प्रदेश भर में शासकीयकरन की मांग को लेकर पंचायत सचिवो ने किया काम बंद कलम बंद राज्य सरकार पर लगाए वादा खिलाफ़ी का आरोप पढ़े पूरी खबर




बिलासपुर//नियमितिकरण की मांग को लेकर प्रदेश भर के लगभग 10 हजार 568 पंचायत सचिवो ने काम बंद कर दिया है वो अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है और काम बंद कलम बंद का आह्वान कर दिया है पंचायत सचिवों राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहाँ है कि कांग्रेस ने अपनी चुनावी घोषणा में पंचायत सचिवों को नियमित करने की बात कही थी लेकिन सरकार बनने के बाद से सचिवों का मांग पूरा नही किया गया पूर्व में नवम्बर 2022 को पंचायत सचिव अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गए थे जिसके बाद बात चित में सरकार की ओर से कहाँ गया था की बजट सत्र में बात आगे बढ़ाने की बात कही गई थी पर वहाँ भी निराशा ही हाथ लगी आपको बताते चले की पूर्व में सरकार की बातो को समझ कर सचिवों ने अपना हड़ताल खत्म कर दिया था लेकिन बजट पास होने के बाद सचिवो का मांग पूरा नही हो सका जिसके बाद से एक बार फिर सचिव संघ अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है इनके हड़ताल से पंचायतों में पूरा काम रुक गया है पंचायत कार्यालयों में ताला लटक रहा है जिसके वजह से ग्रामीणों की छोटी बड़ी जरुरी कार्य रुक गया है !
वही मस्तूरी सचिव संघ के मिडिया प्रभारी विक्की बताते है की उनका यह हड़ताल तब तक चलेगा जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हों जाती उनका ये भी कहना है की राज्य की सरकार ने उनके साथ छलावा किया है और अपने किये गए वादे से मुकर रहे है