देश मे जब भी इलेक्शन होता है ग्रामीण, शहरी, राज्य या केंद्र स्तर का देश के लोगों को दो मिनट के लिए सोचना जरूर चाहिए, जो हम नेता को वोट दे रहे हैं, उनके कार्य व चरित्र देश हित मे है की नहीं है, तब देश में बदलाव आयेगा.

Whenever there is an election in the country,

देश मे जब भी इलेक्शन होता है ग्रामीण, शहरी, राज्य या केंद्र स्तर का देश के लोगों को दो मिनट के लिए सोचना जरूर चाहिए, जो हम नेता को वोट दे रहे हैं, उनके कार्य व चरित्र देश हित मे है की नहीं है, तब देश में बदलाव आयेगा.
देश मे जब भी इलेक्शन होता है ग्रामीण, शहरी, राज्य या केंद्र स्तर का देश के लोगों को दो मिनट के लिए सोचना जरूर चाहिए, जो हम नेता को वोट दे रहे हैं, उनके कार्य व चरित्र देश हित मे है की नहीं है, तब देश में बदलाव आयेगा.

NBL, 19/08/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Whenever there is an election in the country, whether rural, urban, state or central level, the people of the country must think for two minutes, whether we are voting for the leader, whether their work and character is in the interest of the country or not.  Change will come in the country.

जब भी देश मे इलेक्शन होता है, राज्य या केंद्र के लिए तो उस वक्त देश के वोटरों को सोच विचार जरूर करनी चाहिए, की जो नेता को हम वोट दे रहे हैं, वह नेता देश हित उन्नति के लिए सही है या गलत है, अगर हम वोटर ऐसे सोच रखे तो देश मे विकास व देश में बदलाव जरूर देखें जायेंगे अन्यथा हम अपने देश के ही उन्नति मे सबसे बड़े बाधक है, पढ़े विस्तार से.... अन्य देशों के अपेक्षा अपना भारत देश बहुत बड़ी क्षेत्र व जनसंख्या आबादी वाले देश है, और भारत बहुत बड़ा लोकतन्त्र का लोकतात्रिक देश है, और भारत देश का राजकीय संचालन के लिए एक मुखिया व उनके सहयोग के सहभागी नेता चुनते हैं, और इन सभी को पद मे आसीन होने का ताकत कौन देता है?  देश के मतदाता जो अपने अमूल्य मत देकर इन नेताओ को पद प्रतिष्ठा दिलाते हैं, पाँच वर्ष के लिए, और इन्ही नेताओ के साथ रहता है प्रशासनिक ताकत और इन्ही ताकत से मिलकर देश में कार्य करती है, और इस देश के उज्ज्वल भविष्य इन्ही चुने गए नेताओ के ऊपर टिकी होती है, अगर ये चुने हुए नेता अच्छे ईमानदार निकल गए तो विकास संभव है, नहीं तो देश विकास का बन्टाधार है। और देश उन्नति नहीं अवनति अराजकता, की ओर चली जाती है। 

अगर देश का मतदाता जागरूक हो जाए तो क्या बिसात ये  नेता अपने घर का तिजोरि भर सके, और इनके साथ जुड़े प्रशासनिक अमला लूट सके इस देश को या यहाँ के लोगों का धन, आज आजादी के इतने वर्षों के बावजूद हम आज उच्च स्तर से उन्नति नहीं कर पा रहे हैं और इसका मुख्य कारण है, देश में भ्रष्टाचार व घोटाले बाज का होना और इस प्रकार के घिनोने कृत्य को रोक सकती है तो वह ताकत है आप देश के मतदाता जिनके ताकत से यह बिगड़े हुए देश नेता व प्रशासनिक अमले सुधर सकते हैं बस आप मतदाता अपने मत का अधिकार गलत लोगों के हाथों मे ना दे और आपके अपने गलतियों का रोना खुद ना रोये की ये नेता अच्छे नहीं है ये नेता चोर है काम चोर है भ्रष्टाचारी है देश का गद्दार है, हमारे गली हमारे प्रदेश व हमारे देश के लिए उचित नहीं है, एक भी काम इनके सही नहीं है और सब इनके कार्य मे गड़बड़ घोटाले है, हम आम जनता का सेवक नहीं बल्कि रक्षक के जगह भक्षक है, जो ये नेता आज से पहले एक भी बड़ा मकान कोठी कार गाड़ी बंगला नहीं था जो आज नेता होने के बाद बना लिया धन दौलत और आज इस नेता के पास चले जाओ कोई भी समस्या लेकर तो मुख से कर दूंगा बोलते है बड़े प्रेम से लेकिन करता धरता कुछ भी नहीं है बड़ा चापलूस है, अबकी बार वोट माँगने मेरे पास आयेगा तो मै इसका जवाब दूंगा बस ये सब हम मतदाता बोलते रहते हैं लेकिन करते कुछ भी नहीं है, इसलिए चंद लोभ लुभावाने बातो में ना फंसे और एक बार अपने मताअधिकार के बारे में जरूर सोचे कौन किस किनको अपना मत देना है, पार्टी दल को ना देखे बल्कि आपके लिए आपके क्षेत्र के लिए वाेट माँग रहे हैं उन नेताओ के चरित्र व उनके कार्य करने का क्षमता को देखते हुए वोट अपना देवे।

तो फिर इस चमत्कार को देखे कैसे देश आगे बढ़ता है और देश का ताकत बढ़ता है और हमारे व देश का उन्नति कैसे होता है, हम मतदाता के लिये सही डीसीजंन से। इसलिए भारत के प्रत्येक नागरिको को देश के बारे मे रोज दो मिनट जरूर सोचना चाहिए की देश को कैसे आगे ले जाना है देश को कैसे सुंदर बनाना है, देश के सर्व धर्म लोगों को एकमेव होकर कैसे रहना है भाईचारे के साथ, इन सब छोटी छोटी बातों को लेकर सोचना विचारणा चाहिए हम भारत देश वासियों को जैसे हम ईश्वर को याद प्रेम करते हैं वैसे ही देश के बारे मे ध्यान करनी चाहिए हमें। और सोच विचार कर अपना मत अधिकार देवे और सच्चा राष्ट्र भक्त और सच्चे राष्ट्र सेवक नेता चुने।