साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर के तत्वाधान में नववर्ष की पूर्वसंध्या पर हुई काव्यगोष्ठी...




नववर्ष की पूर्वसंध्या पर हुई काव्यगोष्ठी
जगदलपुर : साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर के तत्वाधान में नववर्ष की पूर्वसंध्या पर आयोजित काव्यगोष्ठी में बतौर अतिथि शामिल थीं दिगम्बर जैन समाज की महिला मंडल की अध्यक्ष सपना जैन, सचिव नेहा जैन और कोषाध्यक्ष प्रेरणा जैन।
दो दौर में चली इस कावय गोष्ठी में सरस्वती वंदना ममता मधु ने अपनी मधुर आवाज में प्रस्तुत की।
बस्तर क्षेत्र के विख्यात ग़ज़लकार ऋषि शर्मा ऋषि ने अपनी श्रेष्ठ रचनाओं से खूब तालियां बटोरीं। उन्होंने पढ़ा- इस तरह खुद से जो खफा हूं मैं, दर हकीकत तेरी अदा हूं मैं।
हल्बी भतरी के कवि और मंचकर्मी नरेन्द्र पाढ़ी ने हल्बी कविता का पाठ किया -
दखा दखा अंदाय, नवा बरख इली, आमके खूबे हरिक लागली।
नारी मन पर कलम चलाने वाली कवियित्री डॉ सुषमा झा ने नारी पर केन्द्रित अपनी कविता पढ़ी।
प्रसिद्ध उद्घोषक व कहानीकार करमजीत कौर पंजाबी में और अंग्रेजी में कविता पढी। नववर्ष पर केन्द्रित कविता में बताया कि हम नववर्ष की खुशियां मनाते हैं परन्तु वो हमारे जीवन का एक वर्ष कम कर जाता है।
युवा कवि ओमप्रकाश ध्रुव ने वर्तमान आधुनिकता पर चिन्ता व्यक्त करते हुये रचना पढ़ी -
आधुनिकता की धुंध में किताबें चुप सी हो गयी हैं, होती थी जो महक हर पन्ने में गुम सी हो गयी हैं।
पर्यावरणविद के आर तिवारी जी ने जल जंगल और जमीन की सुरक्षा में ही सुरक्षित भविष्य का संदेश दिया।
हल्बी हिन्दी, छत्तीसगढ़ी, संस्कृत पर समान रूप से कलम चलाने वाले कवि अनिल शुक्ला ने अपनी कविता के माध्यम से संदेश दिया -
क्या हुआ जो बाइस जनवरी को अयोघ्या नहीं जा पायेंगे, हम तो बस्तर में रामज्योति जला दीपावली मनायेगे।
गीता शुक्ला ने चुनाव पर केन्द्रित कविता का पाठ किया।
पर्यावरण प्रेमी ज्योति चौहान ने काव्य पाठ किया -
डाले हाथों में हाथ, क्षणिक कसे थे साथ, क्या खूब लम्हे मिले, क्रमबद्ध वो आज।
युवा कवियित्री चमेली नेताम ’सुवासिता’ ने दोहे पढ़ कर अपने विचार व्यक्त किये -
यादें बनकर गम खुशी, बीत गया ये साल, हर्ष वर्ष नूतन करे, दे खुशियां हर हाल।
ममता मधु ने अपनी कविता मे संदेश दिया - जब मिले मन से मन तो, सुरमयी दीप जलते हैं।
युवा कवि नवीन श्रीवास्तव ने बेटी और नारी पर केन्द्रित अपनी से सबको खूब प्रभावित किया।
जयश्री जैन ने नववर्ष पर केन्द्रित गीत पढ़ा।
दिगम्बर जैन समाज की अध्यक्ष सपना जैन ने अपने मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा कि साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर वर्षों से नये रचनाकारों को मच दे रहा है और साथ ही साथ अन्य लोगों को साहित्य से जोड़ने का उपक्रम कर रहा है, यह सराहनीय है।
नेहा जैन व प्रेरणा जैन सफल कार्यक्रम की बधाई प्रेषित की।
सनत सागर ने अपनी हास्य कविताओं से खूब हंसाया।
उनको हिम्मत की दुनिया में जाते देखा है, चुपके से मुंह में गुटका दबाते देखा है।
कार्यक्रम में सरला जैन, ललित जी, कुहू डे, रितेश श्रीवास्तव आदि सोनी गली के अनेक जन उपस्थित थे।