सहायक शिक्षक फेडरेशन का आंदोलन जारी। सहायक शिक्षकों के मांग को अन्य संगठनों का समर्थन मिल रहा है।




कवर्धा,पण्डरिया-छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर ब्लाॅक के सहायक शिक्षक शनिवार से हड़ताल पर हैं।शनिवार व रविवार को सामुदायिक भवन के पास धरना प्रदर्शन किया गया।छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर ब्लाॅक के सहायक शिक्षकों ने अपनी एक सूत्रीय मांग के लिए अनिश्चित कालीन आंदोलन कर रहे हैं।फेडरेशन के ब्लाक अध्यक्ष सुरेश सिंह ठाकुर ने बताया कि ब्लाॅक के सहायक शिक्षक (एल.बी.) अपनी एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति दूर करने के लिए शनिवार से धरना दे रहे हैं।उन्होंने बताया कि यह आंदोलन चरणबद्ध रूप से किया जा रहा है।
ब्लाक स्तर पर दो दिन प्रदर्शन के बाद सोमवार 13 दिसम्बर को विधानसभा का घेराव तथा 14 तारीख से बुढ़ा तालाब रायपुर में अनिश्चित कालीन धरना प्रारम्भ किया जाएगा।उन्होंने बताया कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।धरना प्रदर्शन में फेडरेशन के ब्लाॅक अध्यक्ष सुरेश सिंह ठाकुर,किलेश्वरी उमरे,उमराव डड़सेना, मिलापचंद चेल्से, गजानंद कश्यप, महेश जायसवाल, रामकुमार राय,भूपेन्द्र राठौर, रोशनी पांडेय,आसमा कुरैशी,कलेश्वर यादव, सहित 300 से अधिक सहायक शिक्षक धरना स्थल पर उपस्थित थे।
*आंदोलन को मिल रहा समर्थन*- सहायक शिक्षकों के मांग को अन्य संगठनों का समर्थन मिल रहा है।तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ व शालेय शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष मोहन राजपूत ने सहायक शिक्षकों के मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि शासन द्वारा क्रमोन्नति को बंद कर दिए जाने के कारण व्याख्या,शिक्षक व सहायक शिक्षक के वेतन में बहुत अंतर आ गया है।जिसे शासन द्वारा क्रोमोन्नति प्रदान कर दूर किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि सरकार बनने के पूर्व कांग्रेस के घोषणा पत्र में सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने को प्रमुखता से शामिल किया गया था।किंतु सरकार बने करीब तीन वर्ष बीत गए हैं,जिसके बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जिससे शिक्षकों में नाराजगी है। राजपूत ने सभी शिक्षकों को हड़ताल में शामिल होने की बात कही ।साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षक या कर्मचारी किसी भी संघ के सदस्य हों,अपने मांग के लिए समर्थन करना चाहिए।उन्होंने सरकार से शिक्षक एलबी के पिछले कार्यकाल को शामिल करते हुए क्रमोन्नति प्रदान करने की मांग की है।जनपद उपाध्यक्ष तुलस कश्यप ,सचिव संघ सहित कई संघठनों ने शिक्षक फेडरेशन के मांगों का समर्थन किया है।