लाएंगे। सुकमा, दंतेवाड़ा और कांकेर जिले के सभी पोलिंग पार्टियों को वापिस लाया जा चुका है।
Pratigya Rawat
