कल तक सदन स्थगित: मंत्री सिंहदेव के जाते ही आया सियासी तूफान..... विपक्ष ने कहा, ”हम कल से चिंता जता रहे थे... मंत्री सरकार के व्यक्तव्य से असहमत होकर चले गए... अब सदन चलाने का मतलब नही.. बिखर गई सरकार”......

कल तक सदन स्थगित: मंत्री सिंहदेव के जाते ही आया सियासी तूफान..... विपक्ष ने कहा, ”हम कल से चिंता जता रहे थे... मंत्री सरकार के व्यक्तव्य से असहमत होकर चले गए... अब सदन चलाने का मतलब नही.. बिखर गई सरकार”......

रायपुर। सदन में अचानक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव उठ खड़े हुए। कहा कि अब बहुत हो गया, जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों के संदर्भ में जवाब नहीं देती वे सदन में नहीं आएंगे। इसके बाद विधानसभा के बाहर निकल गए। मंत्री टीएस सिंहदेव के सदन छोड़कर जाने की घटना के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत गरम हो गयी है। मंत्री टी एस सिंहदेव के सरकार के व्यक्तव्य के बाद उससे असहमति जताते हुए सदन छोड़ कर चले जाने के बाद हंगामा बरप गया है। सियासती तापमान बेहद गरम है और भूचाल आ गया है। भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

 


डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह सदन के मान सम्मान का प्रश्न है। इसका रास्ता यह है कि संयुक्त विधायक दल का गठन करिए। वह रिपोर्ट आ जाएगी तो सदन संतुष्ट हो जाएगा। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हाउस ऑफ़ कॉमंस से लेकर देश की संसद या देश की किसी विधानसभा में ऐसी घटना हुई है क्या। अगर सदन का सम्मान नही सदस्य का सम्मान नही है। तो सदन चलाने का कोई औचित्य नहीं है। जेपीसी बनाइए।

 

 


नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह सही नहीं हुआ है। जेपीसी का गठन करिए ताकि सच सामने आए। वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर और धर्मजीत सिंह और शिवरतन शर्मा ने कहा कि यह सरकार के अंतर्कलह का स्पष्ट उदाहरण है। सदन में आज जो हुआ वह आपके सामने है। मंत्री सिंहदेव व्यथित होकर या कि नाराज़ होकर चले गए तो कैसे चर्चा होगी। कार्यवाही आगे मत बढाईए। आपसे निवेदन है।

 

 


उधर मुख्यमंत्री कक्ष में मंत्रियों की आपात बैठक शुरू हो गयी है। विधानसभा के मुख्यमंत्री कक्ष में ही ये बैठक चल रही है, इस बैठक में सिंहदेव तो मौजूद नहीं है, लेकिन बाकी मंत्री मौजूद हैं।

 

 

कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के आरोपाें पर विधानसभा की कार्रवाई दूसरे दिन भी बाधित हुई। शून्य काल में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू इस मामले में वक्तव्य देने खड़े हुए। उन्होंने FIR की कॉपी पढ़कर सुना दी। इसके बाद विपक्ष भड़क गया कि मुद्दा वह नहीं है, जिस पर वक्तव्य दिया जा रहा है। इस बीच अचानक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव उठ खड़े हुए। कहा कि अब बहुत हो गया, जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों के संदर्भ में जवाब नहीं देती वे सदन में नहीं आएंगे। इसके बाद विधानसभा के बाहर निकल गए।

 

 

विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। पिछले दिनों विधायक बृहस्पति सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे। आज मंत्री टीएस सिंहदेव सदन छोड़कर चले गए। सदन से बाहर जाने से पहले उन्होंने भावुक होकर कुछ बातें कही। बोले की मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता हू।

 

 

स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव खड़े हुए और उन्होंने रुँधे कंठ से यह कहते हुए सदन छोड़ दिया की अब बहुत हुआ। बहुत हो गया। मेरे बारे में मेरे माता पिता के बारे में आप सब जानते हैं। मेरे बारे में कुछ ऐसा बताने की कोशिश हुई जो नहीं जानते। जब तक सरकार अपना पक्ष स्पष्ट नहीं करती। मेरी भुमिका को लेकर नहीं कहती। तब तक इस उच्च स्तरीय सदन और उसके मानदंडों के यह अनुरुप होगा कि मैं इस सदन में ना रहूं। अध्यक्ष जी आपकी अनुमति से यह सदन तत्काल छोड़ रहा हूँ।

 

 

विपक्ष ने कहा कि झूठ कहा तो क्यों कहा किसने कहा। प्रेस कॉंफ़्रेंस में 22 विधायक मौजुद थे। साफ़ दिखा संगठन के दो लोग इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस को आयोजित करने में शामिल थे। यह व्यक्तव्य उस पर कुछ नहीं कहता। मज़ाक़ बना दिया आपने। इस पर आसंदी से डॉ महंत ने स्पष्ट किया कि मैने टीव्ही पर देखा तो 24 की रात दोनों नंबर पर फ़ोन लगाया। कोई बात नहीं हुई। 25 को मेरे पास कोई नहीं आया। 26 से सदन में हूँ यहाँ भी विधायक ने कुछ नहीं कहा। मैंने आप लोगों के कहने पर मुख्यमंत्री को कहा और अब गृहमंत्री का व्यक्तव्य आ गया है।

 

 

बृहस्पति सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि महाराजा टीएस सिंहदेव उनकी हत्या कराकर मुख्यमंत्री बनना चाहते है। जिसके बाद से ये मामला सुर्खियों में है। वहीं  बृहस्पति सिंह मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जो वक्तव्य दिया है उसके बाद विपक्षी सदस्यों ने नाराज़गी जताई।