भारत जब भी प्रगति की ओर आगे बढ़ता है तो देश को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

Whenever India moves forward towards progress,

भारत जब भी प्रगति की ओर आगे बढ़ता है तो देश को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
भारत जब भी प्रगति की ओर आगे बढ़ता है तो देश को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

NBL, 15/06/2023, Lokeshwer Prasad Verma Raipur CG: Whenever India moves forward towards progress, the country has to face many challenges.

भारत आज उन्नति की ओर आगे बढ़ रही है चाहे वह आर्थिक स्थिति के सुधाराआत्मक स्तर से हो या देश के अन्य सुविधाओ के विकास विस्तार से आगे बढ़ रहा है, लेकिन आगे जरूर बढ़ रहा है, आज आप भारत सरकार के विदेश नीति को भी भारत के विकास के रूप में आप देख सकते हैं, जो बहुत से विदेशी इंफ्राइसटक्चर के निर्माण भारत के अंदर हो रही है, आधुनिकता का विस्तार आपको भारत में देखने को अब मिल रहा है जो नया भारत नई पीढ़ियों के विकास विस्तार को और आगे बढ़ाने में गति देगी, लेकिन वर्तमान भारत सरकार पीएम मोदी के लिए अनेक चुनोंतियाँ भी सामने है, जिसे वह अकेला सामना नही कर सकता और वह चुनोंतियाँ है, भारत के अनेक राजनीतिक दलों के नेताओं की विलय हो जाना और पीएम मोदी के हर एक कामो की बुराई करना व पीएम मोदी को देश की सत्ता से बेदखल करना क्योकि सच को आँच नहीं आते लेकिन कलियुग में सच को ही आंच आते हैं क्योकि देश में एक विचार धाराओ के लोग नहीं है बल्कि कई विचार धाराओ से जुड़ा हुआ लोग हैं, जो विशाल भारत के उन्नति में बाधक बन सकते हैं। 

जैसे मै हूँ तो मेरा दस लोग बात को मानते या समझते हैं या मेरे विचार धाराएं से प्रभावित है, और मेरे हर एक बातों का समर्थन करते हैं चाहे वह देश हित में हो या ना हो लेकिन मुझे दस लोगों का समर्थन प्राप्त है, वैसा ही देश में अनेक प्रकार के राजनीतिक दल है, जिसमे नाना प्रकार के ग्रामीण व शहरी व क्षेत्रीय नेता व राष्ट्रीय नेता शामिल हैं, अगर एक दल के अंदर 50 ताकतवर प्रभावी नेता है तो आप समझ लीजिए इनके पास 5 हजार लोगों का समर्थन है, वैसा ही भारत के विभिन्न प्रकार के राजनीतिक पार्टियां शामिल होकर एक हो जाए तो देश की चार गुना जनसंख्या आबादी इन अनेक प्रकार के राजनीति पार्टियों के पक्ष में अपना वोट मत देंगे, अब बच गया 1 गुना जनसंख्या आबादी जो वर्तमान भारत सरकार पीएम मोदी बीजेपी के पक्ष में अपना वोट मत देंगे तो पीएम नरेंद्र मोदी वापस राजसत्ता हासिल नही कर पायेगा ये है भारत के अनेक राजनीतिक दल पार्टियों की कूटनीति जिस चुनोंतियों से पीएम नरेंद्र मोदी व उनके एलायंस व उनके बीजेपी पार्टी को गुजरना पड़ेगा आने वाले कुछ राज्यों के विधान सभा व लोकसभा में क्योकि भारत देश के लोगों को देश का विकास उन्नति से कोई लेना देना नहीं है, वह सभी लोग अपने पार्टी के नेताओं के विकास की ओर देखता है हमारे प्रिय नेता जी को कैसे जीत का सेहरा पहनाना है क्योकि वह उन्ही नेता जी का प्रिय है जिस दल का वह लोग समर्थक हैं। 

आज देश के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को सत्ता का लोभ इतना तड़फ पैदा कर दिया है कि पूछो मत फ्री में बिजली फ्री में राशन फ्री में बहुत कुछ देने का वादा कर रहे हैं पता नही इन राजनीतिक दल के नेता लोग इन सबको फ्री मे देने के लिए फ्री में धन कहा से लायेंगे और फ्री में पाने व खाने वाले लोग को भगवान सद्बुद्धि क्यों नहीं दे रहे हैं ये राजनीतिक नेता फ्री में कैसा हमें देगा कौन सा फार्मूला है इन नेताओं के पास जो सब कुछ फ्री व सस्ता में देकर भी भारत विकास करेगा नया नया सड़क बनवायेगा नया स्कूल कालेज बनवायेगा नया नया अस्पताल बनवायेंगे या सभी बेरोजगार युवाओं को रोजगार देंगे जरा दिल से सोचो मेरे प्यारे फ्री में खाने वाले देश वासियों तब अपना वोट मत देना फ्री/सस्ता में देने वाले राजनीतिक नेताओं को नही तो आप रास्ते में आ जाओगे। 

