अर्थी सजा रहे बेटे की मौत: पिता की मौत पर इकलौते बेटे ने रोते-रोते लिया बिजली के पोल का सहारा.... करंट से गई जान.... फिर जो हुआ.... एक साथ दो लाशों से कांप गया मोहल्ला.....

अर्थी सजा रहे बेटे की मौत: पिता की मौत पर इकलौते बेटे ने रोते-रोते लिया बिजली के पोल का सहारा.... करंट से गई जान.... फिर जो हुआ.... एक साथ दो लाशों से कांप गया मोहल्ला.....


डेस्क। बिहार के दरभंगा जिले में बीमारी से पिता की मौत हो गई। इसके फौरन बाद अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान करंट से इकलौते पुत्र की मौत हो गई। घर पर बीमार पिता की मौत के बाद उनके दाह संस्कार की तैयारी चल रही थी। पिता की मौत के बाद इकलौते बेटे ने रोते-रोते बिजली के पोल का सहारा लिया तो करंट लगने से उसकी भी मौत हो गई। एक साथ घर में दो मौत से हाहाकार मच गया। 18 साल के युवक रंजन के पिता मोहन महतो की मौत अस्पताल में बीमारी के कारण हो गई। 

 

 

मोहन के शव को घर पर लाया गया और परिवार वाले अभी उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर ही रहे थे। रंजन अपने पिता के शव को देख-देख कर लगातार रो रहा था। इसी बीच रंजन ने रोते-रोते खड़े रहने के लिए सड़क किनारे बिजली के पोल का सहारा लिया तभी बिजली के करंट लगने से रंजन की मौत हो गई। लोगों ने आनन-फानन में रंजन को अस्पताल भी लाया लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बिजली के पोल में लगे अर्थिंग वाले तार में भी करंट प्रभावित था।

 

 

जिस कारण रंजन की मौत करंट लगने से हो गई। दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत आजमनगर मोहल्ले में ह्रदय विदारक घटना के बाद इलाके में मातम छा गया। परिवार की महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना के बाद मौके पर थाने की पुलिस भी पहुंची, जहां शव को पोस्टमॉर्टम कराने की तैयारी चल रही थी। 

 

 

रिश्तेदार ने बताया कि रंजन के पिता मोहन महतो की मौत अस्पताल में हो गई। वे 20 दिनों से बीमार चल रहे थे इसके बाद उनके अंतिम संस्कार करने की तैयारी चल रही थी। तभी उनके बेटे रंजन ने रोते-रोते खड़े रहने के लिए बिजली के पोल का सहारा लिया तभी उसे बजली का करंट लग गया और उसकी मौत हो गई।