29 फ़रवरी को पोलिस द्वारा मसीही समाज का आंदोलन बता मसीही समाज के पदाधिकारियों पर किये एफ.आई.आर.झूठे व गलत जबकि आंदोलन छत्तीसगढ़ युवा मंच का था तत्काल लेवें वापस एफ. आई. आर. नहीं तो होगा जल्द ही आंदोलन - नरेन्द्र भवानी /छ.यु.म.

29 फ़रवरी को पोलिस द्वारा मसीही समाज का आंदोलन बता मसीही समाज के पदाधिकारियों पर किये एफ.आई.आर.झूठे व गलत जबकि आंदोलन छत्तीसगढ़ युवा मंच का था तत्काल लेवें वापस एफ. आई. आर. नहीं तो होगा जल्द ही आंदोलन - नरेन्द्र भवानी /छ.यु.म.
29 फ़रवरी को पोलिस द्वारा मसीही समाज का आंदोलन बता मसीही समाज के पदाधिकारियों पर किये एफ.आई.आर.झूठे व गलत जबकि आंदोलन छत्तीसगढ़ युवा मंच का था तत्काल लेवें वापस एफ. आई. आर. नहीं तो होगा जल्द ही आंदोलन - नरेन्द्र भवानी /छ.यु.म.

29 फ़रवरी को पोलिस द्वारा मसीही समाज का आंदोलन बता मसीही समाज के पदाधिकारियों पर किये एफ.आई.आर.झूठे व गलत जबकि आंदोलन छत्तीसगढ़ युवा मंच का था तत्काल लेवें वापस एफ. आई. आर. नहीं तो होगा जल्द ही आंदोलन - नरेन्द्र भवानी /छ.यु.म.

29 फरवरी ईसाई मानने वाले वर्ग छ. यु. म. के बैनर तले किये थे संवैधानिक हक अधिकार न्याय का आंदोलन पोलिस ने कहा पोलिस कर्मियों को भीड़ ने मारा जबकि 100 से जय्दा आंदोलन कारियों को पोलिस ने डंडो से मारा इलाज अभी जारी फर्जी निराधार एफ. आई. आर पोलिस तत्काल लेवें वापस - नरेन्द्र भवानी /छ.यु.म.

जगदलपुर : मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी ने बयान जारी कर कड़े शब्दों मे छत्तीसगढ़ पोलिस को बयान जारी कर कहा है कि 29 फ़रवरी तुता मैदान नवा रायपुर आंदोलन के बाद उक्त प्रिंट मिडिया के माध्यम से खबर पड़ने मे आया कि

 (1) अभनपुरपुर मे पोलिस बैरिगेट लगा के हमारे न्याय यात्रा बाईक रैली को रोका बावजूद जबरन नारे बाजी करते हुवे हमारे द्वारा वहां से बैरीगेट पारकर आगे बड़े - यह कहना सरासार झूठ है गलत है, सच्चाई यह है कि हमारे द्वारा अभनपुर शहर अंदर जाना योजना मे था ही नहीं, और इसी लिए हमारी यात्रा बाईपास सड़क से सीधे नवा रायपुर पहुँच है किसी ने हमें कही रोका ही नहीं बावजूद ऐसा कहना पोलिस द्वारा बेहद गलत !

(2) खबरों के अनुसार मसीही समाज या सर्व मसीही समाज द्वारा यह आंदोलन हुवा जिसके चलते हमारे समाज के धर्म गुरुओ के नाम पोलिस द्वारा एफ. आई. आर करना बेहद शर्मनाक है - सच्चाई यह है कि यह आंदोलन छत्तीसगढ़ युवा मंच बैनर के तले आयोजित था जिसका संस्थापक मै स्वयं नरेन्द्र भवानी हु, बावजूद समाज के धर्म गुरुओ को ऐसे षड्यंत्र मे फसाकर उनका नाम से एफ. आई. करना ही साबित कर देता है छत्तीसगढ़ पोलिस वास्तव मे कानून मजबूत करो बोलने वालों के खिलाफ ही मामला बना रहें है, और जो हाथों मे डंडे हथ्यार लिए कानून कि धज्जिया उड़ा रहें है उन्हें फ्री हिट देने का काम रायपुर पोलिस द्वारा किया जा रहा है !

(3) खबर अनुसार पोलिस का कहना है कि आंदोलन कारियों द्वारा कई पोलिस को मारा पीटा गया जिससे पोलिस कर्मी चोटिल हुवे है - सच्चाई यह है कि हमने पुरे कार्यक्रम का विडियो ग्राफी करवाया है, जबकि विडियो अनुसार पोलिस द्वारा आंदोलनकारियों को बेदम डंडो से मारते दिख रहें है, थप्पड़ मार रहें, जिससे 100 से जय्दा आंदोलन कारी चोटिल हुवे बावजूद झूठा आरोप लगाकर एफ. आई. आर. दर्ज किया गया बेहद शर्मनाक कदम !

भवानी ने रायपुर पोलिस को बयान मे कहा है कि हम पुरे छत्तीसगढ़ से अपना मौलिक अधिकार माँगने आए थे और आते रहेंगे किसी से झूमा झपटी करने नहीं बावजूद हालात ऐसे बने कि हमें मंत्रालय कि ओर कुछ करना ही पड़ा, हम हमारे सुरक्षा के लिए राजधानी आए थे, हमारे लोगो को चर्च मे, घरों मे,शादी मे, जन्मदिवस मे, जैसे स्थाल मे घुस घुस कार मार रहें है, पिट रहें है ऊन पर कानूनी कार्यवाही करो कहने आए थे, बावजूद पोलिस द्वारा हमारे ही लोगो के ऊपर कार्यवाही करने से बिलकुल नहीं चुके वाह इस कार्य के लिए पोलिस को बधाईया इतना ही तत्परता जो अपराध कर रहें है ना धर्म के नाम पर ऊन पर कार्यवाही करने का भी जज्बा पोलिस दिखाती तो आज कानून कमजोर नहीं दिखाई पड़ता !

भवानी ने कहा है कि आंदोलन कारी जो लोग अपने हक अधिकार के लिए आंदोलन किये ऊन पर हुवा एफ. आई. आर गलत है झूठा है रायपुर पोलिस यह एफ. आई. आर. करें तत्काल रद्द अथवा वापस लेवें अन्यथा बहुत जल्द हम रायपुर शहर के अंदर करेंगे प्रदर्शन लेकिन यह मनमानी व तानाशाही का करेंगे खुल के विरोध !