Seed Drill Machine: सरकार के पैसों से मुफ्त में ख़रीदे सीड ड्रिल मशीन, उपयोग, प्रकार, प्राइस, भारतीय निर्माता कंपनियों आदि की सम्पूर्ण जानकारी...यहा पर...
Seed Drill Machine: Complete information about Seed Drill Machine, Uses, Types, Price, Indian Manufacturers, etc... Seed Drill Machine: सरकार के पैसों से मुफ्त में ख़रीदे सीड ड्रिल मशीन, उपयोग, प्रकार, प्राइस, भारतीय निर्माता कंपनियों आदि की सम्पूर्ण जानकारी...यहा पर...




Seed Drill Machine:
खरीफ सीजन की सबसे मुख्य फसल धान है। ऐसे में देश के ज्यादातर राज्यों में मानसून के आगमन के बाद किसान धान की खेती की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि, धान की खेती करना कोई सरल बात नहीं है। इसके लिए किसानों को दिन रात मेहनत करनी पड़ती है, बावजूद इसके कई बार फसल उत्पादन को लेकर भी किसानों को चिंता लगी रहती है, इसलिए हम आपके लिए धान की खेती करने का आसान तरीका लेकर आए हैं। इस तरीके से धान की खेती करने से ना सिर्फ किसानों की कम मेहनत लगेगी, बल्कि इससे अधिक मुनाफा भी मिलेगा। (Seed Drill Machine)
डीएसआर और सीड ड्रिल मशीन पर कितना मिलता है अनुदान:
डीएसआर मशीन का इस्तेमाल करने पर किसानों को 40 हजार रुपए तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा। ये अनुदान उन किसानों को दिया जाएगा जिन्होंने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर अपना सब्सिडी हेतु रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा सीड ड्रिल मशीन पर भी सरकार की ओर से अनुदान दिया जाता है। इसके तहत किसानों को 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाता है। योजना के तहत अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति, लघु/सीमांत एवं महिला किसानों के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है, जो अधिकतम 20,000 रुपए है। जबकि अन्य श्रेणी के कृषकों को लागत का 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है, जो अधिकतम 16,000 रुपए है।
धान की सीधी बुवाई में प्रयोग में आने वाली मशीन:
- डीएसआर मशीन
- सीड ड्रिल मशीन
- जीरो टिल ड्रिल
- मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल
- हैपी सीडर
- रोटरी डिस्क ड्रिल
- बैल चलित सीड ड्रिल
सीड ड्रिल विधि से कैसे करें धान की खेती?
- इसके लिए सबसे पहले खेत की जुताई की जाती है और इसे 2-3 दिनों तक छोड़ दिया जाता है।
- इसके बाद एक सप्ताह के लिए आप खेत को पानी से भरकर छोड़ दें। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि खेत में उगने वाले खरपतवार पहले ही उग जाएं और उसे जुताई कर हटा दिया जाए।
- अब आपका खेत तैयार है, तो सीड ड्रिल मशीन के माध्यम से धान के बीज की बुवाई कर लें। मगर हां इस दौरान ध्यान रहे कि जिस बीज को आप बुवाई के लिए उपयोग करने वाले हैं, वो धान की उत्तम किस्म होनी चाहिए।
- खेत की तैयारी के दौरान जगह-जगह मेडंबंदी जरूर बना दें, ताकि सिंचाई के दौरान पानी फसलों तक सही तरीके से पहुंच जाए।
- धान की बुवाई करने के 21 दिनों बाद खेत में पानी भर दें। इसके बाद आप बैलों से एक बार हल्की जुताई करवा लें, ताकि धान की फसलों के शुरुआत में ही खरपतवार हट जाएं । इससे ना सिर्फ खरपतवार नष्ट होंगे, बल्कि धान के पौधे के जड़ भी मजबूत होंगे और धान के पौधों की कलियों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। ऐसे में जाहिर सी बात है कि कलियां ज्यादा होंगी, तो उत्पादन भी ज्यादा होगा।
- अगर इसके बाद भी धान की फसलों मे खरपतवारों की संख्या बढ़ती है, तो फिर खरपतवार नियंत्रण दवाओं का छिड़काव करवा लें। अगर आपके पास लागत ही समस्या है, तो फिर आप खुद या फिर अपने मजदूरों से खरपतवार को निकाल लें। (Seed Drill Machine)
सीड ड्रिल विधि का फायदा:
- 10 से 15 दिन पहले ही धान की फसल पककर तैयार हो जाती है। इससे किसानों को अगली फसल की तैयारी के लिए और ज़्यादा वक़्त मिल जाता है।
- इस विधि से धान की खेती करने से मिट्टी की सेहत में भी सुधार होता है।
- इस तकनीक से धान की खेती करने पर पानी भी कम लगता है, जिससे फसलों में अचानक पड़ने वाले सूखे को झेलने की क्षमता भी कहीं ज़्यादा होती है। साथ ही ये तकनीक पर्यावरण हितैषी भी हैं।
- रोपण विधि के मुकाबले इस तकनीक से खेती करने में मजदूर भी कम लगते हैं।
- यानी कुल मिलाकर देखा जाए, तो इस विधि से कम लागत में धान की ज़्यादा पैदावार और अधिक कमाई किसानों को मिलती है। (Seed Drill Machine)
इन कंपनियों की सीड ड्रिल मशीनों की डिमांड अधिक:
- खेदूत सीड ड्रिल.
- शक्तिमान मैकेनिकल सीड ड्रिल.
- बख्सिश रोटावेटर विद सीड टिलर.
- फील्डकिंग डिस्क सीड ड्रिल.
- केएस ग्रुप सीड ड्रिल.
- लैंडफोर्स टर्बो सीडर (रोटो टिल ड्रिल).
- सोनालिका रोटो सीड ड्रिल. (Seed Drill Machine)