प्रिंसिपल ने काटे छात्राओं के बाल: डबल चोटी की जगह एक बनाई थी... देख बौखलाई प्रिंसिपल... प्रिसिंपल ने चला दी लड़कियों के बालों पर कैंची....
छोटी सी गलती पर गंवानी पड़ी चोटी: दो की जगह एक बनाई थी, प्रिसिंपल ने चला दी दो लड़कियों के बालों पर कैंची छात्रा को एक चोटी में देख बौखलाई प्रिंसिपल, कैची से काटे बाल डबल चोटी नहीं करके आई तो बाल काट दिए




Principal Cut Hair Of Two Girl Students, Parents Filed Complaint In Police Station
Pilibhit, Uttar Pradesh News: प्रधानाचार्य ने अनुशासन के नाम पर दो छात्राओं के बाल काट दिए. दोनों छात्राएं एक चोटी करके कॉलेज आई थीं. प्रधानाचार्य ने सुबह लगभग 10 बजे दोनों छात्राओं के एक चोटी में देखा तो कारण पूछा. छात्राओं ने अपनी गलती मान ली और बताया कि जल्दबाजी के कारण चोटी नहीं कर सकीं. छात्राएं उन्होंने भविष्य में ऐसी गलती न करने का आश्वासन भी दिया. यूपी के पीलीभीत जिला के बीसलपुर स्थित बालाजी गर्ल्स इंटर कॉलेज का मामला है.
प्रधानाचार्य छात्राओं के जबाव से संतुष्ट नहीं हुईं. प्रधानाचार्य ने दोनों छात्राओं के बाल कैंची से काट दिए. दोनों छात्राएं प्रधानाचार्य के हाथ में कैंची देखकर काफी गिड़गिड़ाई लेकिन वह नहीं पसीजी. उन्होंने दोनों छात्राओं के बाल काट दिए. अभिभावकों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की. दोनों छात्राएं जल्दबाजी में एक चोटी किए ही कॉलेज चली गईं. कुछ शिक्षिकाओं ने भी प्रधानाचार्य को छात्राओं के बाल न काटने का सुझाव दिया लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी.
दोनों छात्राओं ने उसी समय घर जाकर घरवालों को पूरे मामले की जानकारी दी. प्रधानाचार्य ने अभिभावकों से कहा कि कॉलेज में अनुशासन बनाएं रखने के लिए छात्राओं के बाल काटे गए हैं. प्रधानाचार्य ने अभिभावकों को यह भी बताया कि दोनों छात्राएं इससे पहले भी कई बार बिना चोटी किए कॉलेज आ चुकी हैं, उन्हें कई बार टोका गया और चेतावनी दी गई लेकिन छात्राओं ने अपना रवैया नहीं बदला.
अभिभावकों ने इस मामले को लेकर कॉलेज परिसर में काफी हंगामा किया. शिक्षिकाओं ने समझा बुझा कर अभिभावकों को शांत कराया. अभिभावकों ने बीसलपुर कोतवाली में प्रधानाचार्य के खिलाफ तहरीर दी. तहरीर में दलित उत्पीडऩ का आरोप भी लगाया गया. तहरीर मिलते ही कोतवाली पुलिस ने कॉलेज पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी. हंगामा व पुलिस के पूछताछ के लिए पहुंचने के कारण कॉलेज में शिक्षण कार्य नहीं हो सका.