फ्री में देने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं के द्वारा बनाए गए नदी का पुल बिना लोगों के यूज किए टूट जायेंगे, आपके हर एक विकास में भ्रष्टाचार व घोटाले होंगे करोड़ रुपये आपके प्रिय नेता जी कमाएंगे और आप फ्री/सस्ता में खाने वाले लोगों को 1200  रुपये के गैस सिलेंडर को 400 रुपिया में दे देंगे पांच साल के अवधि तक या एक साल या अंतिम कार्य काल तक आप फ्री में खाओ और नेता जी दबा के खायेंगे क्योकि यही तो चाहते है ये राजनीतिक नेता लोग ED/CBI देश के सभी जाँच एजेंसियां सब इन नेताओं के कंट्रोल मे रहे और हम देश के लोगों को फ्री/सस्ता में देंगे और हम नेता जी लोग देश के करोड़ो रुपिया कमाई कर अपने तिजौरी में भरेंगे यही तो आज भारतीय राजनीति में नेताओं का एकीकरण का खेल चल रहा है। यही तो पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनोति है क्योकि ये भी फ्री/सस्ता का ट्रंप कार्ड देश में खेल चुका है पूर्व में, भले ही आज पीएम मोदी जी भ्रष्टाचार व घोटाले के खिलाफ देश में अभियान छेड़ रखा है और करोड़ो करोड़ो रुपिया देश के भ्रष्टाचारियों के घरों से निकाल रहे हैं जाँच एजेंसियो के माध्यम से। 

यही तो पीएम मोदी जी को नहीं करना चाहिए था जो करके अच्छा नहीं किया ना खुद खाऊंगा ना किसी को खाने दूँगा मेरा क्या है मै तो फकीर हूँ खाली हाथ आया था और खाली हाथ चले जाऊँगा लेकिन मोदी जी देश के अन्य नेताओं को करोड़ लाखों लाख रुपिया खाने के आदत को आप छुड़ावा रहे हैं ये आपने अच्छा नहीं किया आखिर फ्री व सस्ता में खाने वाले देश वासी आपको कर्नाटक के चुनाव में हार पहना कर हरवा दिया और फ्री में देने वाले कांग्रेस पार्टी राजसत्ता में बैठे गया आप पीएम मोदी जी देश का विकास देश का विकास की बाते करते रहते हैं,

और देश के लोगो को विकास नहीं फ्री व सस्ता का सब कुछ चाहिए क्या आप इन फ्री में खाने वाले लोगों को फ्री व सस्ता में देंगे अगर नहीं देंगे फ्री व सस्ता में देश के लोगों को तो देश के बहुत से राजनीतिक पार्टी दल नेता मिलकर फ्री व सस्ता में देने का वादा कर देश के लोकसभा/विधानसभा जीत जायेंगे और आप विकास विकास करते रह जाओगे देश के लोगों को विकास नहीं चाहिए फ्री में सब कुछ चाहिए जो आप नहीं दे रहे हैं, पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ा दिऐ आपने गैस सिलेंडर का रेट बढ़ा दिया आपने महंगाई दर को बढ़ा दिया आपके शासन काल में देश के लोगों को सब कुछ महंगा लग रहा है देश के लोगों को फ्री व सस्ता चाहिए जो आने वाले चुनाव में मोदी है तो मुंकिन है वाले नारे लगेंगे और देश के लोगों को फ्री व सस्ता में देकर आप चुनाव जीत जायेंगे। या अपने विकास पथ पर अटल रहेंगे और चुनाव जीत जायेंगे.. 

फ्री फ्री फ्री फ्री में कौन देगा वही भारत के सत्ता में राज करेगा अब फार्मूला बन चुका है कर्नाटक के चुनाव में आप देश विकास की बात करते रह गए और देश के बहुत से राजनीतिक दल नेता लोग फ्री और सस्ता करने की बात कर रहे हैं देखते हैं आने वाले चुनाव में आपके विकास मे दम है मोदी जी की फ्री व सस्ता देने वाले राजनीतिक नेताओं में दम है चुनोंति तो है मोदी जी अब इसका फैसला देश के फ्री में खाने वाले बुद्धिमान व देश के विकास उन्नति चाहने वाले बुद्धिमान व्यक्ति लोग ही तय करेंगे इसी से पता चल जायेगा भारत देश का चुनाव परिणाम फ्री या विकास का रिजल्ट ।